सास को सबक सिखाया | Long Hindi Story | Manohar Hindi Story | Mastram Story

Long Hindi Story : मेरा नाम सोनिया है मैं मिडिल क्लास फैमिली से बिलोंग करती हूं मेरे पति के साथ मेरी लव मैरिज हुई थी और अभी मेरी शादी को सिर्फ छ महीने ही गुजरे थे कि कोई मुझे बहुत परेशान कर रहा था मैं जब भी रात को सोने के लिए लेटती तो अचानक मेरे मोबाइल पर किसी नए नंबर से कॉल आई मैं जैसे ही रिसीव करती सामने से कोई बोलता ही नहीं था एक दिन ऐसा हुआ फिर दूसरे दिन भी ऐसा ही हुआ लेकिन अब हर रात ऐसा ही होने लगा था मैं बहुत ज्यादा परेशान थी मैं इस वजह से अपने मोबाइल को साइलेंट रखने लगी थी

 

 लेकिन कभी-कभी मेरे पति मुझे कॉल कर लिया करते तो वह बहुत ज्यादा गुस्सा करते थे कि तुम कहां रहती हो और तुम्हारा मोबाइल कहां होता है तुम्हें मेरी कॉल के बारे में कुछ पता ही नहीं चलता अगर मैं अपने मोबाइल को साइलेंट नहीं करती तो अननोन नंबर से कॉल आती रहती थी जिसकी वजह से मुझे हमेशा डर रहता कि कहीं मेरी सांस मुझ पर शक ना करने लगे मैं बहुत ज्यादा परेशान हो हो गई थी क्योंकि ऐसा मेरे साथ अब हर रात ही होने लगा था लेकिन फिर कुछ दिनों बाद अब दिन में भी कई-कई बार अननोन नंबर से कॉल आने लगी थी

 

 एक दिन मैंने अपनी एक फ्रेंड से इस नंबर के बारे में पता लगवाया तो वह नंबर किसी ऐसे इंसान का था जिसने मेरी कॉल का तो जवाब नहीं दिया लेकिन मुझे मैसेज किया था कि कल तुम्हारे पास एक लाल रंग का सूती कपड़ा डिलीवर होगा इस लाल रंग के कपड़े की हर एक पट्टी को तुम्हें 24 रात तक अपनी कमर में बांध लेना है एक दिन दिन मैं उस कपड़े की पट्टी को अपनी कमर में बांधना भूल गई थी फिर उसके बाद जो मेरे साथ हुआ उसे देखकर तो मेरे होश उड़ गए थे 

 

क्योंकि मैं अपने मोबाइल को पकड़कर बड़ी देर से खड़ी हुई थी अब तो मेरे हाथ भी दुखने लगे थे मैं बार-बार इस नंबर को ट्राई कर रही थी मगर आज हिम्मत हारने के लिए तैयार नहीं थी मैं देखना चाहती थी कि आखिर कौन है जो मेरे मोबाइल पर इतनी ज्यादा कॉल्स करके मुझे परेशान करता है और जब मैं कॉल रिसीव करती हूं तो सामने से कोई बोलता भी नहीं है

 

 

एक बार तो मैं अपना नंबर भी चेंज कर चुकी हूं लेकिन फिर से नए नंबर पर भी कॉल्स आनी शुरू हो गई मुझे डर था कि कहीं मेरे पति के दिल में मेरे लिए कोई शक ना बैठ जाए अगर ऐसा हो जाता तो मेरा पति मुझे घर से निकाल सकता था 

 

और मैं ऐसा हरगिज नहीं चाहती थी क्योंकि मैं अपने पति से बहुत प्यार करती थी मैंने मोबाइल को बेड पर रख दिया था और मैं खुद भी बेड पर ही रखकर लेट गई थी तभी अचानक मेरे पति गौतम की कॉल आ गई थी मैं एकदम ही खुशी से झूम उठी थी मैंने फौरन ही अपने पति की कॉल रिसीव की लेकिन रिसीव करते ही मैंने नोटिस किया कि फिर से मेरे नंबर पर अननोन नंबर से कॉल्स आ रही हैं मैंने जैसे ही अपने पति की कॉल रिसीव की उन्होंने कहा कि तुम्हारा नंबर मैं काफी देर से ट्राई कर रहा हूं 

 

तुम आखिर इतनी देर से किससे बात कर रही थी मैंने कहा मैं तो किसी से भी बात नहीं कर रही थी फिर मुझे याद आया कि मैं पिछले आधे घंटे से इसी अननोन नंबर पर कॉल लगाने की कोशिश कर रही थी और गौतम को लगा कि मैं किसी से कॉल पर बात कर रही हूं मैंने उनसे कहा कि मैं अपनी एक फ्रेंड से बात कर रही थी मेरे पति ने कहा कि इतनी देर तक फ्रेंड से तुम कब से बात करने लगी हो मैंने कहा आज उसकी बड़े दिनों बाद कॉल आई थी वह अपनी जिंदगी की कुछ परेशानियों के बारे में मुझे बता रही थी मैंने जैसे-तैसे इस बात को संभाल लिया था 

 

मेरे पति से लगभग मेरी एक घंटा बात हुई होगी और जितनी देर मैं अपने पति से बात करती रही लगातार उस अननोन नंबर से कॉल्स आती रही थी मैंने अपने पति की कॉल कट होते ही फिर से इसी नंबर पर कॉल लगाई तो किसी ने कॉल रिसीव ही नहीं की मैं बहुत तंग आ चुकी थी यह ना जाने कौन था जो बार-बार मुझे कॉल्स करके परेशान कर रहा था आज भी मुझे कोई कॉल करके बेवकूफ बना रहा था मैंने गुस्से में आकर अपने मोबाइल को स्विच ऑफ कर दिया और मैं बाहर आकर अपने काम में बिजी हो गई थी 

 

मेरे पति ने मुझे शादी के फौरन बाद ही मोबाइल ला दिया था मेरी सास को इस बात का बहुत बुरा लगा था जबकि घर में मेरी एक जवान नंद भी थी अभी तक उसके पास कोई मोबाइल नहीं था जब मेरे पति ने शादी के बाद मुझे मोबाइल गिफ्ट किया तो मेरी नंद और मेरी सास को इस बारे में बहुत बुरा लगा था और उन्होंने मेरे पति से कहा था कि दो दिन पत्नी को आए हुए हुए हैं और उसे महंगा सा मोबाइल गिफ्ट कर दिया

 

 यह नहीं दिखता कि घर में मां और बहन भी है उनके लिए तो आज तक कोई चीज नहीं लेकर आया अपनी मां की इस बात पर गौतम काफी शर्मिंदा हुए थे उन्होंने कहा कि मुझे अगली सैलरी मिलेगी तो मैं बहन को भी मोबाइल लाकर दे दूंगा लेकिन मेरी सास ने कहा कि सिर्फ बहन को ही क्यों मां का ख्याल नहीं आया क्या मुझे तो अपनी सास की बात सुनकर हंसी आने लगी थी कि इतने बुढ़ापे में मेरी सास को मोबाइल चलाने की क्या जरूरत थी मेरे पति ने कहा कि जैसे ही मुझे अगली सैलरी मिलती है

 

 मैं आप दोनों को मोबाइल लाकर दे दूंगा मेरी सास ने मेरे पति से साफ-साफ कह दिया था कि यह मत सोचना कि अपनी मां और बहन को कोई छोटा-मोटा मामूली सा मोबाइल लाकर दे दोगे तो वह खुश हो जाएंगी आज का मॉडर्न और स्मार्ट जमाना है हर कोई स्मार्ट और महंगा फोन चला रहा है हमें भी तुम्हारी पत्नी जैसा ही महंगा मोबाइल चाहिए मेरे पति ने उन्हें भरोसा दिला दिया था कि वह उनको जल्दी ही मोबाइल दिलवा देगा और तो और मेरे पति ने ऐसा ही किया था 

 

जैसे ही मेरे पति को नेक्स्ट मंथ की सैलरी मिली पहले उन्होंने अपनी मां को मोबाइल दिलवाया फिर उसके अगले महीने की सैलरी पर अपनी बहन को भी मोबाइल दिलवा दिया था और दोनों को ही न्यू स्मार्टफोन दिलवाया था जिसे देखकर वह बहुत खुश हुई थी मेरी सास से तो शायद मोबाइल चलाना भी नहीं आता था लेकिन मेरी नंद ने कहा कि मैं अपनी मम्मी को सब कुछ सिखा दूंगी मुझे बड़ी हैरानी हुई थी कि मेरी सास और मेरी नंद मुझसे इतना ज्यादा बैर क्यों रखती थी मेरे पति जब भी मेरे लिए कोई गिफ्ट लाते तो उन्हें मेरे जैसे ही हर चीज चाहिए होती थी

 

 जब से मोबाइल उन दोनों के पास आए थे उन दोनों ने अपने भी कोई काम करने छोड़ दिए थे अब तो उन्हें खाना भी अपने बिस्तर पर ही चाहिए होता था पहले तो वह दोनों डाइनिंग टेबल पर बैठकर खाना खाती थी लेकिन जब से मोबाइल आए थे दोनों किसी काम को हाथी नहीं लगाती थी इससे पहले भी मैं सारा काम खुद ही कर रही थी लेकिन मोबाइल आने से उन दोनों के अंदर और ज्यादा बदलाव आ गया था

 

 मुझे किचन में खाना बनाते हुए दो घंटे हो गए थे क्योंकि मैंने किचन की सफाई भी की थी तभी अचानक किचन में सांस आ गई और बड़े कड़े तेवरों के साथ मुझे घूर रही थी कहने लगी मोबाइल क्या तुम्हें कमरे में सजाने के लिए दिया गया है कब से तुम्हें मेरा बेटा कॉल कर रहा है अब उसने तंग आकर हमें कॉल की है कि सोनिया कहां है लगभग पिछले 20 मिनट से मैं सोनिया को कॉल कर रहा हूं लेकिन तुम महारानी तो यहां किचन में काम कर रही हो बताना चाहती हो ना अपने पति को कि मैं किचन में बहुत ज्यादा बिजी थी 

 

अपनी सास की बात सुनकर तो मैं घबरा गई थी क्योंकि मैंने अभी तक उन्हें इस बारे में कुछ बताया ही नहीं था कि पिछले कई दिनों से मुझे कोई मोबाइल पर बार-बार कॉल करके तंग कर रहा है क्योंकि मेरी सास तो मुझे पहले ही अच्छा नहीं समझती थी मैंने अपनी सास से कहा नहीं मम्मी जी ऐसी कोई बात नहीं है मेरी सास कहने लगी तुमने अपने नंबर को ही स्विच ऑफ क्यों कर दिया जाकर उसे खोलो और मेरे बेटे से बात करो व तुम्हारे लिए कुछ ज्यादा ही परेशान रहता है हालांकि तुम्हें तो अपने पति की कोई फिक्र ही नहीं है

 

 मैं जल्दी से अपनी सास की बात पर सर हिलाकर कमरे में आ गई थी मैंने अभी दो घंटे पहले ही तो अपने पति से एक घंटा बात की थी मैंने जल्दी से मोबाइल ऑन किया और अपने पति को कॉल लगाई तो वो मुझे बहुत डांट रहे थे क्या कहने लगे कि मुझे तुमसे एक इंपॉर्टेंट काम था लेकिन अब मेरा व काम हो चुका है तुम्हें तो पता नहीं कि मोबाइल किस लिए दिया गया है कभी तुम्हें कॉल करो तो तुम कॉल रिसीव नहीं करती और कभी अपने फोन को स्विच ऑफ कर देती हो आखिर तुम्हें ऐसी क्या प्रॉब्लम है

 

 जो तुम मोबाइल से इतना दूर-दूर रहती हो मैंने अपने पति से बहाना बनाया कि मेरे मोबाइल की चार्जिंग खत्म हो गई थी इसलिए मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था मेरे पति मुझसे इतना नाराज हो गए थे कि उन्होंने मुझे बताया भी नहीं था कि आखिर उन्हें मुझसे क्या काम था मेरे दिन तो बहुत ही परेशानी भरे गुजर रहे थे मेरे पति ने गुस्से में कॉल काट दी थी मैं सारे काम से फ्री हो गई थी इसलिए अपने कमरे में ही लेट गई थी मुझे कब नींद आई मुझे कुछ पता ही नहीं चला मैंने अपने मोबाइल को ऑन कर लिया था

 

 और साइलेंट से भी हटा दिया था कि कहीं फिर से मेरे पति की कॉल ना आ जाए और वह मुझ पर गुस्सा करने लगे अभी मुझे नींद आई ही थी कि अचानक फिर से मेरे नंबर पर कॉल आ गई मैंने जैसे ही कॉल सीव की तो कोई बोल ही नहीं रहा था मैं बार-बार हेलो हेलो कह रही थी लेकिन सामने से तो किसी की आवाज ही नहीं आ रही थी

 

 

मैंने कॉल को कट किया और मैं किचन में आ गई थी क्योंकि शाम का टाइम था और शाम के टाइम पर मेरी नंद और मेरी सास को चाय चाहिए होती थी मैं उन लोगों के लिए चाय बनाने लगी थी और चाय बनाते हुए मैं अपने पति के बारे में सोचने लगी थी

 

 उनको याद करते-करते मेरी आंखें भीग गई थी मैंने अपनी सास और नंद को चाय दी तो देखा कि अभी भी व वो दोनों मोबाइल में ही लगी हुई थी और खूब जोर-जोर से हंस रही थी किसी भी तरह का काम करते हुए मेरा ध्यान बार-बार अपने मोबाइल पर जा रहा था अब मुझे इस कॉल करने वाले इंसान से डर लगने लगा था ना जाने कौन था

 

 

जो मुझे इतनी कॉल्स करके तंग कर रहा था और फिर मैं अपने पति से भी तो इस बात को शेयर नहीं कर सकती थी क्योंकि मर्द के दिल में शक आते हुए ज्यादा समय नहीं लगता अगर मेरी सास या नंद ने मेरे मोबाइल पर अननोन नंबर से आते हुए देख ली तो यह लोग ढंडोरा पीट देंगी 

 

और एक की दो लगाकर मेरे पति को बता देंगी औरत की इज्जत तो वैसे भी बड़ी नाजुक होती है जरा सी बात पर ही दागदार होकर रह जाती है फिर मैं इन लोगों को अपनी पवित्रता का यकीन कैसे दिलाती अब मैंने सोच लिया था कि मैं काम से फ्री होकर अपने पति को इस बारे में बताऊंगी कहूंगी कि वह जैसे-तैसे घर लौट आए और अब उन्हें जो भी काम करना है वह घर पर ही करें क्योंकि उनके होते हुए उनकी मां और बहन मुझ पर कम अत्याचार कर करती थी लेकिन उनके पीछे तो उन लोगों ने मेरा जीना दुश्वार कर दिया था अगले दिन मेरी सास और नंद मार्केट गई हुई थी

 

 मैं घर पर अकेली थी आज मेरे पास किसी तरह की कॉल नहीं आई थी मैंने अपने पति को कॉल लगाई क्योंकि मैंने इरादा कर लिया था कि मैं अपने पति से कहूंगी कि वह घर लौट आएं अगर उन्होंने इंकार कर दिया तो मैं इस बात पर उनसे लड़ाई भी कर लूंगी लेकिन कॉल लगाते ही ना जाने क्यों मेरे पति की आवाज सुनकर मुझे क्या हो गया था

 

 

मैं फूट-फूट कर रोने लगी थी गौतम भी मेरी आवाज सुनकर घबरा गए थे उन्होंने मुझसे मेरे बारे में पूछा रिक्वेस्ट की कि बताओ तुम्हें क्या हो गया है और तुम ऐसे क्यों रो रही हो मैंने कहा प्लीज गौतम घर आ जाओ मेरा यहां आपके बिना मन नहीं लगता 

 

आपको मेरी कसम है कि आप घर लौट आओ मेरे पति ने मुझे दिलासा दिया और कहा कि मैं हर हाल में कल घर वापस आ जाऊंगा अपने पति की बात सुनकर मेरे दिमाग से कुछ बोझ हल्का हो गया था और मेरा मूड भी काफी ठीक हो गया था मैं खुशी ु घर के सारे काम निपटा रही थी और अपने पति के घर आने से बहुत ज्यादा एक्साइटेड थी

 

 

आज तो मुझे किसी तरह की कोई थकान भी महसूस नहीं हो रही थी मेरी सास और नंद तीन घंटे बाद घर वापस आ गई थी और आते ही उन्होंने मुझे ताने देना शुरू कर दिए थे मैंने दिल ही दिल में सोच लिया था कि बस एक बार गौतम घर वापस आ जाएं 

 

फिर देखती हूं कि लोग मुझे कैसे बुरा भला कहती हैं रात का खाना खाने के बाद मैं किचन साफ करके अपने कमरे में आ गई थी मैं जैसे ही कमरे में आई तो मेरे मोबाइल की रिंग बजने लगी थी मैंने जल्दी से कॉल को कट कर दिया था क्योंकि अब मैं कॉल रिसीव ही नहीं करती थी कोई कॉल पर बोलता ही नहीं था

 

 

मैंने अपने मोबाइल को साइलेंट कर दिया और मैं बाथरूम में नहाने के लिए चली गई थी मैं जब नहाकर बाहर आई तो यह देखकर हैरान रह गई थी कि आज फिर से मेरे पति की बहुत सारी मिस्ड कॉल आ चुकी थी और मुझे पता भी नहीं चला था मैंने जल्दी से अपने पति को कॉल लगाई ही थी कि एक बार फिर से उसी नंबर से कॉल आनी शुरू हो गई गई थी 

 

मेरे पति ने मेरी कॉल रिसीव नहीं की थी मुझे बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था मैंने इस नंबर पर कॉल की और कॉल उधर से रिसीव भी हो गई थी लेकिन हर बार की तरह कोई भी नहीं बोल रहा था मैंने अपनी बात कहनी शुरू कर दी थी मैंने कहा था कि तुम कौन पागल हो जो मुझे बार-बार कॉल कर रहे हो अगर आज के बाद मुझे कॉल करने की कोशिश की तो तुम्हारी खैर नहीं है मैं तुम्हारी पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा दूंगी फिर तुम्हें तो पुलिस ही समझेगी उधर मेरी सास बार-बार मुझे आवाज लगा रही थी 

 

मैं जैसे ही अपनी सास की बात सुनने के लिए गई तो मेरी सास ने मेरे मुंह पर थप्पड़ मार दिया और कहा कि तुझे पता नहीं है कि मेरी बेटी ने खाना नहीं खाया मेरी बेटी कितनी देर से भूख से मर रही है अपनी सास के आज थप्पड़ मारने से मेरा बहुत ही दिल दुखा था मैं बहुत ज्यादा परेशान थी और बहुत ज्यादा रोई थी मुझे अपने पति के घर आने का इंतजार था

 

 

मैं जैसे ही अपने कमरे में गई और मैंने अपना मोबाइल चेक किया कि कहीं मेरे पति की तो कोई कॉल नहीं आ गई लेकिन मेरे पति की तो कोई कॉल नहीं आई थी मगर इस अननोन नंबर से दो-तीन मिस्ट कॉल्स पड़ी हुई थी और कुछ मैसेजेस भी थे

 

 मैंने वह मैसेज ओपन किया जिसमें लिखा हुआ था कि कल तुम्हें एक पार्सल डिलीवर होगा उसमें लाल रंग का कपड़ा है मैं जानता हूं कि तुम बहुत ज्यादा परेशान हो इसीलिए लाल रंग के इस कपड़े को तुम्हारी जिंदगी में रंग भरने के लिए भेज रहा हूं तुम्हें इस लाल रंग के कपड़े की लंबी-लंबी 24 पट्टियां काट लेनी है और इन्हीं पट्टियां में से एक पट्टी को निकालकर तुम्हें अपनी कमर से बांध लेना है और हर दिन ऐसा ही करना है एक दिन भी तुम इस पट्टी को अपनी कमर से बांधना मत भूलना

 

 अगर तुमने ऐसा किया तो तुम्हारी जिंदगी की परेशानियां कम नहीं होंगी बल्कि बढ़ती ही चली जाएंगी और अगर तुम इस काम को लगातार करती रही तो गारंटी से तुम्हारी जिंदगी की सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी लेकिन ध्यान रखना कि इस बीच तुम्हारा पति घर में मौजूद नहीं होना चाहिए अगर इन 24 दिनों के अंदर तुम्हारा पति घर पर आ गया तो तुम्हारी जिंदगी में एक ब बहुत बड़ी प्रॉब्लम आ सकती है शायद जिसे तुम चाहकर भी कभी खत्म नहीं कर पाओगी यह कौन था जिसने मुझे मैसेजेस किए थे और इसे कैसे पता था कि मैं बहुत ज्यादा परेशान हूं मैं तो इस मैसेज को पढ़कर बहुत डर गई थी 

 

यह कैसा मैसेज था कौन जानता था कि मेरे दिल में कोई बहुत बड़ी डिमांड है मेरे तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था अगले दिन मैसेज के मुताबिक वैसा ही हुआ था सुबह के पूरे 9:00 बजे के टाइम पर एक डिलीवरी बॉय हमारे घर पर आया था और उसने मुझे पार्सल दिया मैंने पर्सल खोल कर देखा तो उसके अंदर लाल रंग का ही कपड़ा था फिर मैंने फैसला किया कि एक बार ट्राई तो करके देख सकती हूं अगर मुझे फर्क महसूस हुआ तो मैं 24 दिन तक इस काम को लगातार करती रहूंगी और अगर कुछ भी महसूस नहीं हुआ तो इस कपड़े को फेंक दूंगी मैंने जल्दी से कैची निकाली 

 

और इस कपड़े की 24 पट्टियां काट ली थी और रात के टाइम पर एक पट्टी को अपनी कमर में बांध लिया था मुझे डर था कि कहीं मेरे साथ कुछ गड़बड़ ना हो जाए लेकिन अगले दिन जब मैं मैं सोकर उठी तो मेरी आदत थी कि मैं सबसे पहले अपना फोन चेक किया करती थी क्योंकि अननोन नंबर से मिस कॉल्स मेरे फोन में होती थी

 

 

आज मेरे फोन में किसी तरह की भी कोई कॉल नहीं थी मैंने अपनी कमर को चेक किया तो मेरी कमर पर वह लाल रंग की पट्टी बंधी हुई थी मैं अभी घर के कामों में बिजी ही थी कि अचानक मेरे फोन पर किसी की कॉल आने लगी मुझे लगा कि उसी अननोन नंबर से कॉल होगी 

 

मैंने जैसे ही देखा तो अननोन नंबर से कॉल नहीं थी बल्कि मेरे पति ही मुझे कॉल कर रहे थे मैंने अपने पति की कॉल रिसीव की तो उन्होंने मुझे खबर दी कि वह शाम तक घर वापस आ रहे हैं मैं तो अपने पति की बात सुनकर परेशान हो गई थी कि 24 दिन तक तो मेरे पति को घर में बिल्कुल भी नहीं आना है सिर्फ 24 दिन की ही तो बात है उसके बाद तो मेरी जिंदगी की सारी परेशानियां खत्म हो जाएंगी मेरे पति ने बात करने के बाद कॉल कट कर दी थी लेकिन मैं अभी तक इसी बारे में सोच रही थी

 

 तभी 10 मिनट के बाद मेरे पति की फिर से कॉल आ गई और उन्होंने कहा कि आज तो तो नहीं लेकिन मैं कल रात तक घर वापस आ जाऊंगा क्योंकि मुझे तुम्हारी बहुत टेंशन हो रही है मैं अचानक ही कहने लगी कि नहीं नहीं अभी आप वापस मत आना आप आराम से अपने काम पर ध्यान दो मैं तो ऐसे ही रो रही थी बस मेरा मन थोड़ा उदास था इसीलिए लेकिन अब मैं बिल्कुल ठीक हूं आपको परेशान होने की जरूरत नहीं आप मेरे बारे में बिल्कुल भी परेशान मत हो मैं एकदम से बोखला कर कहने लगी 

 

प्लीज गौतम तुम अभी मत आना तुम जानते हो ना कि तुम्हारे कंधों पर इस पूरे घर की जिम्मेदारी है तुम अपना काम पूरा करने के बाद ही आना अगर आप इस वक्त अपना इंपॉर्टेंट काम छोड़कर घर आ जाओगे तो आपके बिजनेस में लॉस हो जाएगा गौतम की भी परेशानी भरी आवाज हो रही थी वह कहने लगे मुझे अपनी फैमिली की और तुम सब लोगों की बहुत याद आ रही है मैं अपनी नई नवेली दुल्हन को छोड़कर अपना काम संभालने के लिए यहां आ गया था मुझे क्या पता था कि यहां पर मुझे इतना वक्त लग जाएगा

 

 वैसे तुम ठीक कह रही हो मुझे अपना प्रोजेक्ट पूरा करने के बाद ही वहां आना चाहिए एक तरफ मैंने सुकून भरा सांस लिया था और दूसरी तरफ मेरी आंखों से आंसू निकल रहे थे ना जाने क्यों हमारी किस्मत मेरे और गौतम के बीच जुदाई लिख रही थी मैंने और गौतम ने लव मैरिज की थी और हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे हम दोनों की शादी पर मेरी नंद और मेरी सास को बहुत ऐतराज था गौतम सिर्फ शादी के बाद मेरे साथ दो दिन ही रहे थे उसके बाद मेरे पति की कंपनी से फोन आ गया था 

 

और वह काम के सिलसिले में दुबई चले गए थे मेरे पति तो दुबई जाने के लिए तैयार भी नहीं थे क्योंकि वह अपनी फैमिली से दूर नहीं रह सकते थे लेकिन मेरी सास ने कहा कि अब तुम्हारी पत्नी भी आ गई है और तुम्हें नहीं पता कि पत्नियों के कितने खर्चे होते हैं मेरी सास ने कह दिया था कि तुम हमारे घर के इकलौते ही कमाने वाले हो तुम्हें दुबई जाना ही पड़ेगा तभी तो हमारे घर के हालात बदलेंगे गौतम ने इस बात पर ऐतराज भी किया था कि मैं कैसे अपनी दो दिन की दुल्हन को छोड़कर जा सकता हूं 

 

मेरी सास ने तो ना इधर देखा और ना ही उधर बस मेरे पति के सामने बैठकर रोने लगी थी कि अगर तुम ज्यादा पैसे नहीं कमा सकोगे तो फिर तुम्हारी बहन की शादी कैसे होगी अब तुमने अपनी तो शादी कर ली है तुम्हारी पत्नी तुम्हें अपने काबू में करके रखेगी इधर मैं और मेरी बेटी की जिंदगी खराब हो जाएगी

 

मेरी सास की इन्हीं बातों की वजह से मेरे पति दुबई में काम करने के लिए तैयार हो गए थे मैंने भी गौतम को समझाया था कि अपनी मम्मी की बात मान लो लेकिन जल्द ही आने की कोशिश करना मेरे पति की कंपनी वालों ने बताया था कि इस प्रोजेक्ट पर काम करने से तुम्हें काफी प्रॉफिट हो सकता है 

 

इसलिए मेरी सास उनको दुबई भेजना चाहती थी गौतम को वहां रहते हुए 6 महीने हो गए थे और मेरी शादी को भी 6 महीने ही हो गए थे व जब भी वहां से आने की कोशिश करते तो उनके बॉस उन्हें कोई ना कोई काम बता दिया करते थे और यहां हमारे घर पर पैसे भेज दिया करते थे जिसकी वजह से मेरी सास को भी अपने बेटे की ज्यादा याद नहीं आती थी क्योंकि उन्हें बैठे-बिठाए पैसे तो मिल रहे थे अब तो मैं भी अपने पति की जुदाई को ज्यादा बर्दाश्त नहीं कर सकती थी लेकिन अब मैं मजबूर हो गई थी क्योंकि यह लाल कपड़ा मैंने अपनी कमर पर बांध लिया था 

 

और मुझे मैसेज में बताया गया था कि मेरे पति को 24 दिन तक घर में नहीं आना है शायद यह एक तरह का जादू टोना था मेरी जिंदगी की परेशानियां दूर करने का अगले दिन हमारे घर पर कुछ मेहमान आए हुए थे मैंने एक दो बार अपनी सास से पूछा भी लेकिन उन्होंने मुझे टोक दिया था कि तुम अपने काम से काम रखो हमारे घर के मैटर में दखल अंदाजी करने की कोई जरूरत नहीं है मैं भी खामोश हो गई थी फिर शाम के वक्त अचानक ही मेरी सास मेरे कमरे में आई

 

 और बड़ी प्यार भरी लैंग्वेज का इस्तेमाल करते हुए मुझसे कहने लगी बहू जरा अपनी शादी वाला लहंगा तो देना मैं चौक गई थी कि आखिर मेरी सास मुझसे मेरी शादी का लहंगा क्यों मांग रही है मैंने हां में सिर हिला दिया था और खुशी-खुशी अपनी शादी के लहंगे को अपनी सास के हाथ में दे दिया था मुझे इस बात की बहुत खुशी हुई थी

 

 

कि मेरी सास मुझे अपनी बहू के तौर पर तो एक्सेप्ट कर चुकी थी शाम हुई तो कुछ मेहमान और घर पर आ गए थे मेरी सास ने मुझे कहा कि अच्छे से कपड़े पहनकर तैयार हो जाओ और जो मेहमान आ रहे हैं उनकी तुम्हें खूब खातिर करनी है जब मेहमान घर आए 

 

तो मैंने उनकी खूब आव भगत की थी वो लोग मुझसे बहुत इंप्रेस हुए थे और मेरी सास भी उन लोगों के सामने मेरी खूब तारीफ कर रही थी मेरी खुशी के तो कोई ठिकाने ही नहीं थे उन लोगों के जाने के बाद मेरी सास का बिहेवियर मेरे साथ बहुत अच्छा हो गया था अब वह मेरा बहुत ख्याल रखने लगी थी मैंने दिल ही दिल में सोचा यह सब कुछ उस इंसान की वजह से हो रहा है जो मुझे अननोन नंबर से कॉल करता था और जिसने मुझे लाल रंग का कपड़ा भेजा था शाम हुई तो गौतम की कॉल फिर से आ गई थी

 

 अब मुझे अपना मोबाइल भी साइलेंट नहीं करना पड़ता था क्योंकि अब मेरे पास काफी दिनों से अननोन नंबर से भी कोई कॉल नहीं आ रही थी और ना ही कोई मैसेज आ रहा था वो घराने की बात कर रहे थे वह जब भी घराने की बात करते तो मैं उन्हें एहसास दिला दिया करती थी कि मैं तो सारी जिंदगी ही आपके साथ रहूंगी आप अगर मुझसे ध्यान हटाकर अपने काम पर ज्यादा ध्यान देंगे तो इसमें आपका बहुत फायदा होगा मेरे पति मेरी बात में बस हां में हां मिला दिया करते थे 

 

रात को सोने से पहले मैं वो लाल रंग के कपड़े की पट्टी को अपनी कमर में बांधना बिल्कुल भी नहीं भूलती थी अगले दिन मुझे एहसास हुआ कि मेरी सास और नंद चुपके-चुपके कुछ बातें कर रही हैं लेकिन जैसे ही मैं उनके करीब जाती तो वह मुझे देखकर खामोश हो जाती थी मैं यह सोचकर खामोश हो जाती कि मां और बेटी की आपस की ही कोई बात होगी लेकिन मैं यह नहीं जानती थी कि यह दोनों तो मेरे लिए ही गड्ढा खोदकर बैठी हुई हैं सब कुछ नॉर्मल चल रहा था लेकिन एक दिन मुझे कुछ अजीब सा महसूस होने लगा था मैं अपने कमरे में थी और मेरी सांस मेरे कमरे में आई 

 

और इधर-उधर की बातें करने लगी मुझसे कहने लगी बहू स्टोर रूम में कुछ राशन का सामान रखा हुआ है वहां से निकाल कर ले आओ मैं अपनी सास के कहने के मुताबिक स्टोर रूम से राशन का सामान निकालने के लिए चली गई थी मैं सामान लेकर वापस स्टोर रूम से निकलने ही लगी थी कि अचानक किसी ने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया अंदर से मैं दरवाजा खोलने की कोशिश कर रही थी

 

 

लेकिन दरवाजा तो किसी ने बाहर से बंद कर दिया था दरवाजा खुल ही नहीं रहा था यह सब होने से तो मेरे होश उड़ गए थे मैं बड़ी हैरान हो गई थी कि आखिर ऐसा कौन कर सकता है फिर मुझे मुझे याद आया कि कहीं हमारे घर में वह इंसान तो नहीं आ गया 

 

जो मुझे अननोन नंबर से कॉल करता था उसकी तो यह हरकत नहीं है मैं जोर-जोर से दरवाजे पर दस्तक दे रही थी ताकि मेरी सास या मेरी नंद को आवाज चली जाए कि मैं स्टोर रूम के अंदर बंद हो चुकी हूं और वह मुझे स्टोर रूम से निकाल कर ले जाएं लेकिन उन लोगों को तो मेरी कोई आवाज ही नहीं आ रही थी कोई भी मेरी मदद के लिए नहीं आया था दरवाजा पीट-पीट कर मेरे हाथ दुख चुके थे और मैं थ खारक जमीन पर बैठ गई थी मुझे स्टोर रूम में बंद हुए अब 3 घंटे हो चुके थे मैं यह सोच सोचकर परेशान हो रही थी

 

 मेरी सास और नंद ने क्या हंगामा खड़ा कर दिया होगा ऐसा भी हो सकता है कि अभी तक उन्होंने मेरे गायब होने के बारे में मेरे पति को भी बता दिया होगा मैं रोने लगी थी कि घर वालों को अपनी सच्चाई कैसे बता सकूंगी रात का टाइम होने वाला था कि तभी अचानक मुझे कमरे का दरवाजा खुलने की आवाज आई थी सामने देखा तो मेरी सांस खड़ी हुई थी मैं रोते हुए अपनी सांस के गले लग गई थी मेरी सांस मुझे देखकर हैरान रह गई और कहने लगी तुम्हें यहां पर किसने बंद किया था 

 

मैंने उनको बताया कि मैं यहां पर राशन लेने के लिए आई थी लेकिन किसी ने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया और मैं अंदर रह गई मेरी सास ने बताया कि हो सकता है कि हमारे पड़ोस में रहने वाली कविता की बेटी होगी वह बहुत ज्यादा शैतान है उसने ही दरवाजा बंद कर दिया होगा मेरी सास ने मुझे गले से लगाकर प्यार किया और कहने लगी कि कोई बात नहीं कभी-कभी ऐसा हो हो जाता है मैं अपने कमरे की तरफ आ गई थी लेकिन मुझे कहीं पर भी मेरी नंद दिखाई नहीं दे रही थी

 

 मैं अपनी सास से कहने लगी मम्मी निशा कहीं दिखाई नहीं दे रही मेरी सास कहने लगी आज तो उसकी शादी हो गई तभी तो मेरा ध्यान तुम्हारी तरफ नहीं गया कि तुम घर में कहीं नजर नहीं आ रही हो मैं तो अपनी सास की बात सुनकर शॉक्ड रह गई थी कि कब मेरी नंद का रिश्ता लगा और कब उसकी शादी हो गई मुझे तो कुछ पता ही नहीं चल सका मैंने कहा यह सब कुछ इतनी जल्द जल्दी कैसे और तो और आपको गौतम के आने का इंतजार तो कर लेना चाहिए था मेरी सास कहने लगी तुम जानती हो कि मेरी बेटी खूबसूरत नहीं थी उसके रिश्ते नहीं लग पा रहे थे 

 

आज ही उसका रिश्ता आया था तो मैंने आज ही चट मंगनी और पट बिया कर दिया मेरी सास ने कहा कि मैं हमेशा अपनी जवान बेटी की फिक्र में लगी रहती थी कि उसकी कब और ना जाने कैसे शादी होगी रंग सांवला होने की वजह से उसका रिश्ता नहीं लग पा रहा था लेकिन भगवान की कृपा है कि आज उसकी शादी अच्छे परिवार में हो गई अपनी सांस की बात सुनकर मैं खामोश हो गई थी फिर मेरी सांस ने मुझे सख्ती से मना कर दिया था कि इस बारे में अभी तुम गौतम को कुछ मत बताना

 

 उन्हें डर था कि उनका बेटा गुस्सा करेगा इसलिए वह उनसे इस बारे में बात नहीं करना चाहती थी मैंने भी उनसे कह दिया था कि मैं गौतम को कुछ नहीं बताऊंगी वह मेरी शुक्रगुजार थी फिर मैं अपने कमरे में आ गई थी मेरे लिए यह बात बिल्कुल भी ठीक नहीं थी कि मेरी सास ने मेरी गैर मौजूदगी में मेरी नंद की शादी कर दी थी लेकिन यह भी अच्छा हुआ कि सब के बीच मेरी सास ने मुझ पर कोई इल्जाम नहीं लगाया वरना तो वह छोटी-छोटी बात पर मुझ पर इल्जाम लगाने की ताक में रहती थी 

 

आज की रात में ज्यादा थकी हुई होने की वजह से अपनी कमर पर वह लाल रंग की पट्टी बांधना भूल गई थी मेरे दिमाग से बिल्कुल ही यह बात उतर चुकी थी सुबह के 6:00 बज रहे थे जब अचानक घबराकर मेरी आंख खुली क्योंकि बाहर आगन से रोने की आवाज आ रही थी मैं जल्दी से बाहर की तरफ भागी थी लेकिन बाहर का नजारा देखकर तो मेरे होश उड़ गए थे मेरी सास और नंद एक दूसरे से गले लगकर खूब रो रही थी मैं भागकर अपनी सास के पास गई और कहने लगी कि क्या हुआ है 

 

वह लोग मुझे कुछ बता ही नहीं रही थी फिर मेरा ध्यान गौतम की तरफ गया मैंने कहा कहीं गौतम को तो कुछ नहीं हो गया है गौतम ठीक तो है ना तभी मेरी सांस चिल्लाकर कहने लगी हां ठीक है तुम्हारा पति चलो जाओ यहां से मैं मायूस होकर वहां से चली आई थी कुछ देर के बाद मेरी नंद वापस चली गई थी मैं अपनी सास के पास गई और उनसे पूछने लगी कि निशा को क्या हुआ था वह क्यों इतना रो रही थी मेरी सास कहने लगी उसे अपना मायका याद आ रहा था इसलिए वह आई थी मुझे तो दाल में कुछ काला लग रहा था क्योंकि निशा बच्ची तो नहीं थी

 

 जो इतनी सी बात पर इतनी जोर-जोर से रोएगी फिलहाल मैंने इस बात को इग्नोर कर दिया था लेकिन मैं बहुत खुश थी कि मेरी नंद से तो मेरी जान छूट गई है और सास भी काफी अच्छी हो गई है अब बस मुझे अपने पति के के घर आने का इंतजार था मगर अपनी आने वाली जिंदगी को बेहतर करने के लिए मुझे इन 24 दिनों को पूरा करना था अभी तो सिर्फ एक हफ्ता ही गुजरा था अभी कुछ देर ही हुई थी कि मेरे पति की कॉल आ गई वह आने की बात कर रहे थे मगर मैंने उनको टालमटोल कर दिया था 

 

फिर उन्होंने ऐतराज के तौर पर कहा कि आज शाम बस मैं घर पर ही आ जाऊंगा अब मुझसे ज्यादा दिन अपनी फैमिली से दूर नहीं रह जाता मैंने अपने पति से कहा गौतम आपको मेरी कसम है अभी मत आना मेरी बात सुनकर मेरे पति को गुस्सा आ गया था व कहने लगे लगता है

 

 

तुम्हारा भी दिल मुझसे भर गया है तुम भी नहीं चाहती कि मैं घर पर वापस आ जाऊं इतना कहकर मेरे पति ने फोन बंद कर दिया था मगर मैंने रो-रो कर अपना बुरा हाल कर लिया था मैं सारा दिन अपनी सांस से छुपकर रोती रही थी और बहुत ज्यादा परेशान भी हो गई थी मेरी कमर में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था 

 

मैंने अपनी सास से कहा कि क्या आपके पास मूव मिल सकता है मेरी सास ने कहा हां मेरी अलमारी से जाकर निकाल लो मेरी सास उस टाइम किसी काम में बिजी थी इसलिए मैं उनकी अलमारी से मूव निकालने के लिए चली गई थी मैंने जैसे ही अपनी सास की अलमारी को खोला तो यह देखकर हैरान रह गई थी कि जैसा लाल रंग का कपड़ा मेरे पास था जिसे मैं अपनी कमर पर बांध रही थी उसी टाइप का कपड़ा मेरी सास की अलमारी में रखा हुआ था मैं इस कपड़े को अच्छी तरह से पहचान गई थी कि यह तो वही कपड़ा था लेकिन यह कपड़ा मेरी सास की अलमारी में क्या कर रहा था

 

 मैं सोच सोच कर पागल हो रही थी कि ना जाने मेरे साथ यह सब कुछ क्या हो रहा है अगले दिन घर में उदासी फैली हुई थी आज की रात तो मैंने जानकर इस कपड़े को अपनी कमर में नहीं बांधा था मेरी सास भी मुझे कुछ परेशान लग रही थी बार-बार किसी को फोन कर रही थी कभी छत पर जा रही थी तो कभी मोहल्ले में चली जाती थी

 

 

मुझे अब अपनी सांस से डर लगने लगा था कि ना जाने वह क्या कर रही थी उनकी इस तरह की हरकतें मुझे बहुत अजीब लग रही थी और मुझे अपनी नंद की शादी पर भी कुछ गड़बड़ लग रही थी वरना इतनी जल्दबाजी में कौन शादी करता है

 

 वह भी किसी को बिना बताए मैं अब अपनी सांस पर कड़ी निगाह रखने लगी थी आज मेरी नंद भी आ गई थी और आज भी वह बहुत ज्यादा परेशान लग रही थी और रो रही थी मेरी सास उसे लेकर कमरे में चली गई थी यह दोनों मां बेटी आपस में क्या बात करती थी मुझे तो कुछ समझ ही नहीं आता था मैं अपने कमरे में चली गई थी अभी कमरे में लेटे-लेटे मेरी आंख लग गई और मैं गहरी नींद में चली गई थी तब अचानक मुझे जोर-जोर से लड़ाई झगड़े की आवाज आने लगी और फिर मेरी आंख खुल गई

 

 मैं जैसे ही घबराकर बाहर गई तो यह देखकर हैरान रह गई थी कि आंगन में मेरी सास और मेरी नंद के साथ मेरा पति भी बैठा हुआ था मैंने देखा कि मेरे पति के हाथ में एक चाकू था अपने पति के हाथ में चाकू देखकर मैं घबरा गई थी मैंने अपने पति से कहा कि आपके हाथ में ये चाकू क्या कर रहा है जबकि मेरी सास और मेरी नंद नजरें झुकाकर बैठी हुई थी मैंने अपने पति से कहा आप घर कब आए और यह सब कुछ क्या हो रहा है आप क्यों इतना चिल्ला रहे थे 

 

मेरे पति ने मुझे बताया कि मम्मी तुम्हें मारने की कोशिश कर रही थी वह तुम्हारी जान लेने के लिए इस चाकू से तुम पर वार करने के लिए आ रही थी वह तो भगवान की कृपा थी कि मैं सही समय पर वहां पर आ गया और मैंने फौरन मम्मी का हाथ पकड़ लिया तुम बहुत ज्यादा गहरी नींद में सो रही थी इसलिए तुम्हें कुछ पता ही नहीं चल सका

 

अपने पति की बात सुनकर तो मेरे पैरों तले से जमीन निकल गई थी और इधर मेरी सास और नंद के चेहरे की हवाइयां उड़ रही थी मेरे पति ने कहा कि यह तो अच्छा है कि मैं सही मौके पर आ गया और मम्मी की हकीकत मेरे सामने खुल गई 

 

मेरे पति क्या कह रहे थे मेरी तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था मेरी सास की आखिर ऐसी कौन सी हकीकत थी जिसके बारे में मेरे पति को पता चल गया था मेरी सास मुझे मारने की कोशिश कर रही थी और मेरे पति ने मौके पर मुझे आकर बचा लिया यह बात तो एक अलग थी लेकिन मेरी सास ऐसा क्यों कर रही थी यह बात तो मैं भी जानने के लिए बेकरार हो रही थी मेरे पति ने मेरी तरफ देखा और कहने लगे कि जल्दी से अपना सामान पैक कर लो हम वापस दुबई जा रहे हैं अपने पति की बात सुनकर मैं दंग रह गई थी 

 

अभी तो वह यहां पर आए थे उन्होंने कहा कि मैं तुम्हें यहां से अपने साथ ले जाऊंगा और फिर हम दोनों पति-पत्नी वहीं पर ही रहेंगे मेरे पति के मुंह से यह बात निकलते ही मेरी सास और नंद मेरे पति के पैरों में बैठ गई थी और उन्होंने अपने हाथ जोड़ लिए थे मेरी सास ने गौतम से माफी मांगी और और कहने लगी कि मुझे माफ कर दो यह सब मेरा ही किया हुआ है तुम यहां से कहीं मत जाओ तुम्हारे अलावा मेरा कोई सहारा नहीं है मुझे तो पहले दिन से ही तुम्हारी पत्नी पसंद नहीं थी क्योंकि मैं तुम्हारी शादी अपनी बेटी की सहेली के साथ करवाना चाहती थी 

 

और तुमने मेरी मर्जी के खिलाफ जाकर इस लड़की के साथ शादी कर ली इसके घर में आ जाने की वजह से मेरी बेटी का रिश्ता नहीं लग पा रहा था और तो और मुझे ऐसा लगता था जैसे यह तुम्हें मुझसे छीनने की कोशिश कर रही है जब तुम ने मुझे मोबाइल दिलाया था तो मैंने प्लान बनाया था कि मुझे इसको इस घर से किस तरह से निकालना है मैं नए-नए नंबर बदलकर इसको कॉल करके परेशान करती थी तुम तो दुबई चले गए थे मैं हर रोज तुम्हारे ऑफिस फोन करके कहती कि मेरे बेटे को अभी छुट्टी ना मिले

 

 हम लोग बहुत परेशान हैं इसी वजह से ऑफिस वाले गौतम को घर नहीं भेज रहे थे यहां मैं तुम्हारी पत्नी पर अत्याचार करती थी ताकि तुम्हारे आने से पहले ही यह खुद घर छोड़कर चली जाए और हम इस पर इल्जाम ल गा दें कि यह किसी और के साथ भाग गई है मैं हर दिन इसे कॉल करके तंग करती थी एक दिन मैंने इसे मैसेज किया कि लाल रंग का कपड़ा बांधने से तुम्हारी सारी परेशानी दूर हो जाएगी और तब तक तुम अपने पति को घर में मत आने देना मैंने पड़ोस के ही एक लड़के को डिलीवरी बॉय बनाकर उसे यहां कपड़ा डिलीवर करने के लिए कहा था

 

 उस कपड़े में कोई भी चमत्कार नहीं था तुम्हारी पत्नी अब मेरे बजाय तुम्हें यहां पर आने से रोकने लगी थी मैंने अपनी बेटे के लिए कई जगह रिश्तों की बात की थी पर उसका रंग सांवला होने की वजह से उसका रिश्ता ही नहीं हो पा रहा था तुम्हारी गैर मौजूदगी में मैंने बहू का फायदा उठाया और इसकी फोटो लड़के वालों को भेज दी थी जब लड़के वाले यहां पर आए तब भी मैंने बहू को अच्छे से तैयार होने के लिए कहा था बहू को लड़के वालों ने देखते ही पसंद कर लिया था

 

 लेकिन शादी वाले दिन मैंने अपनी बेटी को घूंघट उड़ा दिया और लोगों को यही लगा कि घूंघट में निशा नहीं बल्कि तुम्हारी पत्नी है क्योंकि मैं बहू को स्टोर रूम में बंद कर चुकी थी इस सी तरह मेरी बेटी की शादी हो गई लेकिन सच कभी भी छुप नहीं सकता जब ससुराल जाने के बाद निशा की सच्चाई घर वालों को पता चल गई तो उन लोगों ने निशा पर अत्याचार करने शुरू कर दिए

 

 निशा मुझे यहां पर रो-रोकर अपनी परेशानी बताने लगी थी मुझे इस सब में तुम्हारी पत्नी ही कसूरवार लगती थी इसलिए मैंने सोच लिया था कि मैं तुम्हारी पत्नी को रास्ते से हटाकर ही रहूंगी आज तुम्हारी पत्नी बहुत गहरी नींद में सो रही थी मैं उसे मारने ही वाली थी लेकिन मौके पर तुम आ गए और तुमने मेरा हाथ पकड़ लिया और देख लिया कि मैं तुम्हारी पत्नी को मारने जा रही हूं अगर तुम आज मौके पर नहीं आते तो शायद मैं तुम्हारी पत्नी को मार देती और इस चाकू को भी कहीं ना कहीं ठिकाने से लगा देती

 

 क्योंकि मुझे तुम्हारी पत्नी से अपनी बेटी का घर खराब होने की वजह से और ज्यादा नफरत होने लगी थी यह सारी बातें सुनकर मेरे पति को बहुत गुस्सा आ गया था मेरे पति ने अपनी मां से सारे संबंध खत्म कर दिए थे लेकिन मैं एक मां से उसके बेटे को नहीं छीन सकती थी मैंने अपने पति से कहा कि आपकी मां ने जो भी किया उसके लिए उन्हें माफ कर दो मेरी सास ने भी मुझसे माफी मांगी थी उन्होंने कहा था कि कुछ भी करके मेरे बेटे को यहां से मत लेकर जाओ इससे कहो कि ये यहां पर ही रहे

 

 और तुम भी यहीं रहो मैंने अपने पति को समझाया था मेरे पति अभी तक अपनी मां से बात नहीं करते मेरे कहने पर वह इस घर में रुक तो गए थे लेकिन वह अपनी मां से बात नहीं करते बल्कि उनसे नफरत करने लगे थे मेरी सास के लिए यही सजा काफी थी कि उनके बेटे ने उनसे बात करना छोड़ दिया था और उनकी बेटी जिसके लिए उन्होंने मुझे मोहरा बनाया था उसके पति ने उसे डिवोर्स देकर घर से निकाल दिया था क्योंकि उसके साथ भी धोखा किया गया था फोटो मेरी दिखाई गई थी

 

 और शादी मेरी नंद के साथ हुई थी अब मेरी नंद तलाकशुदा बनकर घर पर रह रही है इधर मेरा पति मेरी सास से नफरत करता है मेरी सास को खूब सजा मिल रही थी कहते हैं ना कि किसी के साथ इतना अत्याचार नहीं करना चाहिए कि भगवान आपको उसकी सजा ऐसे रूप में दे जिसको शायद आप बर्दाश्त ना कर सको मेरी सास से भी अब अपनी सजा बर्दाश्त नहीं हो रही थी क्योंकि उन्होंने मेरे ऊपर बहुत ज्यादा अत्याचार किए थे मेरी सास अब बीमार रहने लगी है

 

 और मुझसे रोज माफी मांगती है मैंने अपनी सास को माफ कर दिया है और अपने पति से भी कहती हूं कि आप उनको माफ कर दें लेकिन मेरे पति ने तो ठान ली है कि वह अपनी मां को कभी माफ नहीं करेंगे मेरी जिंदगी मेरे पति के साथ बहुत अच्छी गुजर रही है क्योंकि उस दिन के बाद से मेरे पति मेरा बहुत ज्यादा ख्याल रखने लगे हैं और मुझे छोड़कर कहीं भी नहीं जाते 

 

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