दोस्तों अगर आप Hanuman chalisa in hindi pdf को अपने मोबाइल में डाउनलोड करना चाहते है तो निचे दिए गए लिंक से इसे अपने मोबाइल में फ्री में डाउनलोड कर सकते है। इस लेख में आपको hanuman chalisa in hindi pdf के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। तो आप इस पोस्ट को अंत तक ज़रूर पढ़े।
हनुमान चालीसा, भगवान हनुमान को समर्पित हिंदी में एक प्रार्थना है, जो अपने आध्यात्मिक महत्व और शक्ति के लिए लाखों लोगों द्वारा पूजनीय है। यह हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय प्रार्थनाओं में से एक है, जो बुराई को दूर करने और भक्त को आशीर्वाद देने की अपनी शक्ति के लिए पूजनीय है। “हनुमान चालीसा” नाम “चालीस” से लिया गया है, जिसका हिंदी में अर्थ चालीस होता है, जो इस पवित्र पाठ में शामिल चालीस छंदों को दर्शाता है।
अर्थ और महत्व
दोस्तों हनुमान चालीसा केवल छंदों का संग्रह नहीं है बल्कि इसमें गहन अर्थ और महत्व है। प्रत्येक छंद हनुमान के जीवन की कहानियों का वर्णन करता है और भक्ति, साहस और धार्मिकता पर बल देता है| माना जाता है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्त को दिव्य आशीर्वाद और सुरक्षा मिलती है, जिससे उन्हें बाधाओं को दूर करने और आध्यात्मिक विकास प्राप्त करने में मदद मिलती है।
हनुमान चालीसा की संरचना
40 छंदों का अवलोकन
हनुमान चालीसा के छंद अवधी भाषा में लिखे गए हैं, जो हिंदी की एक बोली है, और भगवान हनुमान के गुणों और कारनामों की प्रशंसा करते हुए एक भजन के रूप में संरचित हैं। प्रत्येक छंद, जिसे “चौपाई” के रूप में जाना जाता है, में एक विशिष्ट तुकबंदी के साथ चार पंक्तियाँ होती हैं।
प्रत्येक छंद की व्याख्या
दोहा (परिचयात्मक छंद): दोहा भगवान हनुमान के आशीर्वाद का आह्वान करते हुए पूरे चालीसा के लिए स्वर निर्धारित करता है।
चौपाई (छंद 1-40): प्रत्येक छंद हनुमान के व्यक्तित्व के एक अलग पहलू का वर्णन करता है, जैसे कि उनकी शक्ति, बुद्धि और भगवान राम के प्रति भक्ति। को व्यक्त करता है।
हनुमान चालीसा का जाप करने के लाभ
आध्यात्मिक लाभ
भगवान हनुमान के प्रति भक्ति और प्रेम को बढ़ावा देता है। आंतरिक शांति और मानसिक स्पष्टता प्रदान करता है। नकारात्मक ऊर्जाओं और बुरे प्रभावों से बचाता है।
मनोवैज्ञानिक लाभ
आत्मविश्वास और साहस का निर्माण करता है। डर और चिंता पर काबू पाने में मदद करता है। सकारात्मकता और आशावाद को प्रेरित करता है।
सांस्कृतिक महत्व
हनुमान जयंती अन्य त्यौहारों के दौरान मनाया जाता है। हिंदू घरों और मंदिरों में इसका विशेष स्थान है। हनुमान जयंती आस्था और परंपरा के प्रतीक के रूप में पीढ़ियों से चली आ रही है।
Hanuman Chalisa In Hindi Pdf Lyrics
दोहा
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निजमन मुकुरु सुधारि। बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।
चौपाई
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
राम दूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महाबीर बिक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।।
कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुण्डल कुँचित केसा।।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजे। कांधे मूंज जनेउ साजे।।
शंकर सुवन केसरी नंदन। तेज प्रताप महा जग वंदन।।
बिद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया।।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट रूप धरि लंक जरावा।।
भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये। श्री रघुबीर हरषि उर लाये।।
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं।।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा। नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते। कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा। राम मिलाय राज पद दीन्हा।।
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना। लंकेश्वर भए सब जग जाना।।
जुग सहस्र जोजन पर भानु। लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
दुर्गम काज जगत के जेते। सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रच्छक काहू को डर ना।।
आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै।।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरे सब पीरा। जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।
संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा। तिन के काज सकल तुम साजा।।
और मनोरथ जो कोई लावै। सोई अमित जीवन फल पावै।।
चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।
साधु संत के तुम रखवारे।। असुर निकन्दन राम दुलारे।।
अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।।
राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुह्मरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै।।
अंत काल रघुबर पुर जाई। जहां जन्म हरिभक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई। हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।
सङ्कट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जय जय जय हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।
जो सत बार पाठ कर कोई। छूटहि बन्दि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
तुलसीदास सदा हरि चेरा। कीजै नाथ हृदय महं डेरा।।
दोहा
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।
हनुमान चालीसा का जाप कैसे करें
जप शुरू करने के चरण
- जप के लिए एक शांत और शांतिपूर्ण जगह खोजें।
- पवित्रता के प्रतीक के रूप में एक दीपक या धूप जलाएँ।आराम से बैठें।
3 दोहा का जाप करके शुरू करें और फिर छंदों के साथ आगे बढ़ें।
4 प्रभावी जप के लिए सुझाव
5 अपने अभ्यास में नियमितता बनाए रखें।
६ प्रत्येक छंद के अर्थ पर ध्यान केंद्रित करें।
7 भक्ति और ईमानदारी के साथ जप करें।
8 पुनरावृत्ति की गिनती के लिए एक माला का उपयोग करें।
निष्कर्ष
हनुमान चालीसा केवल एक प्रार्थना नहीं है; यह दुनिया भर में लाखों भक्तों के लिए शक्ति, सांत्वना और आध्यात्मिक उत्थान का स्रोत है। इसकी शिक्षाएँ लोगों को धार्मिकता और भक्ति के मार्ग पर प्रेरित और मार्गदर्शन करती रहती हैं। चाहे व्यक्तिगत सांत्वना, दिव्य आशीर्वाद या आध्यात्मिक विकास के लिए इसका पाठ किया जाए, हनुमान चालीसा हिंदू संस्कृति का एक अनमोल खजाना है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
हनुमान चालीसा क्यों लोकप्रिय है?
हनुमान चालीसा की लोकप्रियता भगवान हनुमान के गुणों और उनके दिव्य कारनामों की प्रशंसा करने वाले इसके शक्तिशाली छंदों से उपजी है, जो भक्तों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
हनुमान चालीसा का जाप कितनी बार करना चाहिए?
हनुमान चालीसा का जाप प्रतिदिन या मंगलवार और शनिवार जैसे विशिष्ट दिनों पर करने की सलाह दी जाती है, लेकिन आवृत्ति व्यक्तिगत भक्ति और आध्यात्मिक लक्ष्यों पर निर्भर करती है।
क्या हनुमान चालीसा का जाप कोई भी कर सकता है?
हां, हनुमान चालीसा का जाप कोई भी व्यक्ति कर सकता है, चाहे उसकी उम्र, लिंग या धार्मिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो, क्योंकि यह भक्ति की एक सार्वभौमिक प्रार्थना है।
क्या हनुमान चालीसा का जाप करने के लिए कोई विशेष नियम हैं?
हालांकि कोई सख्त नियम नहीं हैं, लेकिन श्रद्धा, पवित्रता और एकाग्रता के साथ जाप करने की सलाह दी जाती है। साफ-सुथरी जगह पर बैठकर और अनुशासित दिनचर्या बनाए रखने से अनुभव में वृद्धि हो सकती है।
क्या हनुमान चालीसा का पाठ किसी भी भाषा में किया जा सकता है?
हालाँकि पारंपरिक रूप से यह हिंदी में है, लेकिन हनुमान चालीसा का पाठ किसी भी भाषा में किया जा सकता है। भक्ति का सार भाषाई बाधाओं को पार करता है, जिससे विभिन्न पृष्ठभूमि के लोग इसके आध्यात्मिक संदेश से जुड़ सकते हैं।
hanuman chalisa in hindi pdf को कैसे डाउनलोड करे
hanuman chalisa in hindi pdf को आप वेबसाइट pdfsewa.in से डाउनलोड कर सकते हैं।
Related Article –
गणपति अथर्वशीर्ष पाठ | Ganpati Atharvashirsha PDF Free Hindi