ससुर और बहु की कहानी | Sasur Bahu Ki Kahani | Kahaniyan 2.0 | Best Hindi Story

Sasur Bahu Ki Kahani : मेरी उम्र 25 साल थी जब मैंने काम करना शुरू किया था वहां पर हर दिन कोई ना कोई आदमी मुझे परेशान करता रहता था वजह थी मेरी सुंदरता और सबसे अलग दिखना एक दिन मेरे ससुराल के एक बड़े सदस्य रामकिशन जी ने मुझे देखा और पास बुलाया उनकी बात सुनकर मैं हैरान रह गई उन्होंने मुझसे रात बिताने का अजीब प्रस्ताव रखा जो उन्होंने ऑफर दिया उसे स्वीकारना मेरी मजबूरी बन गई मैंने सोचा था कि यह सब कुछ समय की बात होगी

और राम कशन जी खुश हो जाएंगे लेकिन उस रात कुछ ऐसा हुआ जिसने मेरे होश उड़ा दिए रामकृष्ण जी ने सारी रात मुझे अपनी बातें और इच्छाएं सुनाई जिससे मैं असहज हो गई मेरी पारिवारिक स्थिति बहुत खराब थी इसीलिए मेरी जल्दी शादी कर दी गई थी शादी को एक साल हो चुका था पर मुझे अब भी ऐसा महसूस होता था जैसे मैं पहले ही जैसी हूं हमारे घर की हालत इतनी खराब थी कि हम परिवार बढ़ाने के बारे में सोच भी नहीं सकते थे मेरे पति मोहन हमेशा कहते थे कि जब तक हमारे पास पर्याप्त पैसे नहीं होंगे तब तक हम बच्चा नहीं करेंगे

मेरा ज्यादातर समय ख्यालों और अधूरी इच्छाओं में गुजरता था मुझे पैसों की जरूरत और कमाने का शौ शौक था इसलिए मैंने घर के पास ही एक दुकान में काम शुरू कर दिया वहां कई लड़कियां और कुछ लड़के काम करते थे मेरी सुंदरता के कारण लड़के मुझे घूरते रहते थे और कुछ लड़कियां मुझसे जलती भी थी मुझे कभी अंदाजा नहीं था कि एक दिन मेरी यही खूबसूरती मेरे लिए मुसीबत बन जाएगी

मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं खुद अपनी इज्जत किसी को ऐसे ही थाली में परोस दूंगी आज भी मैं पूरी रात ठीक से सो नहीं पाई जब भी मैं अपनी आंखें बंद करती मुझे पैसों की गाड़ियों का ख्याल आता और जब आंखें खोलती तो वही पुराना और दुखत दृश्य दिखाई देता इतनी गर्मी में भी मेरे पति बेफिक्र सो रहे थे जबकि मेरे दिल और दिमाग में उथल-पुथल मची थी कल तक मैं भी इस गर्मी में चैन से सो जाया करती थी पर आज जो मैंने सुना उसने मेरी नींदे उड़ा दी

मैंने रामकृष्ण जी से कुछ दिन की मोहलत मांगी थी लेकिन जब से मैं घर वापस आई यही सोच रही थी कि अब आगे क्या करूं जैसे-जैसे दिन बीत रहे थे मेरे मन का बोझ बढ़ता जा रहा था मैं हर पल सोचती रहती कि क्या मैंने सही फैसला लिया है या नहीं रामकृष्ण जी से मोहलत मांगने के बाद भी उनके ताने और दबाव से मैं परेशान हो गई थी उन्होंने बार-बार मुझे याद दिलाया कि अगर मैंने उनकी बात नहीं मानी तो मेरे परिवार की मदद नहीं करेंगे

इसी बीच मेरे पति मोहन को भी आर्थिक तंगी की वजह से बहुत काम करना पड़ता था वह सुबह से लेकर देर रात तक काम में डूबे रहते थे हमारे बीच अब वैसा प्यार और अपनापन भी नहीं रहा जो पहले था कई बार मैं उनसे अपने मन की बातें करना चाहती थी पर डर के मारे चुप रह जाती थी मुझे लगता था कि अगर मैंने उन्हें सब कुछ बता दिया तो वह मुझसे नाराज हो जाएंगे और हमारी शादी टूट सकती है एक दिन काम पर जाते हुए मैंने सोचा कि शायद मुझे यह काम छोड़ देना चाहिए

लेकिन फिर याद आया कि हमारे घर की आर्थिक स्थिति अभी भी बहुत खराब है और मुझे पैसों की सख्त जरूरत थी मैं चाहकर भी इस नौकरी को नहीं छोड़ सकती थी काम पर पहुंचते ही वही लड़के और लड़कियां मुझे घूरने और बातें बनाने लगते थे कुछ लड़कियां मुझसे दूर रहने लगी जैसे उन्हें मेरी परेशानियों का अंदाजा हो गया हो उस रात जब मैं घर लौटी तो मोहन बहुत थके हुए थे मैंने सोचा आज उनसे बात करूंगी मैंने हिम्मत जुटाई और उनसे कहा मोहन मुझे तुमसे कुछ जरूरी बात करनी है

वह थोड़ा हैरान हुए क्योंकि मैं अक्सर ऐसी गंभीर बातें नहीं करती थी वह बोले क्या हुआ सब ठीक तो है मैंने धीरे-धीरे उन्हें रामकृष्ण जी के प्रस्ताव के बारे में बताना शुरू किया जैसे-जैसे मैं अपनी बात कहती जा रही थी मोहन का चेहरा बदलता जा रहा था वह पूरी तरह से शांत हो गए मैंने डरते डरते उनसे कहा कि मैंने अब तक कुछ गलत नहीं किया पर दबाव बहुत बढ़ रहा है मोहन ने कुछ पल तक कुछ नहीं कहा फिर उन्होंने मेरी तरफ देखा और बोले मैं समझ सकता हूं कि तुम किस मुश्किल दौर से गुजर रही हो

लेकिन तुम्हें यह सब अकेले झेलने की जरूरत नहीं है हम मिलकर इस समस्या का सामना करेंगे मैं किसी भी हाल में तुम्हारा साथ दूंगा उनकी बात सुनकर मुझे थोड़ी राहत महसूस हुई शायद अब कोई रास्ता मिल सकता है मोहन के समर्थन से मुझे थोड़ी हिम्मत जरूर मिली लेकिन मेरी मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई थी रामकिशन जी लगातार अपने दबाव बनाए हुए थे और उनके पास ना जाने की वजह से वे घर पर भी कड़वी बातें करने लगे थे

उन्होंने मोहन से भी कई बार अप्रत्यक्ष रूप से पैसे की कमी का जिक्र किया लेकिन सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा मैं हर दिन एक नए डर और तनाव में जी रही थी सोच रही थी कि आखिर कब तक यह सब सहन कर पाऊंगी एक दिन मोहन ने मुझसे कहा हम अब और नहीं झेल सकते मैंने फैसला किया है कि मैं अपनी नौकरी बदलूंगा और कुछ नया शुरू करूंगा ताकि हमें पैसों के लिए किसी के सामने झुकना ना पड़े यह सुनकर मुझे राहत मिली

लेकिन साथ ही डर भी था कि क्या यह इतना आसान होगा मोहन ने अपनी बचत और कुछ उधार लेकर एक छोटा सा व्यापार शुरू करने का निर्णय लिया समय बीतता गया और धीरे-धीरे हमारे हालात में थोड़ा सुधार आने लगा हालांकि व्यापार की शुरुआत कठिन थी लेकिन मोहन की मेहनत रंग लाई अब हमें पैसों की तंगी के बारे में पहले की तरह नहीं सोचना पड़ता था इस बीच मैंने भी अपनी नौकरी छोड़ने का फैसला किया और एक नई नौकरी ढूंढने लगी

ताकि हम पूरी तरह से आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो सकें रामकृष्ण जी ने जब देखा कि अब हम उन पर निर्भर नहीं रहे तो उनका रवैया भी बदल गया वह अब मुझसे पहले जैसी बातें नहीं करते थे बल्कि हमसे दूर-दूर रहने लगे उनकी हरकतों को समझकर मैंने ठान लिया कि अब कभी भी किसी के दबाव में नहीं आऊंगी चाहे परिस्थिति कितनी भी मुश्किल क्यों ना हो कुछ महीनों बाद हमा जीवन में स्थिरता आ गई मोहन का व्यापार चल पड़ा और मैं भी एक अच्छी नौकरी में काम करने लगी

हमने अपने परिवार के भविष्य के बारे में सोचना शुरू किया मोहन ने मुझसे कहा अब हम अपने परिवार को बढ़ाने के बारे में सोच सकते हैं अब हमें किसी की मदद की जरूरत नहीं होगी इस कठिन दौर से गुजरने के बाद मैंने यह सीखा कि मुश्किलों का सामना हमेशा साथ मिलकर करना चाहिए अपने आत्मसम्मान और इज्जत की रक्षा करना सबसे महत्त्वपूर्ण होता है चाहे हालात कितने भी कठिन क्यों ना हो अब मैं और मोहन एक नई शुरुआत की ओर बढ़ रहे थे

और हमारे जीवन में सुकून और खुशी फिर से लौट आई थी समय के साथ हमारा जीवन फिर से सामान्य हो गया था मोहन का व्यापार दिन बदिरा नई नौकरी में भी सब कुछ ठीक हो रहा था हमने अपने घर के हालात सुधारने में पूरी कोशिश की और अब आर्थिक तंगी का डर नहीं था कुछ महीनों बाद हमने फैसला किया कि अब परिवार बढ़ाने का सही समय आ गया है मैं मां बनने की उम्मीद से बहुत खुश थी अब हमारे बीच पहले से भी ज्यादा प्यार और अपनापन था

जिस तरह से मोहन ने मेरा साथ दिया उस पर मुझे गर्व महसूस होता था उसने मुझे उस अंधेरे दौर से निकालने में मदद की जहां मैं अकेले संघर्ष कर रही थी एक दिन हम दोनों ने साथ बैठकर अपने भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की मोहन ने कहा अब हम अपने सपनों का घर बनाने की दिशा में काम कर सकते हैं हमने बहुत संघर्ष किया है लेकिन अब हम अपनी मेहनत का फल देख रहे हैं मैंने उसकी बातों में सहमति जताई

क्योंकि अब हम दोनों को विश्वास था कि हम एक खुशहाल और सुरक्षित जीवन जी सकते हैं इस दौरान रामकिशन जी ने भी अपनी दूरी बना ली थी वह अब हमारे जीवन में हस्तक्षेप नहीं करते थे और उनका दबाव अब पूरी तरह खत्म हो चुका था मैंने महसूस किया कि कभी-कभी कठिनाइयां हमें मजबूत बनाती हैं और हमें यह सिखाती है कि आत्मसम्मान से बढ़कर कुछ नहीं होता एक दिन मैं अपने पुराने दिनों को याद कर रही थी वह दिन जब मैं संघर्ष कर रही थी

अकेले डर और तनाव में जी रही थी और हर पल यह सोच रही थी कि क्या सही है और क्या गलत लेकिन अब जब मैं पीछे मुड़कर देखती थी तो समझ आती थी कि उन मुश्किल हालात ने मुझे और मजबूत और आत्मनिर्भर बना दिया था जल्द ही हमारे परिवार में नन्हा मेहमान आने वाला था यह खबर सुनकर मोहन और मैं दोनों बहुत उत्साहित थे हमने अपने घर में बदलाव करना शुरू किया बच्चों के लिए एक छोटा कमरा तैयार किया मेरे जीवन में अब एक नई शुरुआत हो रही थी

और मुझे अब भविष्य को लेकर कोई डर नहीं था हर दिन के साथ में उस पल का इंतजार कर रही थी जब हमारे जीवन में नई खुशियां आएंगी हमने अपने संघर्ष से सीखा की प्यार और आपसी समर्थन से हर मुश्किल पार की जा सकती है मोहन और मेरे बीच का रिश्ता अब और भी गहरा हो चुका था और हमें यकीन था कि हम किसी भी चुनौती का सामना साथ मिलकर कर सकते हैं आखिरकार वह दिन भी आया जब हमारे घर में एक नन्हा बच्चा आया

उसकी मासूम मुस्कान ने हमारे जी जीवन को और खुशहाल बना दिया अब हम एक खुशहाल परिवार थे और हमारी सारी पुरानी परेशानियां पीछे छूट गई थी जीवन ने हमें यह सिखाया कि कठिनाइयों के बाद भी अगर हम दृढ़ संकल्प और हिम्मत के साथ आगे बढ़े तो अंत में जीत हमारी ही होती है जैसे-जैसे हमारे जीवन में नए सदस्य का आगमन हुआ हर दिन एक नए उत्साह के साथ गुजरने लगा हमारा घर अब हंसी खुशी और बच्चों की मासूमियत से भर गया था

मैं और मोहन दोनों ने अपने बेटे आरव के साथ जीवन के हर पल का आनंद लेना शुरू कर दिया उसकी छोटी-छोटी हरकतें हमें हर मुश्किल और तनाव को भूलने पर मजबूर कर देती थी मोहन का व्यापार अब पूरी तरह से स्थिर हो चुका था और हमने भविष्य के लिए बचत करना भी शुरू कर दिया था हमने फैसला किया कि अब हम अपने सपनों का घर बनाएंगे जिसे हम हमेशा से चाहते थे हम दोनों ने मिलकर उस घर के लिए योजना बनाई और उसे एक खूबसूरत हकीकत में तब्दील किया

नया घर हमारे लिए सिर्फ चार दीवारों का ढांचा नहीं था बल्कि हमारी मेहनत और संघर्षों का प्रतीक था आरफ के आने के बाद में पूरी तरह से उसे समय देने लगी थी मैंने अपनी नौकरी छोड़ दी ताकि मैं उसे पूरा ध्यान और प्यार दे सकूं मोहन भी अब व्यापार में थोड़ा समय निकालकर हमारे साथ ज्यादा वक्त बिताने की कोशिश करता था | हमारा जीवन अब पहले से कहीं ज्यादा सुखद और संतोषजनक था एक दिन जब हम तीनों पार्क में घूमने गए मोहन ने मेरे हाथों को थाम हुए कहा तुम्हें याद है

जब हम इतनी परेशानियों से गुजर रहे थे मुझे यकीन नहीं होता कि हम यहां तक कैसे पहुंचे लेकिन तुम्हारे साथ ने मुझे हमेशा हिम्मत दी उसकी बातें सुनकर मेरी आंखों में आंसू आ गए लेकिन यह आंसू खुशी और संतोष के थे मैंने मुस्कुराते कहा हमने यह सब साथ मिलकर किया है और अब हम अपने परिवार के साथ एक नई और बेहतर जिंदगी जी रहे हैं समय के साथ हम और मजबूत होते गए आरव बड़ा हो रहा था और उसकी शिक्षा और भविष्य के लिए हमने योजनाएं बनानी शुरू कर दी थी

हमने उसके लिए सबसे अच्छी शिक्षा और परवरिश का इंतजाम किया ताकि वह भी जीवन में सही निर्णय ले सके और कभी किसी तरह का दबाव महसूस ना करें इस बीच हमने अपने पुराने अनुभवों को कभी नहीं भुलाया वे हमारे जीवन का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा थे जिन्होंने हमें सिखाया कि कठिनाइयों से कैसे बाहर निकला जाता है और परिवार की अहमियत क्या होती है मैंने खुद को उस समय से और अधिक मजबूत और आत्मनिर्भर महसूस किया अब मैं जानती थी कि मैं किसी भी स्थिति का सामना कर सकती हूं

क्योंकि अब मेरे पास एक ऐसा साथी था जिसने हर परिस्थिति में मेरा साथ दिया था अब हमारे जी जीवन में ना केवल आर्थिक स्थिरता थी बल्कि भावनात्मक संतुलन भी था परिवार और प्यार ने हमें एकजुट रखा था हमने सीखा कि चाहे कितनी भी बड़ी समस्या क्यों ना हो अगर हम एक दूसरे का हाथ थामे रहे और मिलकर उसका सामना करें तो कोई भी मुश्किल हमें तोड़ नहीं सकती इस पूरे सफर के बाद मैं और मोहन एक ऐसी स्थिति में पहुंच चुके थे जहां हम पूरी तरह से संतुष्ट थे

हमारे पास वो सब कुछ था जो हम चाहते थे एक प्यार भरा परिवार एक स्थिर जीवन और सबसे महत्त्वपूर्ण बात एक दूसरे के प्रति विश्वास और सम्मान जीवन ने हमें बहुत कुछ सिखाया था और हम अब उस सीख को अपने बेटे आरफ के साथ बांटने और उसे एक मजबूत और अच्छा इंसान बनाने की दिशा में काम कर रहे थे हमें यकीन था कि अब कोई भी चुनौती हमारे रिश्ते को नहीं हिला सकती क्योंकि हमने पहले ही सबसे बड़ी चुनौती को पार कर लिया था

साथ रहकर एक दूसरे का समर्थन करते हुए अब हमारा भविष्य सिर्फ उम्मीदों और खुशियों से भरा था और हम जानते थे कि जो भी आएगा हम उसका सामना एकजुट होकर करेंगे समय के साथ हमारा जीवन और भी सुंदर और संतुलित होता गया आरव अब बड़ा हो रहा था उसकी मासूमियत अब समझदारी में बदल रही थी वह स्कूल में अच्छा कर रहा था और हम दोनों गर्व से उसे बढ़ते हुए देख रहे थे मोहन और मैं अक्सर उसकी पर परश और भविष्य के बारे में चर्चा करते थे

हमारे लिए उसका सुखद भविष्य सबसे महत्त्वपूर्ण था क्योंकि हम चाहते थे कि वह उन मुश्किलों से दूर रहे जिनसे हम गुजरे थे हमने अपने अनुभवों से यह सीखा था कि जीवन में आर्थिक स्थिरता जितनी महत्त्वपूर्ण है उससे कहीं ज्यादा जरूरी है भावनात्मक और मानसिक संतुलन इसलिए हम आरफ को प्यार और ध्यान से बड़ा कर रहे थे ताकि उसे कभी भी यह महसूस ना हो कि उसे अकेले किसी मुश्किल का सामना करना है एक दिन जब आरव स्कूल से लौटा वह बहुत उत्साहित था

उसने हमें बताया कि उसे स्कूल की विज्ञान प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का मौका मिला है उसकी आंखों में चमक देखकर मैं और मोहन दोनों बहुत खुश हुए हमने उसे पूरा समर्थन देने का वादा किया और उसके साथ बैठकर प्रोजेक्ट की योजना बनाने लगे यह पल हमारे लिए बहुत खास था क्योंकि अब हम ना केवल अपने जीवन की बल्कि अपने बेटे के सपनों को साकार होते देख रहे थे जैसे-जैसे साल गुजरते गए हमारा परिवार और मजबूत होता गया

हमने अपने जीवन में छोटे-छोटे खुशियों के पलों को संजोना सीख लिया था अब हमारे जीवन में कोई बड़ी चिंताएं नहीं थी क्योंकि हमने सीख लिया था कि हर समस्या का समाधान साथ में ढूंढा जा सकता है मोहन का व्यापार अब एक सफल कंपनी में बदल चुका था और मैंने भी वापस काम करना शुरू कर दिया था लेकिन इस बार मैंने वही किया जो मुझे पसंद था मैंने एक छोटे बच्चों के स्कूल में शिक्षिका की नौकरी ले ली थी बच्चों के साथ समय बिताना और उनकी शिक्षा में योगदान देना मेरे लिए संतोषजनक था

हमने अपने परिवार और दोस्तों के साथ कई खुशहाल पल बिताए हमने यात्रा की नए स्थानों को देखा और एक दूसरे के साथ जीवन के हर छोटे बड़े पलों का आनंद लिया हम जानते थे कि जिंदगी कभी भी पूरी तरह से स्थिर नहीं हो सकती लेकिन अब हमें किसी भी चुनौती का सामना करने का आत्मविश्वास था फिर एक दिन मोहन ने मुझसे कहा अब वक्त आ गया है कि हम कुछ ऐसा करें जिससे हम समाज को भी कुछ वापस दे सकें हमने इतने उतार चढ़ाव देखे हैं

और हमें लगता है कि अब हमें उन लोगों की मदद करनी चाहिए जो उसी दौर से गुजर रहे हैं जिससे हम गुजरे थे यह विचार सुनकर मैं बहुत प्रेरित हुई हमने एक छोटी सी संस्था शुरू की जो उन महिलाओं की मदद करती थी जो आर्थिक तंगी और मानसिक दबाव में जी रही थी हमने अपने अनुभवों को उनके साथ साझा किया और उन्हें सिखाया कि कैसे वे अपने आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता को बनाए रखते हुए जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकती हैं नया काम हमारे लिए ना केवल संतोषजनक था

बल्कि हमें यह भी महसूस हुआ कि हम अपने संघर्षों से निकले सबक को दूसरों की मदद के लिए इस्तेमाल कर रहे थे धीरे-धीरे हमारी संस्था ने कई महिलाओं की जिंदगी में बदलाव लाना शुरू किया और हमें गर्व था कि हम उनके जीवन में एक सकारात्मक प्रभाव डाल पा रहे थे अब जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तो मुझे गर्व होता है कि हम दोनों ने मिलकर अपने जीवन को एक बेहतर दिशा दी हमारे सफर में कई मुश्किलें आई

लेकिन हमने हर चुनौती का सामना किया और उससे कुछ सीखा अब हम ना केवल एक खुशहाल परिवार थे बल्कि समाज का भी एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा बन गए थे जो दूसरों की जिंदगी में भी बदलाव लाने की कोशिश कर रहा था जीवन के इस लंबे सफर में हमने सीखा कि प्यार विश्वास और एकजुटता से कोई भी मुश्किल हल की जा सकती है हमारे संघर्षों ने हमें मजबूत बनाया और अब हम उस मजबूती को दूसरों तक पहुंचाने में जुटे थे जीवन हमेशा बदलता रहता है

लेकिन अब हमें डर नहीं था क्योंकि हम जानते थे कि हम साथ और साथ मिलकर हम हर चुनौती का सामना कर सकते हैं समय के साथ हमारी संस्था और भी बड़ी होती गई हमने कई और लोगों को साथ जोड़ा जो हमारे जैसे संघर्षों से गुजरे थे और अब वे भी दूसरों की मदद करने के लिए तैयार थे यह देखकर मुझे और मोहन को बहुत खुशी होती थी कि हमारा छोटा सा प्रयास कई महिलाओं और परिवारों की जिंदगी बदल रहा था हमारी संस्था का विस्तार होता गया

Also Read – मैंने बदली मौसी की जिंदगी | Story in Hindi | Best Story in Hindi | Mastram Free Book Pdf

और अब हमने सिर्फ महिलाओं के लिए ही नहीं बल्कि बच्चों की शिक्षा और युवाओं के कौशल विकास पर भी ध्यान देना शुरू किया आरव भी बड़ा हो रहा था और उसने भी हमारी इस पहल में रुचि दिखानी शुरू कर दी थी वह हमारी संस्थान में बच्चों को पढ़ाने और उन्हें मोटिवेट करने में मदद करता था उसे देखकर मुझे गर्व महसूस होता था कि हमने उसे सही मूल्य और शिक्षा दी है ताकि वह ना केवल खुद के लिए बल्कि दूसरों के लिए भी कुछ कर सके

एक दिन जब हम संस्था के एक कार्यक्रम से वापस लौट रहे थे मोहन ने मुझे देखा और मुस्कुराते हुए कहा तुम्हें पता है मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि हमारी जिंदगी इस तरह से बदल जाएगी जिस जगह हम एक समय खुद संघर्ष कर रहे थे आज हम दूसरों को सहारा दे रहे हैं यह सब तुम्हारे साथ और तुम्हारे समर्थन की वजह से ही मुमकिन हो पाया है मैंने उसकी तरफ देखा और कहा यह सब हम दोनों की मेहनत और विश्वास का नतीजा है

मोहन अगर हम उस समय टूट गए होते तो शायद आज यह सब ना हो पाता लेकिन अब हम जानते हैं कि हर संघर्ष के बाद एक बेहतर कलता है हम दोनों ने उस पल में अपने पुराने दिनों को याद किया जब हम आर्थिक और मानसिक दबाव से जूझ रहे थे उन दिनों की कठिनाइयों ने हमें मजबूत बना दिया था और हमें सिखाया था कि अपने आत्मसम्मान और परिवार की सुरक्षा के लिए लड़ना कितना जरूरी होता है अब हमारे जीवन में एक नई ऊर्जा और उद्देश्य आ गया था

हम ना केवल अपने लिए बल्कि समाज के लिए भी कुछ कर रहे थे आरव ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद हमारी संस्था में पूरी तरह से शामिल होने का निर्णय लिया उसने अपने विचारों और योजनाओं से हमें और भी नई दिशा दी वह युवाओं को प्रेरित करने और उन्हें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता था कुछ सालों बाद हमने और भी कई शाखाएं खोली और अलग-अलग शहरों में जाकर लोगों की मदद की हमारी संस्था ने हजारों लोगों की जिंदगी में बदलाव लाया

और यह देखना हमारे लिए सबसे बड़ी संतुष्टि थी अब हमारे पास सिर्फ एक सुखी परिवार ही नहीं था बल्कि एक ऐसा परिवार था जो समाज के हर तबके से जुड़ा हुआ था और हम सब मिलकर दूसरों की जिंदगी को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे थे यह सब देखकर मेरे दिल में शांति और संतोष का एहसास था हमने अपनी जिंदगी को सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए भी समर्पित कर दिया था जिंदगी में उतार चढ़ाव तो हमेशा रहेंगे लेकिन अब हमें कोई डर नहीं था

हम जानते थे कि चाहे कितनी भी बड़ी चुनौती क्यों ना आए हम एक दूसरे का हाथ थामे हर मुश्किल को पार कर लेंगे और यह सफर अभी खत्म नहीं हुआ था यह एक नई शुरुआत थी जहां हमारे अनुभवों से निकली सीख और प्यार हमें हमें हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहेगा हमारी कहानी अब सिर्फ हमारे परिवार की नहीं थी बल्कि उन सैकड़ों हजारों लोगों की थी जिनकी जिंदगी में हमने कुछ छोटा या बड़ा बदलाव लाने का प्रयास किया था

यह जानकर दिल को सुकून मिलता था कि हमारा संघर्ष बेकार नहीं गया और हमने अपने संघर्षों से जो सीखा उसे दूसरों के साथ बांटकर उनके जीवन को बेहतर बनाने में मदद की और इस तरह हमारा सफर आगे भी जारी रहा हर दिन चुनौतियों के साथ और हर दिन नए समाधान और नए उत्साह के साथ

 

Youtube Channel Link – Shama Voice

Sharing Is Caring:

Leave a Comment