Best Hindi Story : मेरा नाम वरुण है मैं बरेली का रहने वाला हूं मेरी जिंदगी अपने माता-पिता के साथ बहुत अच्छी गुजर रही थी उस समय मैं 6 साल का था जब मेरी मां मुझे इस दुनिया में अकेला छोड़कर चली गई थी वैसे तो मेरे पापा जिंदा थे लेकिन मां के मरने के बाद पापा से अकेलापन बर्दाश्त नहीं होता था या यूं कहा जाए कि अपने छोटे से बच्चे की परवरिश उनसे नहीं हो रही थी जब मैंने जन्म लिया था तब मैं अपने माता-पिता का लाडला था
वह दोनों ही मिलकर मुझे बहुत प्यार किया करते थे बचपन में मुझे पता नहीं था कि अपने माता-पिता से अलग होने का गम क्या होता है कि मैं बचपन से ही बहुत शरारती था और हमेशा शरारतें करने में लगा रहता था मेरे पापा एक कारोबारी इंसान थे और अच्छा कमाते थे मेरी मां की उनके साथ लव मैरिज हुई थी ऊपर वाले ने उन्हें मेरे रूप में उनकी मोहब्बत की निशानी दी थी मेरे जन्म के बाद मेरी मां को एक बड़ी बीमारी लग गई थी
जिसकी वजह से वह हमेशा बीमार रहती थी उनका इलाज चलता रहता था था फिर भी वह खुश रहती थी और अपने बेटे से बहुत प्यार किया करती थी मेरे जन्म के बाद से हमारे घर में खुशियां ही खुशियां छा गई थी लेकिन अक्सर मां की तबीयत इतनी ज्यादा खराब हो जाती थी कि पापा बहुत ज्यादा डर जाते थे पापा ने मां का इलाज विदेश में भी करवाया था कुछ दिनों तक तो वह ठीक रहती थी
लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से उनकी हालत बहुत खराब हो जाती जिसकी वजह से घर का माहौल भी बदल जाता था और मेरे पापा को मेरी फिक्र होने लगती थी कि अगर उनकी पत्नी को कुछ हो गया तो इस छोटे से बच्चे का ख्याल कौन रखेगा कुदरत को भी शायद मेरी मां का इस दुनिया से चले जाना ही मंजूर था इसीलिए मेरी मां मेरी छठी सालगिराह होने के दो महीने बाद दुनिया से विदा हो गई थी मां की मौत पर पापा बहुत रोए थे
क्योंकि वह उनसे बहुत मोहब्बत करते थे और अपने परिवार से लड़ झगड़ करर उन्होंने मेरी मां से शादी की थी मगर वह भी कहां जानते थे कि जिस लड़की के लिए वह इतनी मुश्किलों का सामना करके शादी कर रहे हैं बहुत ज्यादा समय तक उनके साथ नहीं रह सकेगी आखिर में हुआ वही जो कुदरत को मंजूर था मेरी मां के मरने के बाद मेरे पापा को बहुत ज्यादा परेशानी होने लगी थी मेरे पापा के परिवार वालों ने उनसे सारे रिश्ते नाते तोड़ दिए थे
लेकिन मां के मरने के बाद उन लोगों ने मेरे पापा को तसल्ली दिलाई और पापा से कहा कि हम तुम्हारी दूसरी शादी करवा देंगे इस तरह तुम्हारे बेटे को मां का प्यार मिल जाएगा पापा दूसरी शादी के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थे उन्होंने कहा मैं तो नीलिमा से ही प्यार करता था वही मेरी पत्नी थी और मैं अकेला ही अपनी पत्नी की आखिरी निशानी का ख्याल रख सकता हूं मेरी ताई जी ने पापा को यही समझाया था कि तुम्हारे लिए दूसरी शादी करना ही ज्यादा बेहतर रहेगा
मगर पापा ने उनकी एक ना सुनी थी भले ही मैं 6 साल का था लेकिन मेरे बहुत काम थे भले ही मैं 6 साल का था लेकिन मेरे बहुत काम थे और मैं इतना ज्यादा शरारत करता था कि पापा मुझसे दो दिन में ही तंग आ गए थे पापा पहले ही अपने पर परिवार से अलग रहते थे इसलिए घर में मेरा ख्याल रखने वाला उनके अलावा और कोई भी नहीं था और फिर पापा को अपना काम भी तो देखना होता था वह फैक्ट्री जाकर अपनी लेबर को काम बता करर आते थे
लेकिन जब से मां की मौत हुई थी पापा बस मेरी देखभाल में ही लगे रहते थे उन्हें डर लगता था कि अगर उन्होंने अपने बेटे को अकेला छोड़ दिया तो उनके बेटे के साथ कोई ऊंच नीच ना हो जाए लेकिन पापा मुझसे तंग आ गए थे और दूसरी तरफ उनके काम में भी ध्यान ना देने की वजह से उनके कारोबार का नुकसान हो रहा था उनको अब ज्यादातर आस पड़ोस के लोग और रिश्तेदार यही समझाया करते थे कि अब दूसरी शादी कर लीजिए इसी में आपकी बेहतरी होगी
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लेकिन अब मेरे पापा को लोगों की दी हुई एडवाइस ही ज्यादा सही लग रही थी क्योंकि मेरी परवरिश पापा से नहीं हो पा रही थी पापा को लगता था कि उनकी दूसरी पत्नी मेरी परवरिश कर सकेगी या नहीं क्योंकि वह मुझसे बहुत प्यार करते थे और वह नहीं चाहते थे कि मुझे कभी किसी तरह की कोई परेशानी हो यही वजह थी कि वह दूसरी शादी करने से बचना चाह रहे थे एक बच्चे के लिए सौतेली मां तो सौतेली मां ही होती है और वह अपना सौतेला पन कहीं भी दिखा सकती है
मेरे पापा इस बात से बहुत डर रहे थे और दूसरी तरफ उनको मेरी परवरिश की चिंता थी इसलिए उन्होंने अपनी शादी करने के लिए हामी भर ली थी मेरी ताई जी ने पापा के लिए रिश्ते तलाश करने शुरू कर दिए थे एक औरत का रिश्ता मेरे पापा के लिए आया था जिसके दो बच्चे थे ताई जी ने जब पापा को उनका फोटो दिखाया तो पापा ने कहा कि मुझे किसी ऐसी औरत की तलाश है जो मेरे बच्चे की परवरिश अच्छी तरह से कर ले मुझे कोई ऐसी औरत नहीं चाहिए जो खूबसूरत हो या फिर अमीर परिवार की हो मेरी ताई जी ने कहा कि मैं आपकी बात अच्छी तरह से समझ रही हूं
मगर आप एक बार औरत का फोटो देख लोगे तो ज्यादा बहतर रहेगा पापा ने उनका फोटो तो देख लिया था और रिश्ते के लिए हां भी कर दी थी कुछ दिनों बाद पापा को पता चला कि उनका जिस औरत के साथ रिश्ता तय हुआ है उसके दो बच्चे हैं इस बात को सुनकर पापा को ताई जी पर बहुत गुस्सा आया था और उन्होंने इस औरत से शादी करने के लिए साफ इंकार कर दिया था पापा कहने लगे कि मैं चाहता हूं कि मेरे बेटे की परवरिश अच्छे से हो जाए मुझे किसी ऐसी औरत की जरूरत नहीं है
जिसके पास पहले से ही बच्चे हो वह अपने बच्चों के सामने मेरे बच्चों की परवरिश ठीक से नहीं कर पाएगी ताई जी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह ऐसी नहीं है हमने उस औरत को बता दिया है कि हमारे देवर के पास एक बेटा है और तुम्हें उसका अच्छे से ख्याल रखना है वह अपने बच्चों को अपने माइक में ही छोड़कर आएगी पापा कहने लगे कि नहीं नहीं कभी ना कभी अपने बच्चों के लिए उसकी ममता जाग उठेगी मैं ऐसा कदम नहीं उठा सकता मुझे अपने बेटे के लिए किसी ऐसी मां की जरूरत है
जिसकी अपनी कोई औलाद ना हो और वह अपना सारा ही प्यार मेरे बेटे पर लुटा दे और उसके लिए एक अच्छी और सच्ची मां साबित हो ताई जी को ऐसा रिश्ता तलाश करने में काफी दिक्कत आ रही थी मेरे पापा के लिए उनको ऐसी कोई औरत नहीं मिल रही थी जिसके पास कोई औलाद ना हो ताई जी को मेरे पापा के लिए पत्नी तलाश करते-करते लगभग 6 महीने गुजर गए थे इस बीच पापा को और ज्यादा परेशानी हुई थी क्योंकि उनका कारोबार दिन बदिरा था
और इधर मैं भी अपनी मां के बिना बीमार रहने लगा था मेरे पापा को मेरी मां की बहुत याद आया करती थी और मैं भी अपनी मां को हमेशा याद करता रहता था जिस वजह से मैं बहुत कमजोर हो गया था क्योंकि मुझे अपनी मां के प्यार की जरूरत थी कुछ समय के बाद फाइनली ताई जी को एक रिश्ता मिल गया था जो मेरे पापा के लिए बहुत ही अच्छा था मगर उस औरत के पास भी एक 7 साल का बेटा था
इस बार ताई जी ने पापा के लिए लड़की पसंद करने के बाद अपने पति से कहा था कि वह अपने छोटे भाई से बात करें और उन्हें शादी के लिए राजी करें इस तरह तो वह सारी जिंदगी परेशान होते रहेंगे और उनकी शादी भी कहीं नहीं होगी मेरे ताऊ जी हमारे घर आए और उन्होंने लड़की का फोटो मेरे पापा को दिखाया था पापा कहने लगे कि मैं आपसे कितनी बार कह चुका हूं कि मुझे अपने बेटे की अच्छी परवरिश करने के लिए एक मां की जरूरत है ना कि अपने लिए पत्नी की जरूरत है
ताऊ जी ने उनको समझाया और कहा कि तुम बहुत भावुक हो रहे हो तुम्हें अपने बच्चों की फिक्र करनी चाहिए देखा तुमने इस बच्चे की क्या हालत बना दी है यह कितना कमजोर हो गया अगर तुम्हारी जगह इसका ख्याल कोई औरत रखेगी तो ज्यादा बेहतर रहेगा क्योंकि एक औरत ही है जो बच्चों की परवरिश करना अच्छे से जानती है तुम्हारे लिए शीतल ने एक लड़की पसंद की है वह बहुत ही अच्छी है तुम्हारे बेटे का और तुम्हारा बहुत ख्याल रखेगी मगर एक परेशानी है
उसके पास एक 7 साल का बेटा है और वह अपने बेटे को यहीं लेकर आएगी उसने वादा किया है कि वह तुम्हारे बेटे को अपने बेटे के समान प्यार करेगी ताऊ जी की बात सुनकर पापा को गुस्सा आ गया और उन्होंने कहा कि नहीं मैं बच्चों वाली औरत से शादी नहीं करूंगा ताऊ जी ने कहा कि जब कोई ऐसा रिश्ता मिल ही नहीं रहा तो वक्त जाया करने से अच्छा है कि किसी ऐसी औरत को ही लाया जाए जो अपने बच्चे के साथ-साथ तुम्हारे बच्चे की भी परवरिश कर ले
ताऊ जी ने मेरे पापा को बहुत समझाया था तब जाकर मेरे पापा उस औरत से शादी करने के लिए मान गए थे क्योंकि उनको आगे मेरे फ्यूचर की फिक्र हो रही थी उन्हें लगता था कि वह जो चाहे जितनी कोशिश कर ले लेकिन मेरी परवरिश इस तरह नहीं कर सकेंगे जैसे एक औरत कर सकती है मेरे पापा की शादी सिंपल तरीके से उस औरत के साथ हो गई थी जो मेरी दूसरी मां बनकर हमारे घर में आई थी
मेरी ताई जी ने उस औरत से वादा लिया था कि तुम अपने बच्चे को अगर इस घर में लेकर आओगी तो तुम्हें अपने पति के बेटे की परवरिश में कोई कमी नहीं छोड़नी होगी और अगर तुमने दोनों बच्चों में भेदभाव किया तो तुम्हें अपने बेटे को अपने माय के वालों को देना होगा लेकिन उस औरत ने वादा किया था कि वह मेरा ख्याल बिल्कुल अपनी औलाद की तरह रखेगी इस तरह वह हमारे घर में आ गई और धीरे-धीरे हमारे घर के माहौल में मिलजुल गई थी
उनका बेटा और मैं दोनों की उम्र में सिर्फ एक साल का फर्क था इसीलिए हम दोनों आपस में भाई-भाई लगते थे शादी के बाद 1 साल तक जब उन्होंने मुझे और अपने बेटे को एक समान समझा तो मेरे पापा को यकीन हो गया कि वह मेरे लिए एक अच्छी मां साबित हुई है उसके बाद से मेरे पापा ने भी उन्हें दिल से एक्सेप्ट कर लिया था और वह उनके बेटे को भी मेरी तरह ही प्यार करते थे अब मैं अपनी दूसरी मां को मम्मी कहकर बुलाता था भाई भी मेरे साथ बहुत अच्छा था
वोह मेरी सौतेली मां ही सही मगर उन्होंने हमेशा मुझे अपने सगे बेटे के सामान ही प्यार किया था बचपन में अगर हम दोनों किसी खिलौने से खेल रहे होते और हम दोनों को एक ही लाना चाहिए होता तो वह अपने बेटे से छीनकर उसे मुझे दे दिया करती थी जबकि उनका बेटा नितिन जिसको मैं भैया कहकर बुलाता था वह खिलौनों के लिए रोता रह जाता और बेबस नजरों से मुझे खिलौने से खेलता हुआ देखता रहता था मम्मी ने हमेशा मुझे अपने सगे बेटे का हक छीन कर दिया था
जैसे-जैसे मैं होश संभालने लगा मुझे यह बात पता चल गई कि औरत मेरी दूसरी मां है क्योंकि घर की अलमारी में हमारी फैमिली एल्बम थी जिसे मैं हमेशा देखता रहता था उसमें मेरी सगी मां का फोटो भी था मैं अपनी सगी मां को याद करता और सोचता कि अगर वह जिंदा होती तो कितना अच्छा होता मगर मैंने अपनी दूसरी मम्मी के लिए अपने दिल में ज्यादा मोहब्बत नहीं रखी थी बस मैं पापा की वजह से उनको अहमियत देता था और उनके सामने मोहब्बत का दिखावा करता था
लेकिन उन्होंने मुझे सच्चे दिल से अपना बेटा मान लिया था और दोनों ही बच्चों को उन्होंने एक समान प्यार दिया था और एक समान ही संस्कार दिए थे हमारी परवरिश में उन्होंने कभी कोई कमी नहीं छोड़ी थी मैं धीरे-धीरे जवान हो गया मेरी शिक्षा अभी पूरी नहीं हुई थी जबकि नितिन भैया की पढ़ाई पूरी हो गई तो वह नौकरी पर जाने लगे घर का माहौल अभी भी नॉर्मल चल रहा था मैं सिर्फ सबसे ज्यादा अपने पापा से ही प्यार करता था
क्योंकि बचपन से लेकर अब तक मुझे ऐसा लगता था कि मेरे पापा ही मेरे अपने हैं मेरी सौतेली मां भले ही मुझसे कितना ही प्यार क्यों ना कर ले रहेगी तो वह मेरी सौतेली माही यह ख्याल मेरे दिल से ना जाने क्यों कभी निकलता ही नहीं था इसलिए मैं अपनी सौतेली मां से दिखावे का प्यार करता और पापा से मुझे दिली लगाव था जबकि नितिन भैया से भी मैं सिर्फ दिखावे का ही प्यार करता था मुझे ऐसा लगता था जैसे उन्होंने मेरे घर में आकर मेरे पापा पर अपना हक जमा लिया है
वह दोनों मां बेटा मेरे घर में भी अपना हक जमा करर बैठ गए थे मैंने देखा था कि पापा उनको बहुत अहमियत देते थे मेरे दिल में ना जाने क्यों दोनों के लिए धीरे-धीरे नफरत तब बढ़ने लगी जब मैंने देखा कि मेरे पापा ने अपने कारोबार की सारी जिम्मेदारी नितिन भैया को दे दी और उनसे कहा कि अब तुम इस काम को संभालो जबकि मुझसे घर में कोई भी किसी काम को नहीं कहा जाता था अगर मैं पापा का कारोबार करना भी चाहता तो मम्मी कहती कि बेटा अभी तुम छोटे हो
अभी तुम अपनी पढ़ाई लिखाई पर ध्यान दो यह जवानी की उम्र होती है इस जवानी को एंजॉय करो इतनी जल्दी कारोबार में पड़ जाओगे तो फिर अपनी जिंदगी नहीं जी सकोगे उनकी इन बातों का मकसद यह होता था कि मैं अ भी अपने पिता और भाई की कमाई पर ऐश करूं मगर मैं उनकी की बातों का हमेशा गलत मतलब निकाल लिया करता था मुझे ऐसा लगता था जैसे वह मुझे मेरे पिता के कारोबार से दूर करना चाह रही है पापा चाहते थे कि भैया पापा का कारोबार संभाले
जबकि मैं ज्यादा पढ़ूं लिखूं उन्होंने भैया को ज्यादा नहीं पढ़ाया था और मुझे वह कामयाब बनाना चाहते थे वह चाहते थे कि उनका बेटा उनका कारोबार ना करके अपना अलग से कारोबार करें पर मुझे ऐसा लगता था कि जैसे पापा मुझसे ज्यादा मेहनत करवाना चाहते हैं उन्होंने अपना बना बनाया कारोबार भैया को दे दिया इस बात से धीरे-धीरे मेरे दिल में अपने माता-पिता के लिए जलन पैदा होने लगी थी और नितिन भैया से तो मैं पहले ही जलता था वक्त इसी तरह से गुजरता जा रहा था
मुझे ना जाने क्यों अपने घर वाले अब अच्छे नहीं लगते थे इसलिए मैं ज्यादातर घर से बाहर ही रहता और अपने दोस्तों के साथ टाइम स्पेंड किया करता था मगर जब रात को मैं घर आता तो मेरे घर वाले मुझसे कोई सवाल जवाब नहीं करते थे उन्होंने कभी मुझ पर किसी तरह की रोक टोक नहीं की थी इस बात से मुझे ऐसा लगता था कि उनको मेरी कोई परवाह ही नहीं है घर में बहुत सारे ऐसे काम होते थे जिनके बारे में मुझे तो खबर भी नहीं होती थी
हमेशा मुझे यही लगता रहता था कि इस घर में मेरी कोई वैल्यू नहीं है मेरा होना ना होना किसी के लिए कोई मायने नहीं रखता बस उन दोनों के लिए सब कुछ नितिन भैया ही है अब तो वो लोग नितिन भैया के लिए लड़की तलाश कर रहे थे यह बात मुझे तब पता चली जब रात के समय मैं घर आया तो मम्मी ने मेरे सामने मिठाई लाकर रख दी और कहने लगी कि मुंह मीठा करो बेटा तुम्हारे भैया का रिश्ता तय कर कर आई हूं
मैंने चौक कर कहा भैया का रिश्ता मम्मी कहने लगी कि हां बेटा तुम्हारे भैया की शादी की उम्र हो रही है पहले तुम्हारे भैया की पत्नी इस घर में आ जाए उसके बाद बहू से कहूंगी कि वह तुम्हारे लिए भी अच्छी सी लड़की तलाश कर सके ताकि तुम भी शादी के बंधन में बंद जाओ मैंने कहा आप लोग नितिन भैया की शादी करना चाहते हो लेकिन आपने मुझे लड़की पसंद करने के बाद में बताया कि उनकी शादी होने जा रही है मम्मी कहने लगी कि नहीं बेटा ऐसी कोई बात नहीं है
दरअसल पहले से ही मेरे दिल में यह ख्याल था कि पड़ोस में रहने वाली सुशील जी की बेटी को मैं अपने घर की बहू बना लूं वह मुझे बहुत अच्छी लगती है इसलिए मैंने उसे नितिन के लिए पसंद कर लिया मैं तो चाहती थी कि अभी मैं रिश्ता ना लगाऊं मगर उस लड़की के घरवाले उसके लिए रिश्ता देख रहे हैं कहीं ऐसा ना हो कि उसकी शादी कहीं और हो जाए इसलिए मुझे आज तुम्हारे पापा से बात करने के बाद उधर रिश्ता लेकर जाना ही पड़ा
लेकिन वो लोग तो फौरन ही इस रिश्ते के लिए राजी हो गए इसी खुशी में तुम्हें मिठाई खिला रही हूं अभी तो यह बात मैंने नितिन को भी नहीं बताई है वह जब घर आएगा तब उसे बताऊंगी कि मैंने उसका रिश्ता पक्का कर दिया है उनकी बात सुनकर मैं ऐसे रिएक्ट करने लगा जैसे मुझे उनके रिश्ते से कोई फर्क नहीं पड़ता और मुझे नितिन भैया के रिश्ते से फर्क पड़ता भी क्यों वैसे भी इस घर में उनकी ही खुशियों की परवाह ज्यादा की जाती थी मेरा पढ़ाई में ध्यान बिल्कुल भी नहीं था
क्योंकि मुझे पढ़ाई में कोई इंटरेस्ट नहीं था लेकिन पापा बार-बार मुझसे यही कहते थे कि तुम्हें कामयाब इंसान बनना है मैं चाहता हूं कि तुम मेरे काम से हटकर कोई नया कारोबार करो मुझसे भी ज्यादा कामयाब बनो इसलिए तुम्हारा ज्यादा से ज्यादा पढ़ना बहुत जरूरी है वह मुझे तो अपना अलग बिजनेस खड़ा करने के लिए ज्यादा पढ़ाई करने और ज्यादा मेहनत करने का बोल रहे थे जबकि उन्होंने नितिन भैया को अपना बना बनाया ही कारोबार दे दिया क्या उनके कारोबार पर मेरा कोई हक नहीं था
यही बात मेरे दिल को हमेशा चुपति थी मैं बस खामोश रहता था किसी से कोई बात नहीं करता था और मेरे घर वालों को ऐसा लगता था कि मैं ज्यादातर अपने दोस्तों के साथ लाइफ एंजॉय करता हूं घराने के बाद थक जाता हूं इसलिए किसी से कोई बात नहीं करता इसी दौरान मेरी मुलाकात एक लड़की से हुई उसका नाम रीमा था रीमा से मेरी दोस्ती मेरे एक दोस्त ने करवाई थी जो उसके ही मोहल्ले में रहती थी मुझे रीमा बहुत पसंद आई थी
पहले तो हम दोनों एक दूसरे से दोस्ती की हद में ही रहकर बात करते थे लेकिन एक दिन मैंने उससे अपनी मोहब्बत का इजहार कर दिया क्योंकि मैं उसे पसंद करने लगा था मैं ठहरा एक खाते-पीते घर का लड़का जबकि रीमा एक मामूली से घर की लड़की थी वह अपनी मां और तीन बहन भाइयों के साथ रहती थी उसके पिता की मौत पिछले कई सालों पहले हो चुकी थी रीमा नौकरी करती थी मैं जब अपने दोस्त के घर जाता था उसे बुलाने के लिए तो अक्सर मैंने रीमा को उसके घर से निकलते हुए देखा था
वह अपनी जॉब के लिए घर से निकल रही होती थी पहली नजर देखते ही वह मुझे पसंद आ गई थी मैंने इस बारे में अपने दोस्त रोहन को बताया तो उसने कहा था कि वह रीमा से बात करेगा और कहेगा कि रीमा मुझसे दोस्ती कर ले मेरे दोस्त ने जब रीमा से कहा तो वह मुझसे दोस्ती करने के लिए मान गई थी इस तरह हम दोनों काफी समय तक एक दूसरे के साथ दोस्त बनकर रहे लेकिन जब मैंने उससे अपनी मोहब्बत का इजहार किया तो उसने मुझसे मेरी मोहब्बत का इजहार भी जल्द ही कर लिया था
इस तरह हम दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे ना जाने क्यों अब मुझे सबसे ज्यादा इस दुनिया में अपना सिर्फ रीमा ही लगने लग गी थी ऐसा लगता था जैसे एक वही मेरी अपनी है बाकी मेरा इस दुनिया में और कोई भी नहीं है रीमा को मैंने एक मोबाइल फोन खरीद कर दे दिया था क्योंकि उसके पास मोबाइल नहीं था वह अपने भाई के मोबाइल से छुप-छुप कर मुझसे बातें किया करती थी पैसों की मेरे पास कभी कोई कमी रही ही नहीं थी
पापा भी मुझे हमेशा पैसे देते रहते थे और नितिन भैया से भी मैं जितने मन करता पैसे ले लेता था लेकिन मुझे ये बात पसंद नहीं थी कि मुझे हमेशा उन लोगों के आगे हाथ फैलाने पड़े मैं चाहता था कि सब कुछ मेरा हो जाए मुझे अपने ही पैसे किसी से मांगने ना पड़े यह सारे पैसे घर कारोबार सब कुछ मेरा ही तो था जिस पर नितिन भैया ने अपना कब्जा जमा लिया था मैं हर दिन रीमा को कहीं ना कहीं घुमाने ले जाता था रीमा अब मुझसे महंगे महंगे तोफ की डिमांड करने लगी थी
इसलिए मैं उसकी ख्वाहिशें भी पूरी कर दिया करता था पहले मैं अकेला अपने दोस्तों के साथ ज्यादातर समय गुजारा करता था मेरे दोस्त भी सब अमीर ही थे इसलिए मेरे पैसे ज्यादा खर्च नहीं होते थे लेकिन जब से रीमा मेरी जिंदगी में आई थी मुझे उसके खर्चे उठाने के लिए पापा और भैया से जल्दी-जल्दी पैसे मांगने पड़ रहे थे रीमा किराए के घर में अपने परिवार के साथ रहती थी और नौकरी करती थी लेकिन जब से वह मेरे साथ रहने लगी थी तब से वह अपनी जॉब पर भी बहुत कम जाती थी
उसने लगभग अपना सारा ही खर्चा मुझ पर डाल दिया था अब रीमा कहने लगी थी कि मैं तुमसे शादी करना चाहती हूं हमारे बारे में मेरी मां को पता चल गया मां का कहना है कि अगर यह लड़का तुमसे मोहब्बत करता है तो इससे शादी का कहो मैंने कहा रीमा मैं तुमसे शादी जरूर करूंगा तुम्हें क्या लगता है कि मैं तुम्हें धोखा दे दूंगा रीमा कहने लगी कि मुझे ऐसा नहीं लगता मगर मेरी मां को ऐसा लगता है मेरी मां का कहना है कि यह अमीर घर के लड़के सिर्फ प्यार मोहब्बत का झूठा खेल खेलते हैं
शादी वादी नहीं करते मैंने कहा ऐसी कोई बात नहीं है मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं तुम्हें अपनी पत्नी बनाना चाहता हूं रीमा कहने लगी तो फिर अपने घरवा लो को रिश्ता लेकर भेज दो मैंने कहा मैं अभी तुम्हारे बारे में अपने घर बात नहीं कर सकता क्योंकि मेरे बड़े भाई की शादी पहले होगी उसके बाद ही मैं अपनी शादी करूंगा रीमा को मेरी बात सुनकर गुस्सा आ गया वह कहने लगी इसका मतलब मेरी मां ठीक कह रही है कि तुम मुझसे शादी नहीं करना चाहते बल्कि मेरे साथ टाइम पास कर रहे हो
मैंने कहा रीमा ऐसा नहीं है मैं तुम्हारे साथ टाइम पास क्यों करूंगा मैं तो हमेशा तुम्हारा ख्याल रखता हूं तुम्हें खुश करने के लिए जैसा तुम कहती हो वैसा ऐसा ही करता हूं तुम मेरी मोहब्बत को गलत मत समझो उसने कहा अगर तुम मुझसे सच्ची मोहब्बत करते हो तो मेरे घर आओ और मेरी मां को यकीन दिलाओ कि तुम मुझसे मोहब्बत करते हो क्योंकि मेरी मां मुझे तुमसे बात करने के लिए मना कर रही है मैंने कहा कि अच्छा ठीक है मैं आ जाऊंगा
इधर घर में भैया का रिश्ता मोहल्ले में रहने वाले सुशील अंकल की बेटी पारुल के साथ तय हो गया था मैं घर आया तो मुझे पता चला कि भई और पारुल भाभी की इंगेजमेंट परसों है मैंने सोचा भी था कि मुझे घर में अपने और रीमा के बारे में बात कर लेनी चाहिए लेकिन घर में भैया और पापा पहले से ही मेरा इंतजार कर रहे थे पापा ने मुझे अपने कमरे में बात करने के लिए बुलाया जब मैं पापा के पास गया तो देखा कि नितिन भैया पहले ही उनके पास बैठे हुए थे
उन दोनों ने मुझसे बड़े मुस्कुरा कर बात की और मुझे अपने पास बैठने के लिए कहा भैया कहने लगे कि देखो वरुण तुम बहुत समझदार हो मगर इन दिनों हमें ऐसा लग रहा है कि तुम हमसे बहुत ज्यादा पैसे ले चुके हो अभी तक ऐसा नहीं हुआ कि तुमने एक महीने में 80000 खर्च किए हो इस महीने तुमने पूरे पूरे 80000 खर्च किए हैं तुम चाहे जितने पैसे खर्च करो लेकिन बस मैं तुमसे यह कहना चाहता हूं कि तुम अपने पैसे संभाल कर रखा करो कहीं भी गलत जगह पैसों का इस्तेमाल मत करना
भैया ने यह बात मुझसे बड़े ही प्यार और तसल्ली के साथ कही थी लेकिन ना जाने क्यों मुझे भैया की बात बहुत बुरी लगी मैंने भैया से तो कुछ नहीं कहा था इतने पर ही पापा बोल पड़े और कहने लगे कि बेटा तुम्हारा भाई बिल्कुल ठीक कह रहा है आगे से तुम इस बात का ध्यान रखना पापा के मुंह से यह बात सुनकर मुझे गुस्सा आ गया था मैं झट से उठा और मैंने कहा क्या मुझे अब अपने घर से पैसे लेने के लिए भी सोचना पड़ेगा
मैं इतनी जोर से चिल्लाया था कि पापा और भैया मुझे गौर से देखने लगे पापा कहने लगे कि बेटा यह किस अंदाज में तुम बात कर रहे हो मैंने उनकी बात का कोई जवाब नहीं दिया और मैं गुस्से से ही घर से बाहर निकल आया था मेरा ऐसा गुस्से भरा अंदाज सब लोग देखते रह गए थे घर से बाहर निकलते ही मेरा मोबाइल बजने लगा रीमा मुझे फोन कर रही थी रीमा ने कहा कि क्या हुआ तुम अभी तक मेरे घर नहीं आए मैंने अपना सर पकड़ते हुए कहा कि अच्छा अभी आ रहा हूं
तुम्हारे घर मैं फौरन ही अपनी गाड़ी लेकर रीमा के घर चला गया था मैं वहां गया तो मैंने रीमा के घरेलू हालात देखे उसके घरेलू हालात बहुत ही ज्यादा खराब थे उसकी मां ने मुझे अपने पास बैठने के लिए कहा उन्होंने कहा कि मेरी बेटी ने बताया है कि तुम मुझसे मोहब्बत करते हो मैंने कहा कि जी तो वह कहने लगी तो कब तुम अपने माता-पिता को हमारे घर मेरी बेटी का हाथ मांगने के लिए भेज रहे हो मैंने कहा आंटी अभी मेरे बड़े भाई की शादी है
उसके बाद मैं फौरन ही अपने पेरेंट से मेरे और रीमा के रिश्ते की बात कर लूंगा आप मुझ पर यकीन रखिए उन्होंने कहा कि अच्छा तुम क्या काम करते हो मैंने कहा मैं कोई काम नहीं करता मैं तो अभी पढ़ाई कर रहा हूं उसके बाद मेरे पापा मुझे नया बिजनेस सेटअप ल लगवा कर देंगे मुझसे पूछा कि तुम्हारे पिता का क्या काम है मैंने उनको अपने पिता के कारोबार के बारे में बता दिया तो वह कहने लगी कि तुम्हारे पिता का कारोबार इतना अच्छा है तो उनको क्या जरूरत है कि तुम्हारा अलग से बिजनेस करवा कर दें
उन्होंने मुझसे कहा कि रीमा ने मुझे बताया था कि तुम्हारा बड़ा भाई और तुम्हारी मां सौतेले हैं मैं उनके सवाल पर शर्मिंदा हुआ और मैंने कहा कि जी रीमा ने आपको ठीक बताया वह कहने लगी कि जब तुम्हारे पिता का कारोबार इतना अच्छा है तो तुम उनका ही बिजनेस क्यों नहीं संभाल लेते और तुम्हारा बड़ा भाई क्या करता है मैंने उनको बताया कि बड़े भैया पापा के कारोबार में ही लगे हुए हैं उन्होंने कहा अच्छा तो तुम्हारे पिता ने अपने सौतेले बेटे को अपना कारोबार सौप दिया
और छोटे बेटों को भरोसे पर बिठाया हुआ है कि कब उसकी पढ़ाई पूरी हो और कब उसको कारोबार करवाया जाए तुम्हारे सौतेली मां और उसके बेटे दोनों ने ही तुम्हारे घर और कारोबार पर अपना कब्जा कर लिया है इसका साफ-साफ मतलब यही है कि तुम्हारे पिता को अपना सा का बेटा दिखाई नहीं देता मैंने कहा आंटी ऐसी कोई बात नहीं है आप गलत समझ रही हैं वह कहने लगी कि ना बाबा ना मैं अपनी बेटी की शादी तुम्हारे साथ नहीं करूंगी जहां तुम्हारी ही तुम्हारे घर में कोई औकात नहीं है
वहां मेरी बेटी को सुकून से कैसे रहने दिया जाएगा मैंने कहा आंटी आप यह कैसी बातें कर रही हैं रीमा मेरे घर में बहुत खुश रहेगी बस एक बार भैया की शादी हो जाए फिर खुशी-खुशी सब लोग यहां आकर रीमा को ले जाएंगे वह कहने लगी कि तुम्हारे माता-पिता सिर्फ दिखा वे की मोहब्बत तुमसे करते हैं ताकि तुम्हारे दिल में यह ख्याल ना आ जाए तुम्हारे पिता ने दूसरी शादी करके तुम्हारी जिंदगी बर्बाद कर दी जबकि असल बात तो यह है कि उन लोगों को तुम्हारी कोई फिक्र ही नहीं है
अगर फिक्र होती तो अपना कारोबार तुम्हें देते अपनी जायदाद भी तुम्हारे नाम कर देते मगर मुझे नहीं लगता कि तुम्हारी सारी जायदाद वो तुम्हारे नाम करेंगे जबकि व अभी से ही अपने बड़े बेटे को ज्यादा अहमियत दे रहे हैं तो तुम्हारा बड़ा भाई चालाकी से सब कुछ अपने नाम करवा लेगा और फिर तुम सड़कों पर मारे मारे फिरो ग देखो एक शर्त पर मैं तुम्हारी शादी अपनी बेटी के साथ करवाऊंगी तुम्हें अपने पिता की सारी जायदाद अपने नाम करवानी होगी
मैंने कहा लेकिन यह सब कुछ इतना आसान नहीं है अभी मेरे माता-पिता जिंदा हैं उनके होते हुए कुछ नहीं हो सकता मेरी सास कहने लगी तो फिर ठीक है जब सब कुछ तुम्हारा हो जाए तब जाकर मेरी बेटी का हाथ मांग लेना मैं उससे तुम्हारी शादी कर दूंगी उस दिन ना जाने क्यों मुझे हर किसी पर गुस्सा आ रहा था मैं रीमा की मां को भी गुस्सा दिखाकर घर से निकल आया था शाम तक मैं अपने दोस्त के घर पर रहा भैया और पापा लगातार मुझे फोन कर रहे थे मम्मी भी बहुत परेशान थी
मेरे दोस्त ने मुझे यही समझाया कि तुम्हें अपने घर चले जाना चाहिए रात का समय हुआ तो मैं अपने घर आ गया था ना जाने क्यों मुझे उन लोगों से हमदर्दी महसूस हुई और मैं उनके सामने शर्मिंदा होने लगा उन्होंने मुझे बहुत समझाया और कहा कि बेटा तुम हमारी बात का गलत मतलब समझ रहे थे अगर तुम तुम्हें हम में से किसी की भी बात बुरी लगी है तो उसके लिए हमें माफ कर देना और आइंदा हमसे ऐसी कोई गलती नहीं होगी वो लोग मुझसे बड़े थे
फिर भी मेरे सामने ऐसी बातें कर रहे थे इसीलिए मुझे शर्मिंदगी महसूस हुई यह बात ठीक है कि मैंने कभी इतने ज्यादा पैसे नहीं लिए थे इतने पैसे सिर्फ और सिर्फ मैंने रीमा पर लगाए थे कई दिनों तक मेरी रीमा से भी बात नहीं हुई थी भैया की भी शादी हो गई और हमारे घर में भाभी आ गई थी भाभी बहुत सुंदर थी और उन्होंने घर को अच्छी तरह से संभाल लिया था उनकी घर वालों के साथ बहुत अच्छी बनती थी और अब वक्त आ गया था कि मुझे अपने घर वालों को रीमा के बारे में बता देना चाहिए
मैंने सबको रीमा के बारे में बताया तो मम्मी और भाभी बहुत खुश हुई थी उन्होंने कहा कि यह तो बहुत अच्छी बात है तुमने हमारी मुश्किल आसान कर दी और खुद ही अपने लिए लड़की पसंद कर ली उधर मैंने रीमा को फोन करके बताया कि मेरी फैमिली तुम्हारे घर रिश्ता लेकर आ रही है मेरी बात सुनकर रीमा कहने लगी कि मम्मी ने तो तुमसे मना कर दिया ना कि जब तक तुम्हारे पिता की सारी जायदाद तुम्हारे नाम नहीं हो जाती तब तक वह मेरी शादी तुम्हारे साथ नहीं करेंगी
मैंने कहा तुम्हारी मम्मी का दिमाग खराब हो गया है अब मैं अपने घर में तुम्हारे और अपने बारे में बता चुका हूं अगर तुम मुझसे मोहब्बत करती हो तो अपनी मम्मी को मनाओ बस एक बार मेरी नौकरी लग जाए सब कुछ ठीक हो जाएगा आज अगर मेरे घर वाले तुम्हारे घर रिश्ता लेकर आ गए तो हम दोनों की मोहब्बत कामयाब हो जाएगी रीमा कहने लगी कि अच्छा ठीक है तुम उन लोगों को भेज दो मैं मम्मी को समझा दूंगी अब रीमा ने अपनी मां से क्या बात करी यह तो मेरी समझ नहीं आया
मगर मेरी भाभी और मम्मी को रीमा बहुत पसंद आई थी और वह लोग रिश्ता पक्का करके आ गई थी जब वह लोग घर आई तो मुझे बहुत खुश नजर आ रही थी उन्होंने कहा कि तुम्हारी पसंद तो बहुत अच्छी है लेकिन इसके बाद रीमा की मां ने मेरा दिमाग और भी ज्यादा खराब करना शुरू कर दिया था वह बार-बार मुझे इसी बात पर ब्लैकमेल करती रहती थी कि तुम्हारी खातिर मैंने रीमा का रिश्ता तुम्हा रे साथ तय कर तो दिया है लेकिन शादी तब तक नहीं होगी
जब तक अपने पिता की सारी जायदाद तुम अपने नाम नहीं करवा लेते एक तरह से रीमा की मां बिल्कुल ठीक कह रही थी उन्होंने मां से कहा था कि शादी वह अब इतनी जल्दी नहीं कर सकती क्योंकि अभी उनका शादी का बंदोबस्त नहीं है उन्होंने कहा था कि हमें शादी के लिए पूरे एक साल का समय चाहिए ऐसा उन्होंने इसलिए कहा था ताकि इस एक साल में मैं पापा की सारी जायदाद का वारिस बन सकूं अब मैंने अपने प्लान पर फोकस करना शुरू कर दिया था
मैंने घर में बोल दिया था कि मुझे अब आगे पढ़ाई नहीं करनी पहले ही मैं काफी पढ़ चुका हूं पापा कहने लगे कि बेटा अभी तो तुम्हें थोड़ा और पढ़ना होगा तभी तो एक्सपीरियंस के लिए तुम्हें किसी अच्छी कंपनी में नौकरी लगेगी मैंने चौक कर पापा से कहा कि अपने पापा का इतना अच्छा कारोबार होते हुए मैं किसी दूसरी कंपनी में नौकरी करूं यह सब मुझे सूट नहीं करता मैं आगे पढ़ाई इसीलिए नहीं करना चाहता क्योंकि आगे पढ़ने की अब मुझे जरूरत नहीं है
मैं आपका ही कारोबार संभालू हगा मगर पापा पा ऐसा करने के लिए राजी नहीं थे लेकिन मैं इस बार जिद पर ड़ गया था और अब घर में सब लोगों के साथ बदतमीजी से बात करने लगा था मैंने पापा की फैक्ट्री जाना शुरू कर दिया था और वहां जाने के बाद मैं भैया की जगह उनके ऑफिस में बैठने लगा था भैया को यह बात बुरी भी लगी थी लेकिन भैया खामोश हो गए थे पापा ने मुझे अलग से समझाया भी था कि नितिन को ये सब बुरा लग रहा है प्लीज ऐसा मत करो
लेकिन मैंने पापा से बोल दिया था उन्हें बुरा लगता है तो लगता रहे वैसे भी यह सब कुछ मेरा है उनका कुछ भी नहीं है वह अपनी मां के साथ यहां आए रहे बड़े हुए जवान हुए उनकी शादी हो गई और आज यह जो कुछ भी है यह सब कुछ उनको अपने सौतेले पिता से मिला है कितना ही आप उनके साथ हमदर्दी कर लो रहोगे आप उनके सौतेले पिता ही मैं आपका सगा बेटा हूं और आपको मेरे बारे में ही ज्यादा सोचना चाहिए ऐसा कुछ मैंने कभी नहीं किया था
मेरे मुंह से पहली बार ऐसी बातें सुनकर पापा चौक गए थे और उन्हें एक जोरदार झटका लगा था मेरा अब जैसा मन करता मैं वैसा ही किया करता था फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों के पैसे भी मैं ही उनको अपनी मर्जी के मुताबिक देने लगा था और सारा हिसाब किताब भी मैंने अपने हाथ में ले लिया था पढ़ाई छोड़कर मैंने पूरी तरह से पापा का कारोबार अपने हाथ में कर लिया था शायद यह बात पापा को पसंद नहीं आई थी पापा मुझसे नाराज रहने लगे थे और बीमार भी रहने लगे थे
इस बारे में मुझे नहीं पता था कि पापा काफी दिनों से बीमार चल रहे हैं और डॉक्टर से उनका इलाज भी चल रहा है क्योंकि घर में मैं ज्यादातर रुकता ही नहीं था और ना ही किसी से बातचीत करता था मगर इस बात का मुझे तब पता चला कि मेरे पापा बीमार हैं जब अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और हम सब लोग उन्हें अस्पताल लेकर भागे थे अस्पताल जाने के बाद पता चला कि पापा की मौत हो चुकी है मुझे इस बात पर बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई थी क्योंकि पापा मुझसे नाराज थे
और इसी नाराजगी में वो मुझे छोड़कर चले गए मेरे पापा की मौत की खबर जब रीमा की मां को हुई तो उन्होंने मुझसे कहा कि कि तुम्हारे लिए तुम्हारी जायदाद अपने नाम करवाना अब और भी ज्यादा आसान हो गई है मैंने कहा मैं इस बारे में कोई बात नहीं करना चाहता मैं अपने पापा से बहुत प्यार करता था उनकी मौत ने मुझे तोड़कर रख दिया रीमा की मां कहने लगी कि मेरा वो मतलब नहीं है मेरा मतलब यह है कि तुम्हारे पिता अब इस दुनिया से जा चुके
हैं तुम्हारी सौतेली मां और उनका बेटा तुम्हें कहीं का नहीं छोड़ेंगे इसलिए तुम कुछ तो ऐसा करो जिससे इन लोगों का रास्ता साफ हो जाए और सब कुछ तुम्हारा हो जाए एक तरह से वह बिल्कुल ठीक कह रही थी उनकी बात मेरे दिमाग में आ गई थी मगर मैं कुछ नहीं कर पा रहा था पापा के मरने के बाद मुझे ऐसा लग रहा था जैसे भैया को और भी ज्यादा छूट मिल गई है भैया फैक्ट्री में जाकर पापा की जगह काम करने लगे थे जबकि भैया की जिस जगह को मैंने उनसे छीन लिया था
मैं अभी भी वहीं था मम्मी के दिल पर पापा की मौत का सदमा बहुत गहरा पहुंचा था इसलिए वह भी अब बीमार रहने लगी थी मेरे पापा को ब्लड प्रेशर की बीमारी थी मैं अपने पिता को अपना मानता तो उनका इलाज भी खुद ही करवाता और उनकी सेवा करता मगर मुझे तो इतना भी नहीं पता था कि उनको ब्लड प्रेशर की बीमारी है और उनकी मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है यह सारी ही बातें ज्यादातर भाई और मम्मी ही जानते थे क्योंकि वही उनका ख्याल रखते थे
पापा के चले जाने के बाद हमारे घर का माहौल बहुत ज्यादा सोना सना रह गया था भाभी को अकेले ही घर के सारे कामकाज करने पड़ रहे थे लेकिन भाभी मां बनने वाली थी इसलिए उनकी तबीयत ठीक नहीं चल रही थी थी भाभी को घर का काम करने में दिक्कत आ रही थी क्योंकि मम्मी ज्यादातर बीमार रहने लगी थी और अब तो वह कमरे से भी ज्यादा नहीं निकलती थी मम्मी ने रीमा की मां से शादी के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि अभी हमारा समय पूरा नहीं हुआ
उन्होंने शादी के लिए पूरे एक साल का समय दिया था और अभी तो लगभग चार महीने ही गुजरे थे भाभी का कहना था कि तुम्हारी शादी हो जाएगी तो मम्मी की सेवा करने के लिए भी कोई आ जाएगी उधर रीमा की मां हम दोनों की शादी के लिए अभी राजी नहीं हो रही थी मैंने रीमा की मम्मी से बात की और उनसे कहा कि मैंने पापा के बिजनेस पर अपना कब्जा कर लिया है धीरे-धीरे सब कुछ मेरा हो जाएगा उन्होंने कहा कि तुमसे कुछ नहीं होगा मुझे और रीमा को ही अब कुछ करना होगा
मैं उनकी बात का मतलब नहीं समझा फिर उन्होंने मुझे पूरी बात बताई उन्होंने जो प्लान बनाया उस पर मैंने और रीमा ने ध्यान देना शुरू कर दिया था क्योंकि अब तो मुझे भी वही करना था जैसा मेरी होने वाली सास कह रही थी एक दिन मैंने भैया भाभी को आपस में बातें करते हुए सुना कि उन्हें मम्मी की सेवा के लिए किसी नौकरानी का बंदोबस्त करना होगा क्योंकि भाभी से अब घर के ज्यादा काम नहीं होते थे नौकरानी आएगी तो मम्मी का हर तरह से ख्याल रखेगी
जिससे शायद जल्द ही मम्मी ठीक हो जाए उन दोनों के बीच जाकर मैं बोल पड़ा था और मैंने भैया से कहा कि भैया मैं एक नौकरानी को जानता हूं वह मेरे दोस्त के यहां उसकी मां की सेवा करने के लिए भी आती थी भैया कहने लगे अगर तुम उस नौकरानी को जानते हो तो तुम ही नौकरानी का बंदोबस्त कर लो वैसे भी आजकल का जमाना बहुत खराब है हम किसी बाहर के इंसान पर आसानी से भरोसा नहीं कर सकते इस तरह मैंने नौकरानी का बंदु बस कर दिया था
और अगले ही दिन से वह नौकरानी हमारे घर में काम करने आने लगी थी मगर वह घाघरा चोली पहनती थी और उसके सर पर हमेशा घूंघट रहता था भैया का कहना था कि वह जितने चाहे पैसे ले ले लेकिन मम्मी की सेवा में कोई कमी ना छोड़े और घर के सारे काम भी अच्छी तरह से करें उस नौकरानी का नाम सुंदरी था वो लड़की अब हर रोज हमारे यहां मम्मी की सेवा करने आने लगी थी हर रोज वह सुबह उनको नाश्ता अपने हाथों से करवाती उनके बाल बना देती और मम्मी के पैर भी दबाती थी
घर के सारे काम भी बहुत अच्छी तरह से करती थी इसके काम भाभी को बहुत पसंद आते थे मैंने एक दिन भाभी को इससे बातें करते हुए सुना था भाभी ने कहा कि सुंदरी मैं तुम्हारा चेहरा देखना चाहती हूं जिस दिन से तुम हमारे यहां काम पर आई हो चेहरा ढककर ही काम करती हो यहां सारा दिन मैं ही तो घर में होती हूं वह कहने लगी कि नहीं आपके देवर भी घर में होते हैं और आपके पति भी मेरी भाभी ने कहा मगर वह तो कभी-कभी ही घर में होते हैं
ज्यादातर तो तुम्हारा सामना मुझसे या मेरी सास से ही होता है भाभी के लाख कहने पर भी सुंदरी ने उनको अपना चेहरा नहीं दिखाया सुंदरी सुबह सवेरे ही हमारे घर पर आ जाती थी और शाम के 7:00 बजे तक घर वापस चली जाती थी उसने हमारे घर किसी टाइम का खाना भी नहीं खाया था जबकि भाभी उससे कहती रहती थी कि बचा हुआ खाना तुम खा सकते हो यहां तक कि भाभी ने उसे यह भी कहा हुआ था कि घर के सारे ही लोग खाना खा चुके हैं
तुम चाहो तो हमारा खाना अपने घर भी ले जा सकती हो मगर वह ऐसा भी नहीं करती थी एक दो बार भाभी की ज्यादा जिद करने पर उसने खाना ले जाने पर हामी भर ली थी मगर बाद में भाभी ने मुझे बताया कि सुंदरी जो खाना अपने साथ ले गई थी वह खाना उन्होंने अगले ही दिन डस्ट बिन में पड़ा हुआ देखा था भाभी को बड़ी हैरानी होती थी कि सुबह से आई हुई लड़की को भूख नहीं लगती इतना काम कर ने के बाद भी वह एक निवाला तक अपने मुंह में नहीं लेती थी
खैर हम सब लोग इस लड़की के काम से बहुत ज्यादा खुश थे मैं और भैया हम दोनों ही पापा के कारोबार को अच्छी तरह से संभाल रहे थे हम दोनों भाई आपस में सोतेले थे यह बात भाभी को नहीं पता था क्योंकि वह भले ही हमारे मोहल्ले की थी लेकिन उनको हमारे मोहल्ले में बसे हुए सिर्फ छह या सात साल ही हुए थे जबकि हम लोग यहां कई सालों से रह रहे थे इधर भाभी की तबीयत भी हर दूसरे तीसरे दिन खराब हो जा जाती थी भाभी की डिलीवरी में अभी टाइम था
लेकिन मम्मी की तबीयत अभी तक पहले जैसे नहीं हुई थी भाभी को लगा था कि नौकरानी के रखने के बाद नौकरानी के थ्रू मम्मी की तबीयत ठीक हो जाएगी क्योंकि वह हर तरह से मम्मी का ध्यान रखेगी लेकिन मम्मी की तबीयत तो दिन बदिनी जा रही थी हालांकि उनका डॉक्टर से इलाज चल रहा था पहले मम्मी की हालत ऐसी होती थी कि वह हम सबसे बातें करती रहती थी लेकिन अब तो धीरे-धीरे उन्होंने बात करना भी कम कर दिया था वह ज्यादातर अपने कमरे में रहना ही पसंद करती थी
ना जाने क्यों भाभी हमेशा सुंदरी पर नजर रखती रहती थी सुंदरी मम्मी के लिए परहेज का खाना भी खुद ही बनाया करती थी अगले दिन जब वह काम पर आई तो सुबह सवेरे सफाई करने के बाद मम्मी के परहेज का खाना बनाकर किचन से उनके कमरे में ले गई मैं उस समय अपने कमरे में मौजूद था भैया भी कमरे में सो रहे थे और थोड़ी देर के बाद ही उठकर हम दोनों भाई फैक्ट्री जाने की तैयारी करने वाले थे अभी मैं अपने कमरे में ही मौजूद था जब भाभी के जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज आने लगी
मैं फौरन ही भागकर उधर गया भैया भी अपने कमरे से भाभी के चिल्लाने पर निकल आए थे हम लोग जल्दी से मम्मी के कमरे में चले गए क्योंकि भाभी के चिल्लाने की आवाज वहीं से आ रही थी मैं जैसे ही मम्मी के कमरे के अंदर गया तो मैंने देखा कि भाभी ने मजबूती से सुंदरी का हाथ पकड़ा हुआ था यह सब देखकर तो मेरे होश ही उड़ गए थे कि भाभी सुंदरी के साथ यह क्या कर रही है भाभी कहने लगी कि देखो यह लड़की क्या कर रही है
यह अभी मम्मी जी के लिए किचन से खाना बनाकर यहां कमरे में लेकर आई मैं गैलरी में बैठी हुई बुक्स पढ़ रही थी मैंने सोचा कि मम्मी की तबीयत पूछ लेती हूं मगर मैं जैसे ही कमरे के अंदर दाखिल हुई तो मैंने खामोशी से इसे मम्मी के खाने में कुछ मिलाते हुए देख लिया इसलिए मैंने इसे रंगे हाथों पकड़ लिया भाभी ने अपने दूसरे हाथ में वो बोतल भी पकड़ी हुई थी जिसमें से दवाई निकालकर सुंदरी मम्मी के खाने में मिला रही थी
भाभी कहने लगी कि मैं दरवाजे की आड़ में खड़े होकर इसे यह सब कुछ करते हुए देख रही थी मैंने देखा कि इसने यह दवाई मिलाने के बाद मम्मी जी को खाना खिलाना शुरू कर दिया था मैंने फौरन कमरे में आकर इसे पकड़ लिया और आप लोगों को बुलाने के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया भैया भी जल्दी से भाभी के करीब लपक कर गए और उन्होंने भाभी के हाथ से वह बोतल छीन ली और भैया उसे ध्यान से देखने लगे जबकि मैं दरवाजे पर ही खड़ा हुआ घबरा रहा था
सुंदरी के चेहरे पर अभी भी घूंघट था भैया कहने लगे कि इसके कपड़ों की तलाशी लो कहीं इस तरह की दवाई इसने अपने कपड़ों में और ना छुपा र ख हो मैं जल्दी से भैया के करीब गया और मैंने कहा भैया आप यह क्या कर रहे हो आप एक नौकरानी पर इल्जाम लगा रहे हो भाभी कहने लगी क्योंकि इसने मम्मी जी के खाने में कुछ मिलाया है भाभी जल्दी से उसके कपड़ों की तलाशी लेने लगी सुंदरी कुछ नहीं बोल रही थी इतने में ही भैया बोल पड़े
उन्होंने गुस्से से चिल्लाकर सुंदरी से कहा कि तुम कौन हो भाभी कहने लगी कि क्या हुआ ये किस चीज की बोतल है भैया कहने लगे कि ये जहर की बोतल है भैया कहने लगे कि इसके चेहरे से घूंघट हटाओ मगर मैं उन दोनों को लगातार रोक रहा था भैया कहने लगे कि मैं अभी पुलिस को फोन लगाता हूं यह जरूर कोई चोरनी है जो यहां चोरी करने के मकसद से आई होगी मेरे लाख रोकने के बावजूद भी भाभी ने झट से सुंदरी के चेहरे से घूंघट हटा दिया था
और उसका चेहरा देखने के बाद सबके चेहरे पड़ गए थे भाभी ने चौक कर कहा कि तुम तुम यहां पर क्या कर रही हो और यह सब क्या है उसके चेहरे पर पसीना साफ-साफ नजर आ रहा था वह बहुत डरी हुई और घबराई हुई थी भैया तो बहुत ज्यादा गुस्से में आ गए थे उन दोनों ने मेरी तरफ देखा मैंने अपनी नजरें झुका ली थी भैया कहने लगे यह सब क्या है वरुण मैंने कहा भैया मुझे कुछ नहीं पता मैं इस बारे में कुछ नहीं जानता मुझे क्या पता यह यहां पर क्या कर रही है
इतने में ही भाभी ने उसका हाथ और मजबूती से पकड़ लिया और कहा क्या तुम यहां मेरी सास को मारने के लिए आई थी रीमा हां यह रीमा ही थी जो सुंदरी के भेस में हमारे घर में आई हुई थी और जिसका च अभी तक किसी ने नहीं देखा था जिसका राज सिर्फ मैं ही जानता था भाभी ने उसके मुंह पर एक जोरदार थप्पड़ मारा और कहा कि जल्दी से बताओ कि क्या बात है अगर तुमने सच नहीं बताया तो मैं अभी और इसी समय पुलिस को बुला लूंगा उन सब की बातें सुनने के बाद रीमा बहुत घबरा गई थी
उसने रोते हुए कहा कि प्लीज मुझे माफ कर दीजिए मैंने ये सब कुछ जानबूझकर नहीं किया बल्कि ऐसा करने के लिए मुझसे वरुण ने ही कहा था भैया ने मुझे चौक कर देखा और कहने लगे वरुण यह तुम्हारे कहने पर ऐसा कर रही थी आखिर ऐसी भी क्या कमी रह गई थी तुम्हारी परवरिश में तुम्हें हमने हर तरह से प्यार देने की कोशिश की इस मां ने तुम्हें बिल्कुल अपने सगे बेटे की तरह पाल पोस करर बड़ा किया तुम्हें अच्छी शिक्षा दी अच्छे संस्कार दिए तुम्हारा ख्याल रखा
मुझसे ज्यादा तुम्हारी परवा की और तुमने उनके साथ ऐसा किया तुम्हें एक पल के लिए भी यह ख्याल नहीं आया कि जिस मां के लिए तुम यह साजिश कर रहे हो वह तुम्हारे लिए रातों को जागती थी बचपन में जब तुम बीमार हुआ करते थे तो सारी रात जागकर अपनी कुर्बानियां देकर यह बार-बार तुम्हारे लिए परेशान हुआ करती थी तुमको थोड़ा भी बुखार हो जाता तो यह पागल हो जाती थी तुम्हें पता है कि इन्होंने तुम्हारे लिए क्या कुछ नहीं किया
मैंने चिल्लाकर भैया से कहा कि हां मैंने ही ऐसा करने के लिए बोला था क्योंकि मुझे ऐसा लगता है कि आप दोनों मां बेटे ने मेरे बाप की जायदाद पर कारोबार पर घर पर और उनकी मोहब्बत पर यहां तक कि मेरे बाप पर भी अपना हक जमा लिया इसलिए मैं मम्मी को रास्ते से साफ कर देना चाहता था क कि यही तो आपको अपने साथ लेकर आई थी ना उनके जाने के बाद मैं आपको इस घर से निकाल देता और यह बात सब लोगों में साबित कर देता कि यह सब कुछ मेरा और मेरे पिता का है
रीमा की मम्मी रीमा के साथ मेरी शादी नहीं करवाना चाहती उनका कहना है कि जब तक सारी जायदाद मेरी नहीं हो जाती तब तक वह अपनी बेटी की शादी मेरे साथ नहीं करेंगी इसलिए मैं यह सब करने पर मजबूर हो गया मैंने ही रीमा से यह सब करने के लिए कहा था कि वह आप सबका भरोसा जीतने के बाद आज खाने में मम्मी को जहर देते वो काफी दिनों से मम्मी की तबीयत बिगाड़ने के लिए उनको कुछ ऐसी दवाइयां दे रही है जिससे उनकी तबीयत बिगड़े
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यही वजह है कि आपको ऐसा लगे कि मम्मी बीमारी की वजह से इस दुनिया से गई है कुछ दिनों बाद खाने में जहर मिलाकर हम दोनों आपको भी मरवाना चाहते थे ताकि आप सब लोग यहां से चले जाओ और यह सब कुछ मेरा हो जाए मगर मेरा प्लान फ्लॉप हो गया मेरी बात सुनने के बाद भैया कहने लगे कि तुम किस मिट्टी से बने हो जैसा तुम सोचते हो ऐसा कुछ भी नहीं है अगर मैं तुम्हें अपना भाई नहीं समझता होता या फिर तुम्हारे पिता की जायदाद पर कब्जा करना चाहता
तो कभी तुम्हारे पिता को अपना पिता एक्सेप्ट ना करता मैंने उनकी हमेशा बहुत कदर की उनको हमेशा अपना पिता समझा यही सोचकर कि मेरी मां ने भी तो इस घर को अपना और उनके बेटे को अपनी औलाद से बढ़कर प्यार किया मेरी नियत खराब नहीं है तुम अगर यही चाहते हो कि मैं यह सब छोड़कर चला जाऊं तो मैं कल ही यहां से चला जाऊंगा मुझे जरूरत नहीं है ना तुम्हारे कारोबार की और ना ही इस घर की तुम अकेले यहां पर रहो मैं अपनी मम्मी को लेकर चला जाऊंगा
मगर मेरी एक बात याद रखना मेरी मम्मी ने हमेशा तुमसे बहुत प्यार किया एक तरफ मम्मी भी बैठी हुई आंसू बहा रही थी उन्हें मुझसे ऐसी उम्मीद नहीं थी भैया और भाभी रोते हुए अपने कमरे में चले गए जबकि मैं भी एक जिंदा लाश की तरह चलते हुए कमरे में आ गया था मेरे पीछे-पीछे ही रीमा आई और कहने लगी कि यह सब क्या हो रहा है यह किस बात की नौटंकी चल रही है कल तुम्हारा भाई यहां से चला जाएगा और तुम्हारी मां भी चली जाए जाएगी कितना अच्छा होगा
यह सब कुछ मेरा और तुम्हारा हो जाएगा मैं कब से इस दौलत को हासिल करने के लिए तरस रही थी आखिरकार मेरा और मेरी मम्मी का प्लान कामयाब हो गया मैं इतने बड़े घर की और इतनी सारी दौलत की ना जाने कब से तमन्ना कर रही थी वह अपने आप से ही बातें कर रही थी मगर उसकी बातें ना जाने क्यों मेरे दिल को चुभ रही थी उसकी बातों से मैंने आईडिया लगाया कि उसे मुझसे मोहब्बत नहीं बल्कि मेरी दौलत से मोहब्बत है तभी तो वह इतनी खुश हो रही है
मैंने उसी समय समझदारी दिखाई और रीमा को अपने घर से जाने के लिए कहा मैंने कहा रीमा मैं तुमसे शादी नहीं करना चाहता मैं अपने भाई और मम्मी को नहीं छोड़ना चाहता हूं सारी जिंदगी मैं ही उन्हें गलत समझता रहा हूं मगर उन्होंने मेरे साथ कभी कुछ गलत नहीं किया अभी भी इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी भैया खुद ही पीछे हटने के लिए तैयार हो गए अगर उनकी नियत सच में मेरे पिता की जायदाद पर खराब होती तो वह यहां से कभी ना जाते
जबकि पापा का सारा कारोबार भी उनके हाथ में ही है मेरी बात सुनकर रीमा मेरे पास आई और कहने लगी यह तुम कैसी फिजूल की बातें कर रहे हो तुम ऐसा कभी कुछ नहीं करोगे तुम सब किए धरे पर पानी फेर रहे हो मैंने कहा तुम मुझसे मोहब्बत करती हो ना मेरे सवाल पर रीमा का दिमाग घूम गया था वह कंफ्यूज नजर आ रही थी मैंने कहा अगर तुम मुझसे मोहब्बत करती हो तो अपनी मां को तुम्हें मेरी खातिर छोड़ना होगा वह कहने लगी कि नहीं ऐसा नहीं हो सकता
मैं अपनी मम्मी के साथ यहां आ जाऊंगी और फिर हम लोग शादी कर लेंगे कल तुम्हारी भाभी और तुम्हारा भाई भाई और तुम्हारी मां यह सब लोग यहां से चले जाएंगे यह सब कुछ मेरा तुम्हारा और मेरे परिवार का होगा मैंने कहा कि नहीं तुम्हारी आंखों में लालच मुझे साफ नजर आ रहा है मैं ऐसी लड़की को कभी एक्सेप्ट नहीं करूंगा जो मुझसे शादी मेरे दौलत के लिए करना चाहती हो ना कि मेरी मोहब्बत पाने के लिए मैंने उसी समय उससे अपने घर से निकलने के लिए कहा मेरे ऐसा कहने पर वह आग बबूला हो गई
और कहने लगी कि तुम ऐसा नहीं करोगे मैंने बहुत मेहनत की है यह सब करने में में तुम्हारी खातिर मैंने खुद पर इल्जाम लिया मैं तुम्हें कभी नहीं छोडूंगी मैं तुम्हें सब में बदनाम कर दूंगी मैंने उसी समय उसकी मुंह पर एक जोरदार थप्पड़ मार दिया और कहा कि चली जाओ मेरी जिंदगी से वरना मैं तुम्हें बदनाम कर दूंगा
और तुम किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगी घटिया लड़की तुमने कभी मुझसे मोहब्बत की ही नहीं हमेशा तुम्हें मेरी दौलत से ही मोहब्बत रही मैंने धक्के मारकर उसे अपने घर से निकाल दिया उसकी हकीकत मेरे सामने आ गई थी वह दोनों मां बेटी मुझे अपने लाल में घेरना चाहती थी लेकिन अच्छा था कि सही समय पर मेरी आंखें खुल गई उसके जाने के बाद मैं अपने भैया भाभी के कमरे में गया और मैंने उन दोनों से माफी मांगी
मैंने रो-रोकर भैया से माफी मांगी भैया कहने लगे कि जैसा तुम मेरे बारे में सोचते हो मैं बिल्कुल भी वैसा नहीं हूं मैं तुम्हारे सगे भाई से भी बढ़कर हूं मैं तुम पर कभी कोई आंच नहीं आने दूंगा मेरे भाई तुमने मेरे बारे में ऐसा कैसे गलत सोच लिया भैया कहने लगे कि मैं तुम्हें माफ कर दूंगा मगर तुम्हें मम्मी से भी माफी मांगनी होगी मैं मम्मी के पास उनसे माफी मांगने के लिए गया तो वह इतनी अच्छी थी कि उन्होंने अपने कांपते हुए हाथों से अपना हाथ मेरे सर पर रखा उनकी आंखों से लगातार आंसू निकल रहे थे
मुझे उनके माफ करने का अंदाज बहुत अच्छा लगा था मैं लगातार रोए जा रहा था मैं उनके साथ कितना गलत करने जा रहा था फिर भी उन्होंने कोई शिकवा गिला किए बिना ही मुझे माफ कर दिया कुछ माएं ऐसी होती है जन्म ना देकर भी उनसे हमारा गहरा संबंध हो जाता है शायद मेरी स मां भी मुझसे इतना प्यार ना करती जितना प्यार मुझे मेरी सौतेली मां ने दिया था और उस दिन के बाद से सब कुछ धीरे-धीरे ठीक होता चला गया मेरे दिल से अपनी मम्मी और भैया के लिए नफरत बिल्कुल निकल गई
भाभी ने मेरी शादी अपनी बहन के साथ करवा दी ऊपर वाले ने मुझे इतना कामयाब बना दिया जिसके बारे में मैंने कभी सोचा भी नहीं था पापा का सपना पूरा करने के लिए सबसे पहले मैंने अपनी पढ़ाई कंप्लीट की उसके बाद ट्रेनिंग के लिए कुछ समय नौकरी की और उसके बाद भैया ने मेरे कारोबार में पैसा लगाया और आज मैं शहर का एक टॉप बिजनेसमैन हूं कामयाबी की ऊंचाईं पर मेरा नाम आता है
यह सब कुछ मेरी मां की दुआओं का मेरे पिता की मोहब्बत का और मेरे भाई भाभी की मेहनत का नतीजा है कुछ लोगों को देखने का हमारा नजरिया अलग होता है जरूरी नहीं कि हर कोई बुरा है बस हमें अपने नजरिए को बदलना होगा कुछ पराय भी हमारे इस तरह अपने हो जाते हैं कि उनके होते हुए हमें हमारे अपनों से भी इतनी उम्मीद नहीं होती अपनी मां की दुआओं के साथ आज भी मैं कामयाब हूं मम्मी का इलाज करवा दिया गया और आज वह बिल्कुल ठीक है
और अपने परिवार के साथ बहुत खुश है भाभी का बेटा हुआ और मैं भी अपनी पत्नी के साथ एक खुशहाल जिंदगी गुजार रहा हूं इतनी ढेर सारी खुशियां होने के बाद मुझे एहसास होता है कि यह सारी खुशियां मेरे भाई की और मेरी मम्मी की ही देन है जो आज मुझे मिल रही है शायद रीमा से शादी करने के बाद मैं उसके और उसकी मां के हातो बर्बाद हो गया होता जल्दी ही सही मगर मेरी आंखें ऊपर वाले ने खोल दी थी दोस्तों उम्मीद करती हूं आपको हमारी कहानी पसंद आई होगी