दोस्तों अगर आप Taraveeh Ki Dua hindi pdf को सर्च कर रहे हैं तो आपको इस का डाउनलोड लिंक निचे मिल जायेगा। रमज़ान का महीना मुस्लिम भाइयों के लिए बहुत ही पाक महीना होता है। इस महीने में मुस्लिम भाई दिन में रोज़ा रखते है और अपने अल्लाह की कही हुई बातो पर इमान रखते हैं।
रोज़े के महीने में रात में 20 रकात की एक स्पेशल नमाज़ पढ़ी जाती है जोकि केवल रोज़े के महीने में ही पढ़ी जाती है। जिसे तरावीह की नमाज़ कहते है इस नमाज़ में Taraveeh ki dua पढ़ी जाती है जिसका लिंक आपको निचे दिया गया है जिसे आप अपने मोबाइल में डाउनलोड कर सकते हैं। जिसका उपयोग आप रोज़े के महीने में कर सकते हैं।
Taraveeh ki dua Hindi PDF Download
PDF Name | Taraveeh Ki Dua hindi pdf |
No. of Pages | 1 |
Pdf Size | 1 MB |
Language | Urdu, Arbi |
PDF Category | Religious |
Sourse | namazquran.com |
Download Link | Available |
Download | 100 |
दोस्तों आप ऊपर दिए गए लिंक से तरावीह में पढ़ी जाने वाली दुआ को PDF में डाउनलोड कर सकते हैं | मुस्लिम भाई तरावीह में इस दुआ का प्रयोग करते हैं।
तरावीह क्या है (Taraweeh Namaz )
तरावीह एक अरबी भाषा का शब्द है इसका मतलब होता है ठहरना,, तरावीह की नमाज ईशा के बाद रोज़े के महीने में पढ़ी जाती है, जिसमें कुल 20 रकात होती है और हर 4 रकात के बाद तरावीह की दुआ पढ़ी जाती है,, तरावीह की नमाज पुरुष और महिला दोनों के ऊपर फर्ज़ है
तरावीह की नमाज़ रमजान की पूरे महीने पढ़ना फर्ज होता है, बिना किसी वजह की तरावीह की नमाज़ छोड़ना कुरान और हदीस के मुताबिक गुनाह का काम होता है, इसीलिए तरावीह की नमाज़ हर मुस्लिम औरत और मर्द के ऊपर फर्ज़ है
तरावीह की नमाज पढ़ने में कुछ समय लगता है, लेकिन इसका सवाब तभी मिलता है जब हम इसे बिना गैप किए हुए लगातार पूरे रोजे तरावीह की नमाज़ पढ़ते हैं,
Taraveeh Ki Dua के बाद फिर से तरावीह की की नमाज़ पढ़ी जाती है इस प्रकार एक दिन की तरावीह की नमाज़ में तरावीह की दुआ कुल 5 बार पढ़ी जाती है।
रमजान के महीने में तरावीह की नमाज़ पढ़ना हर मुस्लिम के ऊपर सुन्नत होता है। अगर कोई मुस्लिम तरावीह की नमाज़ नहीं पढता है तो उसे गुनाह मिलता है इसीलिए रमजान के महीने में Taraveeh Ki Dua को याद कर लेना ही फायदेमंद रहता है।
तरावीह की नमाज अदा करने का तरीका
तरावीह की नमाज ईशा की नमाज पढ़ने के बाद शुरू होती है, यह सिर्फ रमजान के महीने में ही होती है,, तरावीह की नमाज़ में कुल 20 रकात होती है,, जिसे दो दो रकात करके पढ़ा जाता है, इसके अलावा हर 4 रकात के बाद तरावीह की दुआ पढ़ी जाती है,,
तरावी की नमाज़ में पूरा कुरान शरीफ पढ़ा जाता है, इसीलिए तरावीह की दुआ को अकेले पढ़ने से मना किया गया है,, तरावीह की दुआ को जमात के साथ ही अदा करना चाहिए,
हाफिज ए कुरान यानी कि जिन्होंने पूरे कुरान शरीफ को बकायदा अच्छे से याद कर लिया हो,, वही लोग तरावीह की नमाज को पढ़ा सकते हैं,, लेकिन कोई ऐसी जगह हो जहां पर कोई भी हाफिज ए कुरान शख्स उपलब्ध ना हो वहां पर छोटी रकात में भी तरावीह की नमाज पढ़ी जा सकती है, जिसमें कुरान शरीफ के 30वें पारे के अंत की 20 सूरह को पढ़ा जाता है,,
Taraveeh Ki Dua English
Subhana zil mulki wal malakoot
Subhana zil izzati, wal azamati, wal haibati, wal qudrati, wal qibriyaai, wal jabaroot
Subhanal malikil hayyillazi laa yanamu walaa yamoot
Subboohun, quddoosun, rabbuna wa rabbul malaaikati war rooh
Allahumma ajirna minannar
Ya mujeeru, Ya mujeeru, Ya mujeer
Taraveeh Ki Dua Hindi
सुब्हा-न ज़िल मुल्की वल मलकूत
सुब्हा-न ज़िल इज़्ज़ती, वल अज़्मति, वल हैबति, वल कुदरती, वल किब्रियाई, वल जबरूत
सुब्हानल मलिकिल हय्यिल लज़ी ला यनामु वला यमूत
सुब्बूहुन, कुद्दूसुन, रब्बुना व रब्बुल मलाइकती वर रूह
अल्लाहुम्मा अजिरना मिनन्नार
या मुजीरु, या मुजीरु, या मुजीर
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Conclusion
तो दोस्तों आप को यहां पर रमजान के महीने में पढ़ी जाने वाली Taraveeh Ki Dua hindi PDF तथा english में दिया गया है। अगर आपको इस PDF से कोई ही आपत्ति हो तो आप मुझे contact जरूर करें।