Motivational Story : मेरा नाम वैभव है मैं एक मामूली सा टीचर था जो कुछ पैसे कमाकर अपना गुजारा कर लिया करता था जिस स्कूल में मैं टीचिंग करता था वह स्कूल कोई ज्यादा खास तो नहीं था और ना ही ज्यादा फेमस स्कूल था बस हमारे मोहल्ले का एक छोटा-मोटा स्कूल जिसमें लगभग 300 से 350 के करीब बच्चे पढ़ते थे वहां पर मुझे मामूली सी ही सैलरी मिलती थी मैं काफी समय से अच्छी नौकरी की तलाश कर रहा था
मगर मुझे मेरे मतलब की नौकरी कहीं नहीं मिल रही थी मेरा परिवार बहुत बड़ा था मैं तीन भाइयों से छोटा और एक भाई से बड़ा था मेरी सभी बहनों की शादी हो चुकी थी घर में मम्मी पापा थे सभी भाई शादी करने के बाद अलग-अलग हो गए थे उन लोगों का खाना पीना भी अलग था अपने छोटे भाई की जिम्मेदारी और मम्मी पापा की जिम्मेदारी मुझ पर ही थी
मेरे पास जितने पैसे आते वह सब मैं अपने पापा को दे दिया करता था जिससे पापा घर का खर्चा चलाया करते थे पापा तो काफी बूढ़े हो चुके थे वह कोई काम नहीं करते थे मेरी मम्मी मेरी भी शादी कर देना चाहती थी लेकिन मैं अपनी मम्मी से मना करता था एक तो पहले ही मेरी सैलरी इतनी कम है ऊपर से आप मेरी शादी भी कर देना चाहती हो मम्मी कहती थी कि जब इंसान पर जिम्मेदारियां पड़ती हैं तो वह सब कुछ कर लेता है और मैं तुम्हारे लिए ऐसे घर की लड़की लेकर आऊंगी जो तुम्हारी कम सैलरी में भी गुजारा कर लेगी
मेरी मम्मी ने मेरे लिए लड़कियां तलाश करनी शुरू कर दी थी और फिर फाइनल ली उन्हें एक लड़की पसंद आ गई थी पिछले 6 महीने पहले मेरा उसके साथ रिश्ता तय हो गया था लेकिन कुछ दिन गुजरने के बाद उसके माता-पिता हमारे घर आकर रिश्ता खत्म करके चले गए थे उनका कहना था कि हम यह रिश्ता खत्म करते हैं यह शादी नहीं हो सकती मेरी तो उनकी बेटी के साथ इंगेजमेंट भी हो गई थी जिसमें मेरी मां उनकी बेटी के लिए सोने की अंगूठी लेकर आई थी और उन लोगों ने भी मुझे अपनी बेटी से सोने की अंगूठी पहन वाई थी मेरी मां और लड़की की मां में लड़ाई हो गई थी
मेरी मां ने उनको उनकी दी हुई अंगूठी निकाल कर दे दी और उनसे भी वह अंगूठी ले ली थी जो मैंने अपनी होने वाली पत्नी के हाथ में सगाई के समय पहनाई थी मेरे होने वाले सास ससुर ने रिश्ता खत्म कर दिया था रिश्ता खत्म करने की क्या वजह थी यह हमें समझ नहीं आई थी कमरे तक मुझे उनके चीखने चिल्लाने की आवाज सुनाई दे रही थी मैं परेशान और हैरान हो गया था मैं कमरे की खिड़की से उन लोगों को देखने लगा मुझ में कुछ भी कहने सुनने की हिम्मत नहीं थी
ऐसा शायद इसलिए था क्योंकि मेरे पास पैसों की कमी थी मैं काफी पढ़ा लिखा था मगर मेरा नसीब खराब था मुझे अच्छी नौकरी नहीं मिल रही थी वह लोग मेरे घर वालों को अच्छा खासा जलील करके चले गए थे और मैं बस उनको बेबसी से देखता रहा था मेरी मां कमरे के अंदर आई तो उन्होंने एक गहरी नजर मुझ पर डाली थी वह मेरे चेहरे के एक्सप्रेशन का अंदाजा लगाने की कोशिश कर रही थी उन्होंने मुझे तसल्ली दी थी और कहा था कि बेटा अब मैं तेरे लिए इससे भी अच्छी लड़की तलाश करूंगी
तू फिक्र मत कर मैंने कहा मां मैंने आपसे कहा है ना कि मुझे अभी शादी नहीं करनी मगर आप लोगों को ही मेरी शादी की पड़ी हुई है मैं तो पहले अच्छी नौकरी करना चाहता था पैसे कमाना चाहता था उसके बाद मुझे अपनी शादी के बारे में सोचना था लेकिन मेरी मां ने हिम्मत नहीं हारी थी उनका यही कहना था कि मैं तुम्हारे लिए लड़की देखती रहूंगी जैसे ही मुझे कोई अच्छा रिश्ता मिल जाएगा तुम्हारी जल्द से जल्द शादी कर दूंगी मुझे जीते जी तुम्हारी शादी करनी है
उसके बाद तुम्हारे छोटे भाई के बारे में भी तो सोचना है ना मेरी मम्मी जो चाहती थी वो कर रही थी मगर मैंने भी सोच लिया था कि यह रिश्ता मेरा भले ही तय हो जाए मगर मैं शादी तभी करूंगा जब मेरी अच्छी नौकरी लग जाएगी मैंने ढेर सारी मेहनत करनी शुरू कर दी थी दिन-रात में नौकरी की तलाश में फिरता रहता था स्कूल के टाइम पर स्कूल में भी पढ़ाया करता था लेकिन कुछ दिनों तक मेरी किस्मत इतनी खराब रही कि मुझे नौकरी नहीं मिली काफी वक्त इसी तरह से गुजर गया
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मेरी मां ने से मेरे लिए एक लड़की पसंद कर ली थी लेकिन उस लड़की से भी मेरा रिश्ता कुछ दिनों बाद ही खत्म हो गया था लड़की वालों का यही कहना था कि मैं कम पैसे कमाता हूं अब मैं कम पैसे कमाता था तो मेरी इसमें क्या गलती थी मैं मेहनत से ही तो पैसे कमा रहा था किसी के घर में चोरी ढके तो नहीं करता था जो लोग अपनी बेटी की शादी मेरे साथ नहीं करवाना चाहते थे इससे पहले भी कई बार मेरे रिश्ते खत्म हो चुके थे मुझे अब खुद पर गुस्सा आने लगा था
और मैं जो नौकरी कर रहा था अब उसी में खुद को बिजी रखता था मैंने सोच लिया था कि जब मेरे नसीब में होगा तब मेरी नौकरी लग जाएगी लेकिन इसके अलावा अब मैंने अलग से ट्यूशंस ढूंढने शुरू कर दिए थे भले ही मुझे ट्यूशन पढ़ाने के लिए बच्चों के घर जाना पड़ता था लेकिन मेरे पास पैसे तो पहले से ज्यादा आने लगे थे मैंने स्कूल में प्रिंसिपल से कई बार कहा था कि वह मेरी सैलरी बढ़ा दे मगर वह हर बार मुझे इंकार कर दिया करते थे कहते थे कि हमारा मामूली सा स्कूल है
हमारे स्कूल में जो बच्चे पढ़ने आते हैं उनकी फीस भी ज्यादा नहीं है हम ज्यादा सैलरी पर टीचर्स नहीं रख सकते अगर तुम्हें ज्यादा सैलरी की जरूरत है तो तुम हमारे यहां से जॉब छोड़कर जा सकते हो मैं इस जॉब को अपने हाथ से जाने नहीं दे सकता था मैं काफी सारे ट्यूशन की भी तलाश कर रहा था कि मुझे ज्यादा से ज्यादा बच्चे मिल जाएं और मैं स्कूल से आने के बाद उनको ट्यूशन दिया करूं ताकि मेरे पास और ज्यादा पैसे आया करें
लेकिन ट्यूशन भी मैं सिर्फ दो-तीन बच्चों को ही दिया करता था बाकी कोई ऐसा स्टूडेंट था ही नहीं जो मुझसे ट्यूशन लेना चाहता हो लेकिन मैं ऐसे हाथ पर हाथ रखकर तो नहीं बैठ सकता था इसलिए अब मैंने बड़े क्लास के लड़के-लड़कियों से भी ट्यूशन पढ़ाने का ऑफर दिया था और उन्हें कम फीस का लालच दिया था कुछ ऐसे मजबूर लड़के-लड़कियां थे जो कम फीस में मुझसे ट्यूशन पढ़ने के लिए राजी हो गए थे दो नई लड़कियां मेरे पास ट्यूशन पर लगी थी
उन लोगों को शाम के समय मैं उनके घर जाकर ट्यूशन दे दिया करता था एक लड़की का नाम मुस्कान था जो फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट स्टूडेंट थी और दूसरी लड़की हाई स्कूल की थी उसका नाम दिव्या था दोनों ही लड़कियां बेहद खूबसूरत थी ऐसा नहीं था कि उन दोनों लड़कियों को देखकर मेरी नियत खराब हो गई हो मैं तो सिर्फ अपने काम से काम रखता था काफी समय तक मैंने घर-घर जाकर बच्चों को ट्यूशन दिया था अभी भी मैं अपने लिए कुछ सेविंग्स नहीं कर पा रहा था
एक दिन मैं बहुत परेशान बैठा हुआ था जब मेरे एक दोस्त ने मुझसे पूछा कि क्यों परेशान बैठे हुए हो तो मैंने उसे बताया कि मैं नौकरी की वजह से परेशान हूं अगर एक ही जगह मेरी अच्छी नौकरी लग जाए जहां से मुझे ज्यादा पैसे मिले तो शायद मुझे इतना परेशान ना होना पड़े और मेरी शादी भी हो जाए मेरा दोस्त कहने लगा कि आज के समय में अच्छी नौकरी मिलना अच्छी सैलरी पर बहुत ही मुश्किल की बात है तुम चाहो तो ऐसा कर सकते हो जो बिल्कुल अलग हो मतलब तुम्हारे पैसे कमाने का तरीका ही अलग हो जरूरी नहीं कि तुम टीचर हो तो टीचिंग के तरीके से ही पैसे कमा सकते हो
ऐसा भी तो हो सकता है कि तुम किसी और तरीके से पैसे कमा लो मैंने कहा तुम्हारा क्या मतलब है मेरा दोस्त कहने लगा कि देखो मैं तुम्हें बहुत अच्छी तरह से जानता हूं तुम पढ़े लिखे हो और टीचर हो तुम कोई मामूली सी नौकरी नहीं कर सकते तुम्हारे हिसाब से तुम्हारे लिए तुम्हारी पढ़ाई से रिलेटेड ही नौकरी होनी चाहिए जो तुम पर मैच करें तुम ऐसी ही नौकरी की तलाश कर रहे हो ना ऐसी नौकरी हर परफेक्ट इंसान को नहीं मिलती
इसीलिए मेरा मानना है कि अगर तुम अपनी प्रोफेशन से हटकर कोई नौकरी करना चाहो तो वो तुम्हें मिल सकती है तुम किसी और काम में भी तो सक्सेसफुल हो सकते हो तुम चाहो तो कहीं कोई स्टोर भी खोल सकते हो तुम्हारे अंदर अगर कोई और टैलेंट छुपा हुआ है तो उसका इस्तेमाल करके भी कोई और काम कर सकते हो लेकिन तुम तो अच्छी कंपनी में नौकरी करना चाहते हो और अच्छी नौकरी हर किसी के नसीब में नहीं होती बहुत से लोगों को बहुत स्ट्रगल करने पड़ते हैं
मैं तुम्हारी शायद कोई मदद नहीं कर सकता लेकिन मैं तुम्हें एडवाइस दे सकता हूं और मेरी एडवाइस यही है अपने दोस्त की बात मुझे समझ आ गई थी वह चाहता था कि मैं इतना पढ़ा लिखा होकर भी कोई ऐसा काम करूं जिसमें सिर्फ पैसों का ही फायदा देखूं लेकिन मैं इतना पढ़ा लिखा था क्या मैंने इतनी पढ़ाई सिर्फ इसलिए की थी कि मैं पढ़ लिखने के बावजूद भी कोई सी भी नौकरी कर लूं जो मुझे सूट भी ना करे कुछ दिन और मुझे नौकरी करते-करते गुजर गए थे
जब एक रात के समय मैं अपने कमरे में लेटा हुआ था मम्मी ने मुझे आवाज लगाई कि बेटा पापा की दवाइयां खत्म हो गई हैं जाकर उनकी दवाइयां ला दो मैं उठा मैंने अपने पैरों में च पल डाली फिर मुझे याद आया कि मेरे पास तो पापा की दवाइयों का पर्चा ही नहीं है इसीलिए मैं पापा के कमरे से उनकी दवाइयों का पर्चा लेने के लिए चला गया मगर वहां पर अखबार रखा हुआ था मैंने वह अखबार उठा लिया तभी अखबार के ऊपर ही एक न्यूज़ छपी हुई थी
उस पर बड़ी-बड़ी हेडिंग्स में लिखा हुआ था कि आजकल साइबर क्राइम बहुत चल रहे हैं लड़कियों के साथ भी बहुत सारे जुर्म को अंजाम दिया जा रहा है कुछ लड़कों ने लड़कियों की अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने की धमकी दी और लड़कियों से बहुत सारे पैसे वसूल करते हैं वह लड़कियों को काफी समय से ब्लैकमेल करते आ रहे थे यह खबर पढ़कर ना जाने क्यों मेरे दिमाग में एक आईडिया आया था क्या मेरा दिमाग कुछ गलत सोच रहा था यह सवाल मैं खुद से कर रहा था
तभी कमरे के अंदर मेरी मम्मी आ गई और कहने लगी बेटा क्या ढूंढ रहे हो मैंने कहा मम्मी मैं पापा की दवाइयों का पर्चा तलाश कर रहा था इतने में ही पापा जो बिस्तर पर लेटे हुए थे वह कहने लगे कि बेटा वह तो मेरे कुर्ते की जेब में रखा हुआ है वहां से निकाल लो मेरा छोटा भाई जो अभी पढ़ाई कर रहा था उसकी उम्र इतनी नहीं थी कि वह नौकरी कर सकता मेरी बहनें कभी-कभी आ जाती थी घर के हालात ज्यादा खराब देखती तो मम्मी पापा को थोड़े बहुत पैसे दे जाया करती थी
सारे ही भाई इतने पराए हो चुके थे कि अपने-अपने परिवार में बिजी हो गए थे उन्हें तो इतनी भी फुर्सत नहीं थी कि अपने माता-पिता को ही पलट कर देख लें मैं घर से निकल गया था पापा की दवाइयां लेने के लिए लेकिन मेरे दिमाग में अभी भी अखबार वाली खबर छाई हुई थी मैं सोच रहा था कि क्या इस तरीके से भी लोग पैसे कमाते हैं क्या मुझ जैसा इंसान ऐसा नहीं कर सकता ना जाने क्यों मेरे दिमाग पर शैतान हावी होने लगा था मैंने इस बात को अपने दिमाग से निकालने की बहुत कोशिश की
अगले दिन जब मैं मुस्कान के यहां उसे ट्यूशन देने के लिए गया तो वह अपने घर में अकेली थी मैं उसे पिछले 10 महीने से ट्यूशन दे रहा था इसलिए उसको और उसके घर वालों को मुझ पर बहुत भरोसा हो गया था उसके घर वाले आज कहीं शादी में गए हुए थे और वह पूरी तरह से घर में अकेली थी उसने मुझे घर के अंदर आने दिया और मेरे सामने बुक्स निकाल कर पड़ने लगी ना जाने क्यों मुस्कान को अपने सामने बैठा देखकर मेरी उस पर नियत खराब होने लगी थी
मैं खुद पर कंट्रोल करने की बहुत कोशिश कर रहा था मगर ना जाने क्यों मेरे दिमाग में ऐसे गलत गलत ख्याल आ रहे थे मुस्कान को लेकर मैं झट से उठा और मैंने कहा मुस्कान मैंने अब घर-घर जाकर ट्यूशन देना बंद कर दिया है मुस्कान कहने लगी सर तो अब आगे क्या होगा और आपने ऐसा क्यों किया मैंने कहा बस मैं अब बिजी रहने लगा हूं दरअसल अब मैं कोचिंग सेंटर खोल रहा हूं जहां पर तुम लोग मुझसे ट्यूशन लेने के लिए आया करो तुम ही नहीं बल्कि मेरे बाकी के स्टूडेंट भी वहां पर आया करेंगे
मैं थक जाता हूं सारा दिन लोगों के घरों में जा जाकर मंथली फीस इतनी होगी कि तुम्हें एक्स्ट्रा चार्ज देने की भी कोई जरूरत नहीं है बस तुम कोचिंग सेंटर आ जाना मुस्कान कहने लगी कि सर मैं अपने पेरेंट से बात करके आपको ब दूंगी मैंने उसे कहा था कि ठीक है आज मेरा पढ़ाने का मन नहीं कर रहा और वैसे भी मैं तुम्हें यही इंफॉर्मेशन सेंड कर दूंगा तुम सेंटर ही आ जाना मुस्कान ने मेरी बात मान ली थी अब मेरे दिमाग में पैसा कमाने की एक प्लानिंग चल रही थी
रात के समय मैंने मुस्कान को एड्रेस सेंड कर दिया था उसने मुझे मैसेज के थ्रू बता दिया था कि उसने अपने पेरेंट से बात कर ली है और वह कल से मेरे ट्यूशन कोचिंग सेंटर में आ जाएगी दरअसल मैंने कोई कोचिंग सेंटर नहीं खोला था बल्कि मेरे पास तो इतने पैसे ही नहीं थे कि मैं कोई कोचिंग सेंटर खोल सकता मैंने दिव्या को भी यही कहा था कि वह मेरे कोचिंग सेंटर आ जाया करें इन दोनों को ही मैंने अलग-अलग टाइमिंग दी थी और मैं कुछ सामान लेने के लिए बाजार निकल गया था
मैंने जिस जगह का एड्रेस मुस्कान और दिव्या को दिया था वह जगह मेरा घर नहीं बल्कि मेरी बहन का घर था मेरी बहन का पति दूसरे शहर में काम करता था इसलिए वह अपने पति के साथ ही चली गई थी और अपने घर में ताला लगाने के बाद वह अपने घर की चाबी हमें दे गई थी क्योंकि कभी-कभी जब वह यहां पर आती थी तो ज्यादातर अपने घर में ही रुकती थी अब काफी समय से मेरी बहन यहां नहीं आई थी
इसलिए मैंने अपनी दोनों ही स्टूडेंट्स को अपनी बहन के घर का एड्रेस दे दिया था मैंने कमरे में कैमरे की फिटिंग भी कर दी थी जैसे ही 4:00 बजे तो मुस्कान के आने का टाइम हो गया था मुस्कान और दिव्या खाते-पीते घर की थी इसलिए मैंने उन दोनों को अपना शिकार बना लिया था ठीक 410 पर मुस्कान आ गई थी मुस्कान को मैंने घर के अंदर लिया और दरवाजा अच्छी तरह से बंद कर दिया था मुस्कान घर के अंदर जाकर चारों तरफ देखने लगी
मैंने कहा क्या हुआ है बेटा तो वो कहने लगी कि सर ऐसा लग रहा है जैसे अभी कोई नहीं आया मैंने कहा कि हां आज कोचिंग का पहला दिन है इसलिए सब लोग देर से आएंगे वो कहने लगी सर यह तो कोई घर है देखने में कोचिंग सेंटर नहीं लगता मैंने कहा यह घर मैंने रेंट पर लिया है और तुम इतने सवाल जवाब क्यों कर रही हो यहां पर मेरी फैमिली भी रहती है लेकिन सब लोग आज कहीं गए हुए हैं चलो तुम मेरे साथ कमरे में चलो हम लोग पढ़ाई स्टार्ट करते हैं
वह बेचारी काफी बेफिक्र थी मैं जब उसे कमरे के अंदर लेकर आया तो मैंने कमरे का दरवाजा भी बंद कर लिया वह बैग बेड पर रखकर घबराने लगी मैंने कहा क्या हुआ तुम इतना घबरा क्यों रही हो तो वह कहने लगी कि सर यहां तो कोई भी नहीं है और आपने कमरे का दरवाजा बंद क्यों किया मैंने कहा तुम्हें घबराने की जरूरत नहीं है मैं चलता हुआ उसके करीब गया और उसके कंधों को मैंने अपने हाथों से पकड़ लिया उसने मुझे झटका और कहने लगी कि सर जब सारे स्टूडेंट्स आ जाएंगे
मैं भी तभी आ जाऊंगी मैंने कहा अरे अरे मगर तुम्हारी पढ़ाई तो ज्यादा स्पेशल होगी तुम्हें मैं बाकियों के साथ थोड़ी पढ़ाऊंगा तुम्हें तो मैं अकेले में ट्यूशन देना चाहता हूं वह घबराने लगी और उसकी आंखों में आंसू आ गए थे इससे पहले वह चीखती चिल्लाती मैंने उसे प्यार से हैंडल किया मैंने कहा तुम तो ऐसे घबरा रही हो जैसे मुझसे पहली ार मिल रही हो अरे मैं तुम्हारा सर हूं तुम्हारे साथ कुछ गलत नहीं करूंगा तुम्हारे चेहरे पर तो पसीना आ रहा है ऐसा लग रहा है कि तुम्हें गर्मी लग रही है
मैंने फैन ऑन कर दिया था और उससे कहा कि तुम यहां बैठो मैंने गिलास में पानी लिया और अपनी जेब से नशे की दवाई निकालकर उस पानी में डाल दी इतनी देर में मुस्कान कमरे को चारों तरफ से देख रही थी मैंने उसे पानी पीने के लिए दिया तो वह उसे पीने से इंकार कर रही थी मगर मैं उसके करीब गया और उसे तसल्ली दी कि तुम्हें घबराने की जरूरत नहीं है मैं अभी दरवाजा खोल देता हूं अच्छा तुम पानी पियो मैं दरवाजा खोलने के लिए जा रहा हूं
गर्मी बहुत हो रही है मैं तो बस तुम्हारे साथ प्रैंक कर रहा था मेरी बात पर वह हंसने लगी और कहने लगी कि सर आपने तो मुझे डरा ही दिया था उसने जल्दी से मेरे हाथ से गिलास लिया और पानी पीने लगी मैं दरवाजे की तरफ बढ़ा और धीरे-धीरे दरवाजा खोलने लगा दरवाजा खोलने के बाद मैं जब उसके पास जाकर बैठा और मैंने उससे कहा कि अच्छा अपने बैग से बुक्स निकालो वो बैग खोलकर बुक्स निकाल ही रही थी अचानक उसको चक्कर आने लगे क्योंकि वह पानी पी चुकी थी
और ग्लास उसने साइड टेबल पर रख दिया था अब उसे इतनी तेज चक्कर आ रहे थे कि उसे सब कुछ धुंधला धुंधला दिखाई दे रहा था मगर मैंने उसे संभालने की कोशिश नहीं की मैं उठा और मैंने दोबारा से कमरे का दरवाजा बंद कर दिया वह धीरे-धीरे बेहोश होने लगी व बार-बार मुझे आवाज लगा रही थी कि सर मुझे क्या हो रहा है और फिर धीरे-धीरे वह बिस्तर पर लेट गई उसके बाद मैंने अपने चेहरे पर मास्क लगाया और फिर उस हैवानियत को अंजाम दिया जो एक दरिंदा करता है
मैंने इस कमरे में लगे कैमरे को ऑन कर दिया था और मुस्कान की इज्जत खराब कर दी उसकी सारी वीडियो मेरे पास कैमरे में रिकॉर्ड हो चुकी थी जिसमें कोई भी मुझे नहीं पहचान सकता था क्योंकि मेरा चेहरा छुपा हुआ था लगभग दो घंटे तक मुस्कान बेहोश रही थी मैंने उसकी हालत बिल्कुल ऐसी कर दी थी जैसे कुछ हुआ ही नहीं है मुस्कान जब होश में आई तो मैं खामोशी से घर से निकल गया था और थोड़ी दूरी पर जाकर खड़ा हो गया था
ताकि मुस्कान वहां से खामोशी से जा सके मुस्कान बुरी तरह से रो रही थी क्योंकि उसे एहसास हो चुका था कि उसके साथ जरूर कुछ गलत हुआ है मगर वह अपना बैग उठाकर वहां से चली गई मेरे पास मुस्कान का फोन नंबर था मैंने उसको कैमरे से बनी हुई वीडियो रोने लगी और कहने लगी कि सर आपने मेरे साथ बहुत गलत किया मैं अपने घर वालों को बता दूंगी मैंने कहा अगर तुमने ऐसी गलती की तो तुम्हारे साथ अच्छा नहीं होगा तुम्हारी वीडियो वायरल हो जाएगी
उससे तुम्हारी बहुत बदनामी होगी वह कहने लगी कि सर प्लीज यह वीडियो डिलीट कर दीजिए इस तरह तो मेरी बहुत बेइज्जती होगी और मेरे घर वाले भी किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे मैंने कहा तो बचा लो अपनी इज्जत और अपने घर वालों की इज्जत को भी मैं किसी को यह वीडियो नहीं दिखाऊंगा मगर शर्त यह है कि तुम्हें मुझे कुछ भी करके ₹ लाख का इंतजाम करके देना होगा मेरी बात सुनकर वह दंग रह गई थी उसने कहा सर यह आप क्या कह रहे हैं
मैं इतने पैसों का इंतजाम कहां से करूंगी वह कहने लगी कि सर आपने मेरे साथ यह बिल्कुल भी ठीक नहीं किया मगर मैंने तो उसे पैसे लाने पर मजबूर कर दिया था और कहा कि अगर तुमने मेरी बात नहीं मानी तो अच्छा नहीं होगा तुम्हारी वीडियो वायरल हो जाएगी मैंने उसे दो दिन का का टाइम दिया था वह बहुत रो रही थी कुछ वक्त गुजरा तो मैं दिव्या का इंतजार करने लगा शाम के 7:00 बजे जब दिव्या आई तो मैंने दिव्या के साथ भी कुछ इसी तरह से किया
दिव्या को मैंने पहले डराया नहीं था उसे कमरे में ले जाकर खामोशी से उसे पानी में दवाई मिलाकर दे दी और जब वह बेहोश हो गई तो उसके साथ भी वही सब कुछ किया जो मैंने मुस्कान के साथ किया था लेकिन दिव्या होश में आने के बाद इतना डर गई थी कि उसकी कुछ समझ नहीं आ रहा था दिव्या को फोन करने के बात जब मैंने उसको उसकी वीडियो भेजी तो वह घबरा गई उसने फोन पर ही रोना शुरू कर दिया
वह इतनी ज्यादा डर गई थी कि मुझे उससे डर लगने लगा था कि यह कहीं किसी को कुछ बता ना दे इसलिए मैंने उसे ज्यादा बड़ी रकम की डिमांड नहीं की सिर्फ उससे इतना ही कहा था कि तुम मुझे ₹5000000 लाकर दे देना उस जैसी गरीब लड़की के लिए 50000 भी बहुत बड़ी रकम थी उन दोनों को ही मैं लगातार फोन करके ब्लैकमेल कर रहा था मुस्कान को मैंने दो दिन का समय दिया था वह समय अब धीरे-धीरे पूरा हो गया था मुझे कुछ भी करके पैसे चाहिए थे
आखिरकार मैंने इतनी मेहनत जो की थी वह लोग मुझे कुछ तो दे ही सकते थी मुस्कान लगातार फोन करके रोई जा रही थी कह रही थी कि सर प्लीज मेरी इज्जत आपके हाथ में है मेरे साथ ऐसा मत करो लेकिन मैं तो अपनी रकम लेने के बाद पीछे हटने वाला था मुझे एक बार ₹ लाख मिल जाते तो मैं उनसे अपना कोई छोटा-मोटा कारोबार ही कर लेता और थोड़े बहुत पैसे मुझे दिव्या से भी चाहिए थे
दिव्या ने बड़ी मुश्किल से मुझे एक सोने की चेन लाकर दी थी जो लगभग 60 से 0000 की थी वह रोते हुए कहने लगी कि सर मेरे पास बस यही है आप प्लीज मेरी वीडियो डिलीट कर दीजिए मैंने कहा यह चेन तुम मुझे क्यों दे रही हो मुझे तो रकम चाहिए वह कहने लगी कि सर इसको मैं बड़ी मुश्किल से अपने घर से चुरा कर लाई हूं पैसों का इंतजाम नहीं हो सका क्योंकि मेरे पापा की बहुत तबीयत खराब है और उनके इलाज पर अब तक काफी सारे पैसे खर्च हो चुके हैं
इसलिए मैंने खामोशी से अपनी मम्मी के चेन चोरी कर ली सर प्लीज मेरा वीडियो डिलीट कर दीजिए वह मेरे आगे हाथ जोड़ रही थी अभी भी मैंने उसे अपनी बहन के घर में ही बुलाया था चैन लेने के बाद मेरी नियत उस पर और ज्यादा खराब होने लगी मैंने कहा इतनी आसानी से मैं यह वीडियो डिलीट नहीं करूंगा जो उस दिन मैंने तुम्हें बेहोश करने के बाद किया था वही सब कुछ मुझे आज तुम्हारे होश में होते हुए भी करना है मेरी बात सुनकर वह घबरा गई
कांपने लगी और कहने लगी कि सर प्लीज मुझे छोड़ दीजिए मुझे जाने दीजिए वो मेरे आगे रो हो कर रिक्वेस्ट कर रही थी मगर मैंने उसकी एक ना सुनी और घर का दरवाजा बंद करने के बाद मैंने फिर से उसकी इज्जत खराब कर दी उसे लगता था कि ऐसा हो जाने के बाद मैं उसकी वीडियो डिलीट कर दूंगा मगर मैं अभी इन दोनों लड़कियों को अपना मोहरा बनाना चाहता था इनसे खूब सारे पैसे कमाना चाहता था चेन आने के बाद मेरे दिल का लालच और ज्यादा बढ़ता चला जा रहा था
मैंने दिव्या को भरोसा दिलाया था कि मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा जो कुछ भी हुआ है उसके बारे में तुम किसी को कुछ मत बताना अगर तुमने किसी को भी कुछ बताया तो तुम जानती हो ना कि मैं क्या कर सकता हूं वह बेचारी खामोश हो गई थी और रोती हुई वहां से चली गई थी अब बारी थी मुस्कान की मुस्कान जो कि अभी तक पैसों का बंदोबस्त करके नहीं लाई थी मैंने उसे दोबारा से फोन किया और कहा कि तुमने अभी तक पैसों का बंदोबस्त नहीं किया है देखो वीडियो मेरे पास है
अगर तुमने जरा से भी होशियारी दिखाने की कोशिश की तो यह वीडियो मैं तुम्हारे पापा के मोबाइल नंबर पर साइंड कर दूंगा तुम यह बात अच्छी तरह से जानती हो कि तुम्हारे पापा का नंबर पहले से ही मेरे पास मौजूद है वह मेरी बात सुनकर बहुत डर गई और उसने ना जाने कैसे पैसों का बंदोबस्त कर लिया वो ₹ लाख मुझे देकर चली गई थी ₹ लाख जब मेरे हाथ में आए तो मेरी खुशी के ठिकाने नहीं थे अपने दिमाग का इस्तेमाल करने से मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही थी
मुझे अपने दोस्त की बताई हुई बात अब समझ आई थी कि अगर मैं किसी और तरीके से भी पैसे कमाना चाहूं तो कमा सकता हूं इसमें भी मुझे फायदा होगा और मुझे बेहिसाब फायदा हो रहा था वह दोनों ही लड़कियां मेरा कहना मान रही थी और उन दोनों की वीडियो से मुझे बेहद फायदा हो रहा था मैंने दिव्या की दी हुई सोने की चेन बेच दी थी और उसके पैसे मैंने जब अपने घर ले जाकर अपनी मां को दिए तो मां बहुत ज्यादा खुश हो गई थी
मगर साथ ही साथ वह हैरान भी हुई थी कि एक साथ मैंने उनको इतनी बड़ी रकम कहां से दे दी मामूली सी बात है कि 60 7000 जो इंसान एक साथ दे दे उस पर लोग सवाल उठाने लगते हैं कि इतने पैसे तुम्हारे पास पास कहां से आए मेरे पूरे महीने की सैलरी और सारे ट्यूशंस को मिलाकर कुल 10 या 12000 तक ही बैठती थी जिसमें से 8000 मैं अपने घर में दिया करता था और बाकी के पैसे अपने पास रख लेता था मैंने बड़ी मुश्किल से अपने घर वालों को समझाया था
उनसे कहा था कि मैंने चार-पांच जगह ट्यूशन और लगा ली है और अब मैं फीस ज्यादा लेने लगा हूं और एक जगह मेरी नौकरी भी लग गई है मैंने अपनी मम्मी से कहा था कि अब सब कुछ ठीक होने वाला है अब आप मेरे लिए लड़की तलाश करना शुरू कर दो मुझे शादी करनी है मेरा रिश्ता एक जगह से तो चल ही रहा था लेकिन लड़की वालों ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया था व रिश्ता भी कुछ दिनों बाद खत्म हो गया
मुस्कान ने जब मुझे ₹ लाख दिए और उन पैसों से मैंने कुछ दिन तक कैश की थी इतने सारे पैसे मेरे पास आते हुए देखकर मेरे घर वाले भी सोच में पड़ गए थे इधर मैं बार-बार उन लड़कियों को ब्लैकमेल कर रहा था मुस्कान से 2 लाख लेने के बाद मैंने उससे 50000 की डिमांड और की थी वह 2 लाख का इंतजाम उसने कैसे किया था यह तो मैं नहीं जानता था मगर जिस समय वह मुझे पैसे देने के लिए आई थी बहुत परेशान लग रही थी
अब दोबारा से जब उसने 50000 की रकम का सुना तो वह मेरे आगे गिड़गिड़ा लगी बार-बार रोते हुए कहती कि सर प्लीज मेरे साथ ऐसा मत करो मेरा वीडियो डिलीट कर दो मैंने अब उस पर इतना प्रेशर डाला कि कुछ दिनों बाद ₹5000000 भी उसने मुझे लाकर दे दिए थे अब बिना कुछ किए ही मैं अच्छे खासे पैसे कमा रहा था मेरे घर वालों को लगता था कि मेरी अच्छी जगह नौकरी लग गई है इसीलिए मैं इतने पैसे कमा रहा हूं
मगर वह लोग क्या जानते थे कि उनका बेटा किन कामों में पड़ गया इस बार मेरी मां ने मेरे लिए जिस लड़की को पसंद किया था उस लड़की को पहली बार ही मेरी मां ने ₹1000000 दिए थे लड़की वालों की तो आंखें फटी की फटी रह गई थी जब वो लोग हमारे घर आए और उन्होंने मुझे देखा तो वोह लोग मुझे पसंद कर गए थे तब मेरे घर उन लोगों की अच्छे से खातिरदारी की गई तो उनको यही लगा कि लड़के की नौकरी बहुत अच्छी है
इसलिए वो लोग फौरन ही इस रिश्ते के लिए मान गए और इस तरह मेरा रिश्ता प्रियंका नाम की खूबसूरत सी लड़की के साथ तय हो गया था मैं बहुत खुश हो रहा था कि इन पैसों से मेरा कितना फायदा हो रहा है थोड़े-थोड़े पैसे करके जब मैं अपने घर वालों को पैसे देता तो वह लोग बहुत खुश रहने लगे थे और मैं अपनी भी सारी जरूरतें धीरे-धीरे पूरी कर रहा था मगर अब वह दोनों मुझे पैसे देते थक गई थी
वह मेरे लिए अपने घर में कई बार चोरी कर चुकी थी और अपने घर का कीमती सामान बेचकर मेरा मुंह बंद करने की उन्होंने कई बार कोशिश की थी मगर मेरी डिमांड तो बढ़ती जा रही थी उन लोगों की वीडियो मेरे पास इतना बड़ा हथियार थी कि मैं जो चाहे उनसे करवा सकता था लेकिन दिव्या अब हिम्मत हार चुकी थी वह मेरे आगे रो-रो कर कहती थी कि सर मैं पैसों का बंदोबस्त अबोर्ड नहीं कर सकती प्लीज मेरी वीडियो डिलीट कर दीजिए प्लीज मुझे आजाद कर दीजिए
अब उस बेचारे की बेबसी मुझसे देखी नहीं जा रही थी इसलिए मैंने उसे भरोसा दिलाया कि मैं तुम्हारी वीडियो डिलीट कर दूंगा और फिर फिर मेरे दिल में उसके लिए रहम आ गया था मैंने उससे दोबारा पैसों की डिमांड नहीं की उन दोनों ने अपने-अपने घरों पर बता दिया था कि वो लोग मुझसे ट्यूशन पढ़ने नहीं आ सकती क्योंकि मैंने ट्यूशन देना खत्म कर दिया मुस्कान से अभी भी मुझे फायदा हो रहा था मुस्कान ने मुझे ₹5000000 लाकर भी दे दिए थे
अब मेरा रिश्ता तय हो गया था और मेरी शादी जल्द ही होने वाली थी मेरे पास अब इतना कुछ किए ही पैसे आ रहे थे तो इसलिए मैंने ट्यूशन देना बंद ही कर दिया था मैं सिर्फ स्कूल जाया करता था जब एक दिन मुझे पता चला कि दिव्या ने आत्महत्या कर ली है यह खबर मेरे लिए बहुत ही सनसनी खेज थी मैं बहुत डर गया था कि कहीं उसकी मौत का कारण मैं तो नहीं लेकिन मैंने तो कई दिनों पहले ही उसे भरोसा दिला दिया था कि मैं तुम्हारी वीडियो डिलीट कर दूंगा और अब तुम्हें परेशान भी नहीं करूंगा
तो फिर ऐसा भी क्या हो गया था उस बेचारी ने अपनी जान ले ली इस हादसे से मैं बहुत डर गया था मुझे लगा कि कहीं मुस्कान की तरफ से भी मुझे किसी गड़बड़ी की खबर ना मिले इसलिए मैंने मुस्कान को भी तंग करना छोड़ दिया था इन दोनों लड़कियों से अभी तक मैं काफी सारे पैसे कमा चुका था इस बीच मेरे साथ यह अच्छा हुआ था कि मेरी नौकरी भी लग गई थी और वहां पर मुझे अच्छी खासी सैलरी पर नौकरी मिली थी मैं बहुत खुश हो रहा था
यह मेरी किस्मत का मुझ पर मेहरबान होना था या फिर मेरी बर्बादियों की शुरुआत थी यह तो मैं नहीं जानता था लेकिन मेरी जिंदगी में जिस तरह से खुशि आ रही थी मैं यही समझता था कि ऊपर वाला मुझ पर मेहरबान है मेरी शादी भी हो गई और जिस लड़की के साथ मेरी शादी हुई उसके साथ मैं बहुत खुश था क्योंकि वह बेहद सुंदर थी मेरी नौकरी लग गई और शादी भी हो गई लगभग -4 लाख के करीब मैं उन दोनों से अब तक कमा चुका था दिव्या तो इस दुनिया से चली ही गई थी
लेकिन मुस्कान का भी मैंने पीछा छोड़ दिया था और उन दोनों की वीडियो भी मैंने अपने कैमरे से डिलीट कर दी थी यह राज राज ही रहा था कभी खुल नहीं सका था कि मैंने उन दोनों से किस तरह से पैसे कमाए थे वक्त इसी तरह से गुजरता जा रहा था मेरी पत्नी बहुत अच्छी थी वह मेरी जिंदगी में शामिल हुई तो खुशियां ही खुशियां आ गई थी मेरी नौकरी भी बहुत अच्छी चल रही थी घर वाले भी बहुत खुश थे कुछ वक्त गुजरने के बाद छोटा भाई भी नौकरी से लग गया था
मैं अपनी खुशहाल जिंदगी में यह भूल चुका था कि मैंने पहले क्या कर्म किए हैं मेरी पत्नी भी बहुत अच्छी थी मेरे परिवार के साथ वह खुशी-खुशी गुजारा कर रही थी सबका बहुत ख्याल रखती थी मुझसे भी बहुत प्यार करती थी मैं बहुत भाग्यशाली था जिससे ऐसी लड़की मिली थी जिससे शादी करके मेरी जिंदगी में खुशियां ही खुशियां आ गई थी सब कुछ बिल्कुल ठीक चल रहा था अब मेरी शादी को डेढ़ साल हो गया था अब मेरी जिंदगी में किसी चीज की कोई कमी नहीं थी
ऐसा लगता था जैसे मेरी किस्मत पूरी तरह से बदल कर रह गई है इतनी अच्छी कंपनी में नौकरी करने से मेरे दिन भी बदल गए थे घर में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी घर वाले भी बहुत खुश थे फिर एक दिन ऐसा आया जिसने मेरी पूरी जिंदगी को पलट कर ही रख दिया दिया था व दिन था 27 नवंबर का दिन जब मैं रोज की तरह अपने ऑफिस जाने के लिए घर से निकला था मेरी पत्नी मेरे पीछे-पीछे मेरा टिफिन बॉक्स लेकर आई थी
मां ने मुझे आशीर्वाद दिया था और पिताजी से मैं कह कर गया था कि आप अपनी दवाइयां टाइम से लीजिएगा मेरी पत्नी मुझसे कहने लगी कि मेरा आज अपने माय के जाने का मन कर रहा है मैंने भी उसे खुशी-खुशी कह दिया कि तुमसे मैंने कितनी बार कहा है कि तुम मुझसे परमिशन मत लिया करो तुम्हारा जहां दिल चाहे वहां जा करो मेरी इस बात पर मेरी पत्नी बहुत खुश हुई थी मैं ऑफिस के लिए निकल गया और ऑफिस आने के बाद अपने रोज के कामों में बिजी हो गया था
रात को जब मैं घर आया तो मैंने देखा कि दरवाजा मेरी मां ने खोला था हर रोज ऐसा होता था कि मेरी पत्नी ही दरवाजा खोलकर मुस्कुराते हुए मेरा वेलकम किया करती थी जिसकी मुस्कान से मेरे सारे दिन की थकान दूर हो जाती थी अपनी मां को देखकर मैं हैरान रह गया था क्योंकि इस समय मेरी मां और पापा दवाई खाकर सो जाया कर थे मैं जैसे ही घर के अंदर दाखिल हुआ तो मां ने मुझसे सवाल किया कि बेटा बहू कहां है
मैंने चौक कर उन्हें देखा मैंने कहा प्रियंका तो आज अपने माइके गई थी अभी तक आई नहीं है मेरी मां कहने लगी कि नहीं बेटा तुम्हारे जाने के बाद वह अपने माइके चली गई थी आज वह घर वापस नहीं आई तो मुझे लगा कि वह तुम्हारे साथ आ जाएगी मगर तुम तो अकेली आए हो मैंने कहा मां मैं तो ऑफिस गया हुआ था मैंने जल्दी से अपनी जेब से मोबाइल निकाला और प्रियंका के नंबर पर कॉल लगाई तो प्रियंका का नंबर स्विच ऑफ जा रहा था मैं घबरा गया
मैंने जल्दी से उसके पापा के नंबर पर फोन लगाया और उनसे मालूम किया कि प्रियंका अभी तक घर क्यों नहीं आई मेरे इस सवाल पर वह हैरान हो गए और कहने लगे कि प्रियंका तो आज यहां आई ही नहीं है बेटा तुम्हें कोई गलतफहमी हुई है मैंने कहा कि नहीं नहीं उसने सुबह मुझसे आपके घर जाने की परमिशन ली थी और मां बता रही है कि दोपहर के 2 बजे तक वह घर से निकल गई थी वह कह ने लगे कि बेटा वह यहां पर नहीं आई मैंने कहा तो फिर वह कहां गई
वह कहने लगे कि हमें नहीं पता इस बात का ध्यान तो तुम्हें रखना चाहिए था मैंने उनकी बात सुनकर फोन बंद कर दिया और अपनी गाड़ी लेकर प्रियंका को तलाश करने के लिए चला गया मैंने प्रियंका के सारे रिश्तेदारों के यहां उसे तलाश कर लिया उसके जिन दोस्तों को मैं जानता था वहां भी उसे तलाश कर लिया मगर प्रियंका का कुछ पता ही नहीं चला उधर मेरे पापा भी उसे आस पड़ोस में ढूंढ रहे थे सारी रात मुझे परेशान होते हुए और प्रियंका को ढूंढते हुए गुजर गई थी
सुबह हुई तो उसके घर वाले भी हमारे यहां आ गए और उन्होंने मुझसे सवाल किया कि हमारी बेटी कहां चली गई मैं या मेरे घर वालों में से कोई भी यह नहीं जानता था कि वह कहां गायब हो गई उसका नंबर भी लगातार बिजी जा रहा था उसका सारा सामान भी घर में मौजूद था यह खबर धीरे-धीरे हमारे पूरे मोहल्ले में फैल गई थी मोहल्ले की कुछ औरतें तो यह बातें भी कर रही थी कि कहीं वह किसी लड़के के साथ फरार तो नहीं हो गई मगर मुझे अपनी पत्नी पर पूरा भरोसा था
वह मुझसे बहुत प्यार करती थी वह मुझे ऐसे धोखा देकर कहीं नहीं जा सकती थी घर में सारे जेवर और पैसे भी मौजूद थे अगर कोई नहीं था तो वह थी प्रियंका मैं उसे ढूंढ ढूंढकर परेशान हो गया था इधर उसके घर वाले मेरे घर वालों को बहुत परेशान कर रहे थे उन लोगों ने हंगामा किया हुआ था कि हमारी बेटी को तुमने कहां भेज दिया मैं उनको समझा समझाकर थक गया था हमें खुद भी नहीं पता कि प्रियंका कहां चली गई है
मेरे भाई ने कहा कि भैया हमें पुलिस स्टेशन में भाभी की गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज करवा देनी चाहिए इसलिए मैं अपने भाई को लेकर पुलिस स्टेशन चला गया था और वहां जाकर मैंने प्रियंका की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी पुलिस भी उसे ढूंढ रही थी कई दिन गुजर गए मगर प्रियंका का कोई अता पता नहीं चल सका था प्रियंका के बिना मैं अधूरा हो गया था मेरी हालत ऐसी हो गई थी जैसे मेरी जिंदगी का एक अहम हिस्सा मुझसे दूर हो गया
जिसके बिना शायद मैं अपनी जिंदगी में सुकून से नहीं रह सकता मेरी कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं प्रियंका के घर वाले मुझ पर इल्जाम लगा रहे थे मोहल्ले वाले भी यही सोच रहे थे कि आखिर लड़की गई तो गई कहां प्रियंका हमारे घर में बहुत खुश रहती थी उसे किसी चीज की कभी कोई कमी नहीं थी ना ही कभी उसका मेरे घर वालों से या मेरे साथ कोई झगड़ा हुआ था मुझे तो लगता था कि मेरी पत्नी को किसी ने किडनैप कर लिया इसी तरह एक महीना गुजर गया था
प्रियंका के घर घर वाले भी शोर मचा मचाकर खुद ही खामोश हो गए थे लेकिन मेरे दिल को सुकून नहीं आ रहा था मेरी पत्नी मेरी जिंदगी थी मैं उसे बहुत प्यार करता था मैं उसके बिना नहीं रह सकता था इसलिए मैं उसे अभी भी तलाश कर रहा था मेरी पत्नी मेरे लिए एक अच्छी जीवन साथी साबित हुई थी तो फिर मैं उसे कैसे भूल सकता था पुलिस ने भी हर तरफ प्रियंका को तलाश करने के बाद उसके केस की फाइल को बंद कर दिया था और कहा था कि हम फिर भी आपकी पत्नी को तलाश करते रहेंगे
अगर उसके बारे में हमें कुछ पता चलता है तो हम आपको फौरन ही बता देंगे मेरा शक एक दिन सच साबित हो गया जब मेरे पापा के नंबर पर एक अननोन नंबर से कॉल आई पापा ने जैसे ही कॉल रिसीव की तो कॉल रिसीव करने वाले इंसान ने पापा से कहा था कि मुझे 20 लाख की जरूरत है तुम्हारी बहू मेरे पास है अगर उसे सही सलामत चाहते हो तो ₹ लाख का इंतजाम कर लो पापा ने जब हमें यह सब कुछ बताया तो हमारे होश उड़ गए थे
पापा का फोन मैंने ले लिया था और फिर मैंने ने किडनैपर से बात की उसने यही कहा कि अपनी पत्नी तुम्हें सही सलामत चाहिए तो मुझे मेरी मुंह मांगी कीमत दे दो मैंने अपने पापा से पूछा कि यह कौन है तो पापा कहने लगे कि बेटा मैं नहीं जानता कि यह इंसान कौन है क्योंकि यह कोई नया नंबर था और कोई नई आवाज थी मगर ऐसा कौन इंसान है जो पैसों के लिए मेरे पापा को कॉल करेगा मैं बहुत डर गया था फोन करने वाले इंसान ने कहा था कि मैं तुम्हें एक हफ्ते का मौका देता हूं
पैसों का बंदोबस्त कर लो और अगर तुमने पुलिस को बताने की कोशिश की तो मैं तुम्हारी पत्नी को जान से मार दूंगा इतने समय से तुम्हारी पत्नी ना तो तुम्हें मिली है और ना ही पुलिस को आगे अगर तुमने कोई होशियारी दिखाने की कोशिश की तो तुम्हारी पत्नी को मैं मारकर तुम्हारे घर भेज दूंगा तुम मेरा पता नहीं लगा सकोगे मेरे पापा की तो किसी से दुश्मनी भी नहीं थी मेरे पापा एक सीधे-साधे इंसान थे तो फिर किडनैपर ने मेरे पापा को फोन क्यों किया था और वह मेरे पापा का कौन लगता था
यही सारे सवाल मेरे दिमाग में घूम रहे थे मगर और मेरी मां का कहना था कि बेटा इन बातों पर ध्यान मत लगाओ और पैसों का बंदोबस्त करो एक हफ्ते के अंदर-अंदर अगर तुमने उस किडनैपर को पैसे नहीं दिए तो प्रियंका की जान भी जा सकती है मैंने अब पैसों का बंदोबस्त करना शुरू कर दिया था मेरे पास घर में ज्यादा पैसे तो नहीं थे लेकिन प्रियंका के जेवर थे जो लगभग -4 लाख के थे वो जेवर मैंने तिजोरी से निकालकर बेच दिए मेरे भाई ने मुझे अपने जुड़े हुए 70 80000 लाकर दिए थे
पापा के पास जो पैसे थे वो भी उन्होंने मुझे दे दिए लेकिन अभी भी मेरे पास काफी पैसे कम पड़ रहे थे मैं पैसों की हर तरफ से कोशिश कर रहा था लेकिन पैसे पूरे नहीं हो पा रहे थे घर में जितना भी कीमती सामान था वो सब भी मैं बेच चुका था ना जाने मैं कैसी मुसीबत में फंस गया था पूरे एक हफ्ते में कहीं ना कहीं से पैसों का बंदोबस्त कर लिया तब जाकर मेरे पास ₹1 लाख हो पाए थे लेकिन 10 लाख अभी भी कम पड़ रहे थे और एक हफ्ता पूरा हो चुका था
जिस दिन मुझे किडनैपर को पैसे देने थे उस दिन मेरे पास उसकी कॉल आई और वह मुझसे पैसे मांगने लगा अब मैं क्या करता मैंने उससे माफी मांगी और कहा कि मेरे पास सिर्फ इतने ही पैसों का बंदोबस्त हो सका है मगर वह मेरी बात मानने के लिए तैयार नहीं था उसने कहा कि कुछ भी करो मुझे पूरे पैसे चाहिए वरना मैं तुम्हारी पत्नी को मार दूंगा मैंने कहा कि प्लीज मुझे मौका दो मैं धीरे-धीरे पैसों का इंतजाम कर रहा हूं मगर वह मेरी बात सुनने के लिए तैयार नहीं था
उसने मुझे फिर भी दो दिन का मौका और दे दिया था अब इन दो दिनों में मैं 20 लाख का इंतजाम कहां से करता मैं तो अपना सर पकड़कर रोने बैठ गया था मेरी समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं मेरे घर वाले भी परेशान थे इतनी बड़ी परेशानी मुझ पर आ गई थी कि मुझे अपनी जिंदगी बुरी लग रही थी जितने लोगों से मुझे पैसे मांगने थे अब उन सब से मैं उधार पैसे ले चुका था इस महंगाई के जमाने में कोई हमारी एक बार मदद कर सकता है
दो बार मदद कर सकता है मगर बार-बार मदद नहीं कर सकता और फिर इतनी बड़ी रकम अगर मैं किसी से उधार ले भी लूं तो उसे मुझे वापस भी तो देनी है पहले ही मुझ पर 5 लाख का उधार हो चुका था मैं अपने कमरे की तलाशी लेने लगा कि मुझे कोई ऐसी कीमती सामान मिल जाए जिसे मैं बेचकर कुछ और पैसों का बंदोबस्त कर सकूं लेकिन मेरे हाथ कुछ कीमती ना लग सका क्योंकि घर में जो कुछ भी था वह सब मैं बेच चुका था
अब हम लोग इतने भी अमीर नहीं थे कि हमारे पास बहुत सारे पैसे होते हां मेरी नौकरी से जिंदगी अच्छी गुजर रही थी सेविंग्स भी बस थोड़ी बहुत हो जाती आती थी लेकिन इतना नहीं था कि हम अमीरों की तरह जिंदगी गुजारते कमरे की तलाशी लेते समय मेरे हाथ वह कैमरा लग गया था जिसको मैंने अपनी बहन के घर में छुपाकर मुस्कान और दिव्या की वीडियो बनाई थी और उन दोनों को ब्लैकमेल करके काफी सारे पैसे वसूल करे थे न जाने क्य उस कैमरे को देखकर मुझे बहुत शर्मिंदगी महसूस हो रही थी
ऐसा लग रहा था जैसे मेरे किए हुए पाप मेरे आगे आ रहे हैं उन लड़कियों को भी मैं बहुत ब्लैकमेल किया करता था बेचारी वीडियो ठीक होने के डर से मुझे पैसे लाकर दे दिया करती थी लेकिन वह लोग पैसे कहां से लाती होंगी किस तरह उन्होंने पैसों का बंदोबस्त किया होगा आज मुझे समझ आ रहा था जब मैं खुद पैसों का बंदोबस्त कर रहा था दिव्या ने तो अपनी मां की चेन भी घर से चोरी की थी वह कितना बड़ा दिल लेकर आई होगी
अपने घर में चोरी करने के लिए और मुस्कान जिसने मुझे ₹ लाख एक बार लाकर दिए और 0000 दूसरी बार में लाकर दिए एक मामूली स्टूडेंट लड़की ने इतने सारे पैसों का बंदोबस्त किस तरह से किया होगा कितनी परेशानियों का सामना करने के बाद वह दोनों मुझे पैसे लाकर देती होंगी यही सब में खड़ा हुआ सोच रहा था यही सब सिचुएशन आज मेरे साथ भी हो रही थी कि पैसों का बंदोबस्त करने के लिए मुझे क्या-क्या नहीं करना पड़ रहा था
मैं अपने उन दोस्तों के पास भी गया था जिनके पास पैसों की कोई कमी नहीं थी लेकिन उन्होंने मेरी मदद सिर्फ -3 हज से ज्यादा नहीं की थी दो दिन भी धीरे-धीरे पूरे हो गए थे अगर मैं इकट्ठे कर पाया था तो सिर्फ 11 लाख अभी भी ₹ लाख बाकी रह गए थे मेरे घर में एक तरह की उदासी छा गई थी नौकरी पर भी मैं नहीं जा रहा था बस हर जगह अपनी पत्नी को तलाश करता रहता था और हर जगह से पैसों का बंदोबस्त करता रहता था
दो दिन पूरे होने के बाद जब मेरे पास किडनैपर का फोन आया तो मैंने रोते हुए उससे कहा कि मेरे पास पैसों का बंदोबस्त नहीं हो रहा प्लीज मेरी पत्नी मुझे वापस कर दो सारी जिंदगी मैं तुम्हारा एहसान मंद रहूंगा मगर उसने कहा कि नहीं मुझे तो सिर्फ पैसे ही चाहिए मैंने कहा कि अच्छा मुझे कुछ दिन का मौका और दो मगर इस बार वह मुझे मौका देने के लिए तैयार नहीं हो रहा था वह मेरे दिल में अपना डर बिठाना चाहता था
इसलिए उसने कहा कि अपने दरवाजे पर जाकर देखो तुम्हारे लिए एक पार्सल रखा हुआ है मैं जैसे ही अपने घर के दरवाजे तक पहुंचा तो यह देखकर दंग रह गया कि वहां एक बॉक्स रखा हुआ था मैंने उस बॉक्स को खोलकर देखा तो उसके अंदर एक ऐसी चीज थी जिसे देखकर मेरा दिल दहल करर रह गया था वो मेरी पत्नी की कटी हुई उंगली थी जिस पर खून लगा हुआ था यह उंगली मेरी पत्नी की ही थी क्योंकि उस उंगली में एक अंगूठी थी
वह अंगूठी मैंने अपनी पत्नी को गिफ्ट की थी यह दरिंदा मेरी पत्नी को जान से मार देगा इस बात का मुझे यकीन हो चुका था जब वह मेरी पत्नी के हाथ की उंगली काटकर मुझे भेज सकता है तो उसकी जान भी बहुत आसानी से ले सकता है मैं अपनी किस्मत पर फूट-फूट कर रोने लगा था मेरे घर वालों ने जब वह कटी हुई उंगली देखी तो उनकी भी चीख निकल गई थी जिस घर में हम रहते थे उस घर को बेचने के अलावा अब हमारे पास और कोई ऑप्शन नहीं था
पापा कहने लगे कि बेटा इस घर को बेचने के बाद जितने पैसे कम पड़ रहे हैं वो पैसे किडनैपर को दे दो हम लोग किराए पर रह लेंगे या फिर जो पैसे बचेंगे उनका एक छोटा सा घर खरीद लेंगे वैसे भी हमारा घर अच्छी खासी कीमत का होगा और फिर मैंने अपनी पत्नी को बचाने के लिए ऐसा ही किया था मैंने अपना घर सेल कर दिया था हमारा वह घर जिसमें मेरा बचपन गुजरा था मेरे सारे भाई बहन की इस घर में परवरिश हुई थी घर बेचने के बाद जो मेरे पास पैसे आए थे
उन पैसों में से ₹ लाख निकालकर मैंने किडनैपर की रकम पूरी कर दी थी और उससे फोन करके कह दिया था कि पैसों का बंदोबस्त हो गया है मेरी पत्नी मुझे सही सलामत चाहिए किडनैपर ने मुझे हमारे ही शहर में बनी एक सुनसान जगह पर बुलाया था वहां एक खंडरई था मैं पैसे लेकर वहां चला गया था उसने फोन पर मुझसे कहा कि पैसे वहां छोड़कर चले जाओ मैंने कहा लेकिन मेरी पत्नी को मेरे पास भेजो वह कहने लगा कि पैसे एक बार वहां रखो और चले जाओ
मैं थोड़ी देर के बाद तुम्हारी पत्नी को वहां पर भेज दूंगा मैं पैसे वहां रखकर वहां से चला गया था लेकिन काफी वक्त गुजर गया था मेरी पत्नी नहीं आई उसने जिस नंबर से मुझे कॉल की थी उस नंबर पर मैं बार-बार कॉल कर रहा था वो नंबर बंद जाने लगा ये मेरे साथ क्या हुआ था मैं तो अपना सर पकड़कर रोने बैठ गया था
रोने के अलावा मुझे कुछ नहीं सूझ रहा था समझ नहीं आ रहा था कि आखिर मेरे साथ क्या हो रहा है मैं अपने घर गया तो मेरे घर वाले कहने लगे कि बहू कहां है मैंने उन्हें शर्मिंदा होते हुए बताया कि वह मुझे अभी तक नहीं मिली उन्होंने कहा तो तुम पैसे देकर आ गए मैंने कहा किडनैपर ने मुझसे पैसे ले लिए लेकिन प्रियंका को मुझे नहीं दिया और अब उसका फोन नंबर भी नहीं लग रहा मेरे पापा ने कहा कि अब हमें इस बारे में पुलिस को बता देना चाहिए
हमारे साथ बहुत गलत हुआ किसी ने हमें बेवकूफ बनाया मुझे मेरे पापा जबरदस्ती पुलिस स्टेशन ले गए और उन्होंने पुलिस को सारी बात बता दी थी पुलिस वालों ने बेवकूफ मुझे ही बताया था उन्होंने कहा कि जब इतनी बड़ी बात हो गई थी तो तुम्हें हमें बताना चाहिए था लेकिन मैंने पुलिस से कहा था कि मैं कुछ नहीं बताना चाहता मैं समझ गया था कि मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है मैंने उन दोनों लड़कियों को बहुत परेशान किया था मेरे बुरे कर्म मेरे आगे आ रहे थे
पुलिस ने उस मोबाइल नंबर को ट्रेस करना शुरू कर दिया मेरे पैसे तो चले ही गए थे साथ-साथ मेरी पत्नी भी चली गई थी मैंने कितनी कोशिश कर ली थी अपनी पत्नी को बचाने की मगर वह मुझे ना मिल सकी मैं अपनी गलतियों का पश्चाताप करने के लिए मुस्कान के घर चला गया था मुस्कान के घर जाकर मुझे पता चला कि उसकी शादी होने जा रही है मगर उसके घर वालों के पास कोई इंतजाम नहीं है वो लोग मुझसे कहने लगे कि सर हमने तो अपनी बेटी की शादी के लिए ₹ लाख का इंतजाम करके रखा हुआ था
लेकिन एक दिन हमारे घर से ₹ लाख चोरी हो गए और फिर कुछ समय के बाद ₹5000000 भी चोरी हो गए हम गरीब लोग हैं धीरे-धीरे अपनी बेटी की शादी के लिए पैसे जोड़कर रख रहे थे क्या करें अब इसी तरह से अपनी बेटी को विदा कर रहे हैं यह तो अच्छा हुआ कि जिस जगह हमारी बेटी जा रही है वह लोग बहुत अच्छे हैं मुझे खुशी हुई थी कि मुस्कान की शादी अच्छे घर में हो रही थी मगर उसके घर वाले बहुत निराश थे उनके निराश होने की वजह मैं था
मैंने उनसे कहा कि मैं आपकी बेटी से एक बार मिलना चाहता हूं आखिरकार मैं उसका टीचर रहा हूं एक बार उससे बात करना चाहता हूं उन्होंने मुझे अपनी बेटी से मिलने की परमिशन दे दी थी जब मैं मुस्कान से मिलने के लिए गया तो वह मुझे देखकर रोने लगी और बहुत डर गई वह मुझसे घबरा रही थी मगर मैंने उसे तसल्ली दिलाई और उससे कहा कि तुम्हें मुझसे डरने की जरूरत नहीं है मैं तुमसे माफी मांगने के लिए आया हूं मैं वह सब नहीं करूंगा जो पहले हो चुका है
मैंने उसे अपनी परेशानी के बारे में बताया तो वह कहने लगी कि सर मैंने भी पैसों का बंदोबस्त बड़ी मुश्किल से किया था अपने ही घर में मैंने चोरी की एक बार नहीं बल्कि दो बार चोरी की घर के सभी लोगों पर पैसे चोरी करने का इल्जाम लग रहा था मेरे घर वाले आपस में झगड़ रहे थे मगर उन्हें कैसे पता चला कि उनकी बेटी ने ही घर में चोरी की है और आपने जो मेरी इज्जत के साथ खेल खेला उसके लिए शायद मैं आपको कभी माफ नहीं करूंगी
वह वक्त मेरे लिए बहुत ही कड़ा था मैंने तो अपनी पढ़ाई भी छोड़ दी सिर्फ आपकी खातिर मुझे डर लगने लगा कि दुनिया का हर मर्द आप जैसा होता है जिनकी शक्ल तो शरीफ होती है मगर वह अंदर से भेड़िया होता है मैंने रो रोकर मुस्कान से माफी मांगी और उससे कहा कि मुझे माफ कर दो शायद मेरी जिंदगी में आसानी आ जाए शायद मेरे दिल को सुकून मिल जाए मुश्किल से ही सही मगर मुस्कान ने मुझे माफ कर दिया था वह बहुत रो रही थी
मैं उसके घर से निकल कर आ गया था और अब मुझे दिव्या के घर जाना था दिव्या तो इस दुनिया से जा चुकी थी लेकिन मैं उसके घर वालों से मिलने गया था उसके घर वालों से जब मेरी बातचीत हुई तो उसके पापा ने मुझे बताया कि हमारी बेटी के साथ ना जाने किस दरिंदे ने इतना गलत किया कि कि मैं उनकी बात सुनकर चौक गया था उन्होंने कहा हमारी बेटी ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसका मर्डर हुआ था और उसका मर्डर करने वाला इंसान कोई और नहीं बल्कि कोई मर्द था
मैंने कहा ये आप क्या कह रहे हैं किसने उसको मारा उन्होंने कहा जरूरी नहीं कोई इंसान जब किसी हथियार से वार करे तभी इंसान मरता है दुनिया में कुछ ऐसे इंसान भी होते हैं जब वो एक इंसान के साथ इतना गलत करते हैं और उसे तोड़कर रख देते हैं तो उसे भी हत्या ही कहा जाता है मेरी बेटी के साथ किसी दरिंदे ने उसकी इज्जत के साथ खेला काफी समय से वह बहुत खामोश खामोश सी रहती थी हम लोग कभी समझ नहीं पाए कि उसे क्या हुआ है
एक दिन घर में मेरी पत्नी की सोने की चैन चोरी हो गई और उसी दिन मेरी बेटी बीमार पड़ गई उसके बाद फिर से मेरे कपड़ों से 00 चोरी हो गए हमें पता चल गया था कि मेरी बेटी ने यह सब कुछ किया है क्योंकि मेरी पत्नी ने उसे भी ₹2000000 चोरी करते हुए पकड़ लिया तो उससे यह भी पूछा कि चेन कहां गई थी मेरी बेटी ने कबूल कर लिया कि की चैन उसने ही चोरी की थी मगर उसने क्यों चोरी की थी यह उसने मार खाने के बाद भी नहीं बताया
कुछ दिन गुजरे तो उसकी इतनी ज्यादा तबीयत खराब हो गई हम उसे डॉक्टर के पास लेकर चले गए डॉक्टर ने हमें एक ऐसी सच्चाई बताई जिसे सुनकर हमारे होश उठ गए थे कि दिव्या प्रेग्नेंट थी और उसने किसके साथ मुंह काला किया था यह हम लोग समझ नहीं सके हमने उसे टॉर्चर करना शुरू कर दिया ताकि वह हमें बता दे कि उसके साथ यह सब कुछ करने वाला कौन था लेकिन उसने मरना बेहतर समझा और वह किसी को भी कुछ बताए बगैर ही पंखे से झूल गई
और अपनी जान की बाजी हार गई दिव्या के पापा बुरी तरह से रो रहे थे और अपनी बेटी की कहानी मुझे सुना रहे थे मैं तो यह सब कुछ सुनकर सुन रह गया था कि दिव्या के पेट में जो बच्चा था वह मेरा था मेरी दरिंदगी ने उसे मौत की ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया मैं इतना शर्मिंदा हो चुका था कि मैंने दिव्या के पिता से नजरें नहीं मिलाई और मैं वहां से रोते हुए अपने घर वापस आ गया था घर आकर मैं कमरे में बंद होने के बाद इतना रोया था कि मुझे अपना भी होश नहीं था
मैंने उन दोनों लड़कियों के साथ इतना गलत किया था कि शायद मैं खुद को माफ नहीं कर पाता मैं भगवान के आगे बैठकर दिव्या को एक्सप्लेन करके रो रहा था और दिव्या से बार-बार यही कह रहा था कि वह ऊपर चली गई है वह मुझे माफ कर दे मैं बहुत परेशानी में घिरा हुआ हूं मेरा घर भी मुझसे छिन चुका था हम लोग किराए के घर में रह रहे थे कई दिन इसी तरह से गुजर गए अब मैंने अपनी पत्नी के वापस मिलने की उम्मीद छोड़ दी थी
एक दिन पुलिस स्टेशन से मु मुझे फोन आया और उन्होंने मुझे बुलाया था जैसे ही मैं वहां पहुंचा तो मेरे सामने मेरी पत्नी प्रियंका मौजूद थी उसे देखकर मैं जल्दी से उसके पास गया मैंने उसे मोहब्बत से देखा और कहा कि प्रियंका तुम कहां चली गई थी मैं तुम्हारे लिए बहुत परेशान था और तुम्हारा हाथ जैसे ही मैंने उसके हाथ पर नजर डाली तो उसके दोनों ही हाथों की उंगलियां बिल्कुल ठीक थी पुलिस इंस्पेक्टर ने मुझसे कहा कि हम आपको एक बात बताना चाहते हैं
पीछे से एक हवलदार एक लड़के को लेकर आया उसने कहा कि हमें पता चल गया कि आपकी पत्नी कहां गई थी मैंने उन्हें चौक कर देखा उन्होंने मुझे एक ऐसी सच्चाई बताई जिसे सुनकर मेरे पैरों तले से जमीन निकल गई थी उन्होंने कहा कि आपकी पत्नी को किसी ने किडनैप नहीं किया था बल्कि वह खुद जानबूझकर ऐसा करवा रही थी और जो उंगली आपकी पत्नी के नाम से आपको भेजी गई थी वह असली इंसान की उंगली नहीं है बल्कि एक आर्टिफिशियल उंगली है
जिसे देखकर कोई भी अंदाजा लगा सकता है कि यह असली इंसान की कटी हुई उंगली है यह लड़का सुधीर है जो आपकी पत्नी का पुराना दोस्त और इसका आशिक है दरअसल यह दोनों काफी समय से एक दूसरे से मोहब्बत करते थे आपका दिया हुआ नंबर ट्रेस करने के बाद इन दोनों को पकड़ निकाला है पुलिस ने जब मुझे सच्चाई बताई तो मेरे होश उड़ गए थे मैं अपनी पत्नी की तरफ गया और मैंने उससे पूछा कि तुमने ऐसा क्यों किया क्या यह लोग बिल्कुल सही कह रहे हैं
मेरी पत्नी ने अपनी नजरें झुका ली थी एक सीधी साधी और भोली-भाली दिखने वाली लड़की मेरे साथ इतना बड़ा गेम खेल सकती थी मैं मैंने कहा बताओ तुमने ऐसा क्यों किया उसके साथ जो लड़का था उसके हाथ में हथकड़ियां थी प्रियंका ने मुझे बताया कि मैं सुधीर से बहुत प्यार करती थी सुधीर के घरेलू हालात ठीक नहीं थे मेरे पापा मेरी शादी से नहीं करवा रहे थे फिर तुम्हारे घर से रिश्ता आया और तुम्हारी मम्मी ने मुझे बहुत सारे पैसे दिए मेरे घर वालों ने आईडिया लगा लिया कि ये रिश्ता बहुत अच्छा है
इसलिए उन लोगों को जिद लग गई कि वो मेरी शादी तुम्हारे साथ ही करवाएंगे लेकिन मैं तुमसे शादी करने के बाद भी सुधीर के कांटेक्ट में रही सुधीर ने और मैं ने मिलकर एक प्लान बनाया और मैं खुद ही घर से गायब हो गई सुधीर ने ही तुम्हें मेरी किडनैपिंग की कॉल की थी मैं सुधीर के घर में छुपी हुई थी जहां पर शायद मुझे कोई नहीं ढूंढता जब तुमने पैसों का बंदोबस्त करके हमें दे दिया तो हम वह पैसे लेकर यहां से बहुत दूर जाकर अपनी दुनिया बसाना चाहते थे
लेकिन पुलिस ने हमें ढूंढ निकाला हमसे गलती हो गई जिस नंबर से सुधीर ने तुम्हें कॉल की थी हम वह नंबर बंद करना भूल गए और इस तरह पुलिस ने हमें पकड़ लिया मैंने प्रियंका को पकड़कर झंझोट डाला मैंने कहा मैंने तुम्हें ढूंढने के लिए क्या कुछ नहीं किया मुझे तो यही लगता रहा कि तुम्हारी जान खतरे में है और तुम मुझे बेवकूफ बना रही थी पुलिस ने मुझे पीछे किया मुझे तो सुधीर पर भी बहुत गुस्सा आ रहा था मैं उसे मारने के लिए जा रहा था
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जब पुलिस ने मुझे पकड़ लिया पुलिस कहने लगी कि अब इन दोनों को हम अपने हिसाब से सजा देंगे क्या यह दोनों ही सजा के हकदार थे गलती इन दोनों की थी या मेरी भी थी गलती मेरी भी थी थी कि मैंने अपना दिमाग चलाकर पैसे कमाए थे और यह लोग भी अपना दिमाग चलाकर पैसे कमाना चाहते थे लालच सच में बुरी बला है और इस लालच के चलते हमें धोखा भी मिल सकता है यह मैं नहीं जानता था मुझे सुकून नहीं मिल रहा था मेरी हालत पागलों जैसी हो गई थी
ना जाने क्यों अपनी पत्नी का सच जानने के बाद भी मेरे दिल को तसल्ली नहीं हुई तो मैं खुद ही पुलिस स्टेशन चला गया और वहां जाकर मैंने मुस्कान और दिव्या के साथ जो कुछ भी किया था वह पुलिस को बता दिया मेरे घर वाले बेसहारा हो चुके थे लेकिन उनका सहारा अभी मेरा छोटा भाई था मैंने पुलिस के सामने सब कुछ बता दिया और पुलिस से कहा कि वह मुझे अरेस्ट कर ले मुझे सजा दें क्योंकि मैं बिना सजा काटे इस दुनिया में नहीं रह सकता
ऊपर वाले ने मुझे मजबूर कर दिया था कि मैं अपने पुराने सारे रास खोल दूं यह सारी सच्चाई जब मेरे घर वालों के सामने आई तो मेरी मां ने कहा कि बेटा तुम्हारे साथ वही हुआ है जो तुमने उन दोनों लड़कियों के साथ किया तुम्हारी सजा तो पूरी हो गई मगर उस लड़की का क्या जो इस दुनिया से चली गई मुझे सजा तो मिल गई मैं जेल में बैठकर अपनी सजा काट रहा हूं लेकिन मैं आज भी शर्मिंदा हूं कि मेरे लालच ने मुझे कहां से कहां पहुंचा दिया दोस्तों उम्मीद करती हूं आपको हमारी कहानी पसंद आई होगी