पारिवारिक कहानी : मेरे भाई की हाल ही में शादी हुई थी मेरी भाभी की इच्छाएं भी अभी पूरी नहीं हुई थी कि मेरे भाई ने शादी करके जल्दी ही बाहर जाने का फैसला कर लिया और जाते-जाते मुझसे कह गया कि अब तू अपनी भाभी का ध्यान रखना क्योंकि घर में तू ही अकेला रहेगा मैंने भी अपने भाई से कह दिया कि कोई बात नहीं आप चिंता मत करो
क्योंकि मैं भी अपने भाई की कमाई का आनंद उठाना चाहता था एक दिन मेरी भाभी ने मुझे अपने कमरे में बुलाया मैंने पूछा भाभी क्या बात हो गई भाभी ने कहा तू जल्दी से मेरे कमरे में आा और मैं भाभी के कमरे में चला गया भाभी कहने लगी मेरा सिर बहुत दर्द कर रहा है मेरे सिर की मालिश कर दे मैंने कहा भाभी यह मैं नहीं कर सकता पर भाभी कहने लगी तुझे यह करना ही पड़ेगा मैं भाभी के सिर की मालिश करने लगा भाभी कहने लगी
अब तू मेरे पीठ पर तेल लगाकर मालिश कर अपडी फिर भाभी ने अपनी साड़ी यह सब देखकर मुझे कंपकंपी छूट गई फिर मैंने भाभी की पीठ पर तेल लगाया और धीरे-धीरे मालिश करने लगा मेरा मन पूरी तरह से विचलित हो गया था भाभी अजीब सी आवाजें निकालने लगी बस फिर क्या था मुझसे सब्र नहीं हुआ और मैं भाभी के मेरी उम्र 24 साल थी इन दिनों मैं घर में ही रहता था मेरे भाई ने शादी इसलिए करवाई थी ताकि मैं अकेला महसूस ना करूं
भाभी का नाम पूनम था और मैं भी उन्हें पूनम ही कहता था अक्सर वह उदास ही रहती थी कई बार मैंने उन्हें छिप छिप करर रोते हुए देखा था मुझे लगा कि वह मेरे भाई को याद करती है तभी छिप छिप कर रोती रहती है पर ना ही मैंने कभी उससे यह बात पूछी थी और ना ही भाभी ने कभी खुलकर मुझसे यह बात बताई थी रात को वह अपने कमरे में बंद हो जाती और कमरे से रोने की आवाजें आने लगती थी दरअसल मेरे भाई की शादी के अगले हफ्ते ही वह विदेश चला गया था
एक नई दुल्हन के लिए अपने पति के बिना रहना बहुत मुश्किल हो जाता है लेकिन मेरे भाई ने तो शादी सिर्फ मेरे लिए ही की थी क्योंकि मैं घर में अकेला रहता था और अब घर की जिम्मेदारी संभालने के लिए एक औरत का होना जरूरी था इसीलिए भाई भाभी को मेरे हवाले छोड़कर चला गया पूनम भाभी बिल्कुल अकेली रहती थी उसका ख्याल भी मैं ही रखता था वह भी एक 28 साल की जवान औरत थी रिश्ता ना मिलने के कारण मेरे भाई के साथ उसका विवाह हो गया था
क्योंकि बीतते समय के साथ उसकी उम्र भी बढ़ती जा रही थी एक रात में सोने के लिए लेटा हुआ था जब भाभी मुझे आवाज देकर बुलाने लगी मैं सोच रहा था कि इस समय भाभी को मुझसे क्या काम हो सकता है यही सोचकर मैं जल्दी जल्दी भाभी के कमरे में चला गया क्योंकि भाई ने जाते-जाते सारी जिम्मेदारियां मुझ पर डाल दी थी उन्होंने कहा था कि मेरे बाद घर की जरूरतों का ध्यान रखना और सच्चे दिल से अपनी भाभी की सेवा करना
क्योंकि भाई के पैसों पर मैं ऐश करता था इसलिए मैं यह नहीं चाहता था कि भाभी मेरी भैया से कोई शिकायत करें जब भी भाभी ने वापस आने की बात की तो उसने कोई ना कोई चाल चलकर आने से मना कर दिया रात के 12:00 बजे भाभी ने मुझे आवाज देकर अपने कमरे में बुलाया और मैंने यह सोचकर चला गया कि कोई जरूरी काम होगा पर वहां जाकर मैं हैरान रह गया क्योंकि वह खुद बिस्तर पर लेटी हुई थी मैं घबराकर दरवाजे पर ही रुक गया
भाभी को आवाज देकर पूछा भाभी मुझसे कोई काम था मेरी आवाज सुनकर वह उठ गई और मैंने सोचा कि हमेशा की तरह अपने दुपट्टे से खुद को ढक लेगी क्योंकि वह सारा दिन दुपट्टा ले रखती थी मैंने कभी उसे इस तरह नहीं देखा था पर मेरी आवाज सुनकर वह कहने लगी समीर अंदर आजा मुझे तुझसे कुछ जरूरी काम है भाभी अभी भी वैसे ही लेटी हुई थी मैं कमरे में गया लेकिन मेरी नजरें झुकी हुई थी और मैं शर्मा रहा था मैंने भाभी को पहली बार इस तरह से देखा था
भाभी ने मेरी ओर मुड़कर देखा और मेरी झुकी हुई नजरों को देखकर कहने लगी समीर शर्माने की कोई बात नहीं है इस घर में हमें ही एक दूसरे का साथ देना पड़ेगा मेरा पति तो विदेश में रहता है लेकिन तू हमेशा यहां रहता है और मेरा ध्यान रखता है यही सोचकर मैंने तुझे बुलाया कि मुश्किल वक्त में तू मेरा साथ देगा भाभी की बात सुनकर मैंने हैरानी में उसकी ओर देखा वह कहने लगी मेरे सिर में बहुत दर्द हो रहा है क्या तुम मेरी मसाज कर दोगे
तुम्हारे भाई ने मुझे बताया था कि तुम बहुत अच्छी मसाज करते हो और उनके सिर का दर्द कुछ ही मिनटों में ठीक हो जाता है भाभी की बात सुनकर कर मैं मुस्कुरा दिया क्योंकि यह बात सच थी कि भाई जब यहां होते थे तो हमेशा मुझसे सिर की मसाज करवाते थे लेकिन वह तो मेरा भाई था और भाभी की मसाज मैं कैसे कर सकता था भाभी ने मुझे सोच में डाल दिया था समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं मैं सोच रहा था कि भाभी किस तरह की औरत है
जिसने अपने देवर से मसाज करने के लिए कह दिया उसे शर्म नहीं आई जबकि यह कोई बड़ी बात नहीं थी लेकिन एक औरत का एक मर्द से मसाज करवाना और वह भी अपने देवर से अगर कोई और होता तो मना करने की बजाय उसे खरी खोटी सुना देता लेकिन इस समय मैं भाभी के रहमो कर्म पर जी रहा था
इसलिए उसके सामने जुबान चलाने की हिम्मत नहीं थी और ना ही उसे मना कर सकता था भाभी ने ड्रेसिंग टेबल पर रखी तेल की शीशी मुझे दिखाई और कहने लगी बहुत अच्छा होगा अगर तुम मेरे सिर में मसाज कर दोगे कहते हुए उसकी आंखों में नमी थी और मुझे लगा कि शायद वह बहुत तकलीफ में है लेकिन मैं भाभी को इंकार नहीं कर सकता था मैंने वह तेल उठाया और उसके बिस्तर के पास बैठ गया फिर धीरे-धीरे तेल उसके सिर पर लगाकर मसाज करने लगा मैंने अपनी नजरें झुका ली थी
और किसी भी तरह के जज्बात महसूस करने से खुद को रोका हुआ था मेरे हाथ उसके सिर पर तेल लगाते हुए बुरी तरह कांप रहे थे मैंने आज तक भाभी की बहुत मदद की थी लेकिन भाभी ने मुझसे कभी इस तरह की फरमाइश नहीं की थी जैसे-जैसे मैं तेल लगाता गया भाभी की अजीब आवाजें कमरे में गूंजने लगी ऐसा लग रहा था जैसे उसे आराम मिल रहा हो मैंने दोबारा उसकी ओर नहीं देखा और ना ही उसके चेहरे पर नजर पड़ी मुझे शर्म का एहसास हो रहा था
और मैं वहां से जाने की इच्छा कर रहा था लेकिन मैं मजबूर था अगर मैं भाभी को मना करता और यह बात मेरे भाई को पता चलती तो भाभी की कोई बात नहीं मानी जाती वरना मेरा खर्चा पानी बंद हो जाता भाभी की नियत कुछ ऐसी थी कि उसने कभी भी किसी चीज से मना नहीं किया मैं बिना किसी झक के उससे पैसे मांग लेता था और वह बिना सवाल किए मुझे दे देती थी काफी देर तक मैंने मसाज करना जारी रखा और उसकी आवाजें कमरे में गूंजती रही
इसके बाद शायद उसे नींद आ गई थी क्योंकि उसकी आवाज आना बंद हो गई फिर मैं उठकर अपने कमरे में चला आया पहली बार मैंने किसी औरत की इस तरह मसाज की थी और इस बात ने मेरे अंदर आग लगा दी थी भाभी के गोरे चेहरे ने मुझे भी नशे में डाल दिया था जैसे ही मुझे ख्याल आया कि वह मेरे भाई की पत्नी है मैंने सोचा कि अब मैं उसके कमरे में नहीं जाऊंगा अगली सुबह भाभी पूरी तरह से दुपट्टा लिए हुए थी और मेरे लिए रोटी बना रही थी
फिर मैंने आगे बढ़कर रोटी ली और वह मुझसे कहने लगी समीर तुमने मेरे सिर का दर्द खत्म कर दिया है मैं तुम्हारा धन्यवाद करना चाहती हूं उसकी बात सुनकर मैं शर्मिंदा हो गया मैंने कहा असल में आप पूरा दिन घर में काम करती रहती हैं इसलिए आप थक जाती हैं मैं कोशिश करूंगा कि आपके काम में मदद कर दूं या फिर आप कोई नौकर रख लें
मेरी बात सुनकर भाभी कहने लगी मुझे थकावट तब तक नहीं मिटेगी जब तक मेरा पति नहीं आएगा उसी दिन मेरी थकावट दूर होगी मैं उसके शब्दों को समझ नहीं पाया लेकिन वह रसोई में चली गई और मेरे काम का समय हो गया मैं घर से चला गया सारा दिन मेरे दिमाग में भाभी ही घूमती रही दोपहर को जब मैं घर आया मेरी बहन भी घर आ गई थी मैंने सोचा कि किसी भी तरह मौके की तलाश करके भाभी की मसाज वाली बात बता दूं
लेकिन वे दोनों इतनी मग्न थी कि उन्हें मेरे लिए समय ही नहीं मिला कुछ देर बाद मेरी बहन कहकर चली गई कि उसका पति काम से आने वाला है और मैं उसे मसाज की बात नहीं बता सका थोड़ी देर आराम करने के बाद जब मैं कमरे से बाहर निकला तो देखा कि भाभी कपड़े धो रही थी और बहुत मुश्किल से कपड़ों की बाल्टी उठाकर छत पर ले जा रही थी यह देखकर मुझे शर्मिंदगी हुई क्योंकि वे सारे कपड़े मेरे थे और मेरी वजह से ही उसे इतनी तकलीफ सहनी पड़ रही थी
मैंने तुरंत भाभी को आवाज दी और वह पसीने से भीगी हुई थी मैं बाल्टी पकड़कर छत पर चला गया और उसका साथ देते हुए कपड़े भी तार पर लटका दिए जब हम वापस लौटे तो वह कुछ अजीब तरीके से आ रही थी जैसे उसे बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही हो मैंने उससे कहा कि अगर वह कहे तो मैं उसे डॉक्टर के पास ले जा सकता हूं
मुझे लगता था कि उसके सिर में दर्द हो रहा है मेरी बात सुनकर उसने उदासी के साथ मुस्कुराते हुए कहा यह मेरी गलतियों का नतीजा है भाभी की बात सुनकर मैं हैरान रह गया उसने कहा तू फिक्र मत कर मैं जल्दी ठीक हो जाऊंगी और अपने कमरे में चली गई पिछले कुछ दिनों से उसकी हर बात मेरे समझ से बाहर थी और यह मेरे लिए परेशानी बन गई थी कभी-कभी ऐसा लगता था कि वह कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है दोपहर खत्म हुई
और शाम हो गई मेरा दिल चाय पीने को कर रहा था मैं भाभी के कमरे में जाकर उसे आवाज देने गया लेकिन वह अपने कमरे में रो रही थी और किसी को कह रही थी यह सब कुछ तेरे कारण हुआ है आज जो मेरी हालत है उसका जिम्मेदार तू है भाभी की बातें सुनकर मैं दरवाजे पर रुक गया मुझे नहीं पता था कि वह किससे बात कर रही थी लेकिन यकीनन वह मेरा भाई नहीं था भाभी की बातों से मुझे समझ आया कि उसके सिर में दर्द की यही वजह थी कि वह किसी और के साथ गलत तरीके से बात कर रही थी
मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि यह सब सुनकर मुझे क्या करना चाहिए बिना सोच विचार किए मैंने अपने भाई को फोन कर दिया मैंने उससे कहा आप वापस क्यों नहीं आ रहे वह कहने लगा क्या हुआ सब कुछ ठीक तो है ना मैंने उसे बताया कि उसकी पत्नी कैसे हरकतें कर रही है और बस यही कहा कि उसे तुम्हारी याद आ रही है इसलिए जल्दी आ जाओ कुछ बातें करके उसने फोन काट दिया फिर मैं सोचने लगा कि मुझे क्या करना ना चाहिए
फिर उस रात भाभी ने मुझे आवाज देकर अपने कमरे में बुलाया मैं उसके कमरे में गया और वह लेटी हुई थी और सिर की मसाज करने के लिए कह रही थी मैंने चुपचाप तेल की शीशी उठाई और उसके सिर में मसाज करने लगा मैं सोच रहा था कि वह मेरे पास से अपने सिर की मसाज क्यों करवा रही है मुझे लगता था कि जब मैं कॉलेज जाता तो घर में कोई आता होगा यह देखने के लिए अगले दिन मैं कॉलेज से जल्दी वापस आया
लेकिन यह देखकर मैं हैरान हो गया कि घर तो बिल्कुल सुनसान था और घर में कोई नहीं था मैं घर से थोड़ी दूर खड़ा था और कुछ देर बाद भाभी घर आई पसीने से भीगी हुई वह घर का दरवाजा खोलकर अंदर चली गई मैं तुरंत घर गया और भाभी से पूछने लगा कि उसने पूरा दिन क्या किया भाभी मुझे घर के कामों के बारे में बताने लगी लेकिन उसने यह नहीं बताया कि वह बाहर क्यों गई थी अब मुझे पक्का यकीन हो गया था कि वह कुछ ना कुछ गलत कर रही थी
पूरा दिन मैंने इसी तरह ब चैन होकर बिताया मैं भाभी का सच जानना चाहता था फिर रात के समय भाभी ने मुझे अपने कमरे में बुलाया मुझे पता था कि वह मुझसे मसाज करवाना चाहती है लेकिन मेरा दिल इस बात के लिए मान नहीं रहा था यह सच था कि उसके सिर में दर्द होता था और उसकी आवाज सुनकर मैं उसके कमरे में चला गया
मैंने तेल की शीशी उठाई और फिर मसाज करने लगा लेकिन उसने मुझसे कुछ ऐसा कहा कि मैं हैरान रह गया उसने कहा पहले लाइट बंद कर दे यह पहली बार था जब उसने मुझसे लाइट बंद करने को कहा था मैंने पूछा कि यह लाइट क्यों बंद करनी है लेकिन वह गुस्से से मुझे देखने लगी बार-बार कहने पर मैंने लाइट बंद कर दी और मसाज के लिए तैयार हो गया जब मैं उसके पास बैठा तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया उसकी इस हरकत से मैं हैरान रह गया
मुझे गुस्सा आया कि वह अपनी हद पार कर रही थी मैंने गुस्से में कहा यह आप क्या कर रही हो उसने कहा समीर मैं तेरे साथ बहुत जरूरी बात करना चाहती हूं लेकिन मुझ में इतनी हिम्मत नहीं है कि मैं रोशनी में तेरे साथ बात कर सकूं इसलिए मैंने अंधेरा किया है भाभी की आवाज में मुझे कुछ अलग सा एहसास हो रहा था इसके बाद उसने मेरा हाथ पकड़कर अपनी बात कहनी शुरू कर दी जो मैंने सुना उससे मेरे होश उड़ गए उसने कहा कि उसे लड़कों का बहुत शौक है
लेकिन कोई भी उसके साथ रिश्ता नहीं रखना चाहता इसलिए वह अकेली जिंदगी गुजार रही है लेकिन बड़ी मुश्किल तब हुई जब उसकी जिंदगी में एक शख्स आया जिसने उसे प्यार और सपने दिखाए जब भी वह पैसे मांगता वह उसे देती लेकिन जब उसने शादी का कहा तो उसने मना कर दिया क्योंकि वह थोड़ी बड़ी हो गई थी और वह उसके साथ शादी नहीं करना चाहता था वह किसी और लड़की को चाहता था क्योंकि वह काफी तरक्की कर चुका था
उसकी बदौलत ही उसने अपना छोटा मोटा कारोबार शुरू किया था उसके पास सब कुछ आ गया था और उसे उसकी जरूरत नहीं रह गई लेकिन इतने सालों बाद दो-दो नौकरियों के कारण उसका साथ छोड़ दिया और अब उसे रोज कमर में दर्द और कभी सिर में दर्द होने लगा था मैं बहुत दर्द सहन कर रही थी जब तुम्हारे भाई का शादी का फैसला आया मेरे मां-बाप ने मजबूर होकर तुम्हारे भाई से मेरा शादी करवा दी और मैं शादी करके यहां आ गई
लेकिन हर समय मुझे यही पछतावा होता था कि मैंने किस तरह के व्यक्ति के पीछे अपने आप को बर्बाद किया जो कभी मेरा था ही नहीं मेरे भाई भाइयों ने मेरी कदर नहीं की और ना ही मेरे प्यार ने फिर मुझ पर सबसे बड़ा दुख तब आया जब मुझे पता लगा कि तुम्हारे भाई ने विदेश में शादी कर ली है तुम्हारे भाई ने कुछ दिन पहले मुझसे फोन करके बताया कि उसने वहां शादी कर ली है और यह शादी सिर्फ तुम्हारे साथ इस घर के लिए की गई थी यह सुनकर मैं हैरान रह
गई मेरा ध्यान इसी बात पर लगा रहा मैंने अपनी पूरी जिंदगी दूसरों की इज्जत करने में बिता दी लेकिन मुझे कुछ नहीं मिला मैं इसी सोच में डूबी रही एक दिन मैं छत पर कपड़े धोते-धोते गिर गई इससे मेरे कमर में दर्द होने लगा और मजबूरी में मुझे तुमसे मसाज करवानी पड़ती थी मुझे शर्म आती थी कि मैं तुम्हारे पास आकर मसाज कराती थी लेकिन मैं क्या करती तुम्हारे अलावा मेरा कोई सहारा नहीं था कल मैं अपने घर गई थी
मैंने अपनी मां को अपने पति की दूसरी शादी के बारे में बताया तो उसने कहा कि अब मैं कब तक ऐसी जिंदगी गुजार हंगी यह सुनकर मैं टूट गई और वापस घर आ गई मुझे पता था कि मेरी जिंदगी में अब कुछ भी नहीं बचा आज तुम्हारे सामने सब कुछ इसलिए कह रही हूं क्योंकि मैं तुम्हारे पास मसाज करवाने आती थी
मुझे शर्म आती थी लेकिन आज नहीं तो कल तुम्हें यह बात पता चलने वाली थी कि तुम्हारा भाई दूसरी शादी कर चुका है और अब वह कभी वापस नहीं आएगा इसलिए मैंने सोचा कि तुम्हें अपनी सारी सच्चाई बता दूं यह कहकर भाभी रोने लगी शुक्र है कि भाभी ने कमरे की लाइट बंद कर दी थी मुझे इस बात का बहुत अफसोस हुआ कि मेरे भाई ने बहुत बुरा सलूक किया पहले ही उसके साथ बहुत बुरा हो चुका का था और अब उसने भी उसे छोड़ दिया था
लेकिन कहीं ना कहीं इसमें हमारे भाई बहनों की भी गलती थी हमने कभी उसे वापस आने नहीं दिया उसकी उम्र बीत रही थी और कब तक वह अकेले रहेंगे फिर उसने किसी दूसरी औरत से शादी कर ली काफी देर बाद भाभी ने कहा कि मैं अपनी पूरी जिंदगी इस घर में चुपचाप गुजार दूंगी मैं तुम्हारा भी ध्यान रखूंगी और तुम्हारे घर का भी ख्याल रखूंगी बस तुम मुझे इस घर से मत जाने देना तुम्हारा भाई अब कभी भी वापस नहीं आएगा
और मैं भी यहीं रहूंगी मुझे डर है कि एक दिन तुम मुझे इस घर से निकाल दोगे मैंने भाभी से कहा कि ऐसा कभी नहीं होगा मैं तुम्हें कहीं नहीं जाने दूंगा तुम इस घर को जिस तरह संभालती हो ऐसा कोई नहीं कर सकता लेकिन तुम अकेली जिंदगी क्यों काटना चाहती हो मेरे भाई से तलाक लेकर मेरे साथ शादी कर लो मेरी बात सुनकर भाभी हैरान रह गई मैंने उठकर कमरे की लाइट जलाई और कहा खुशियों का भी तुम्हारा हक है मेरी पढ़ाई पूरी होने वाली है
और मैं जल्दी नौकरी कर लूंगा तब अब तक तुम अपना तलाक करवा लो तलाक वगैरह ले लो मैं जल्दी ही तुमसे शादी कर लूंगा और एक नई जिंदगी शुरू कर दूंगा हमारी दोस्ती है जब तुम्हारे माता-पिता को सच पता चलेगा तोहे मना नहीं करेंगे भाभी ने कहा कि मैं उम्र में बहुत बड़ी हूं लोग बातें करेंगे दुनिया क्या कहेगी मैंने कहा इस दुनिया ने हमें क्या दिया है और जो तुम दुनिया के बारे में सोच रही हो मुझे इस रिश्ते से कोई ऐतराज नहीं है
मेरी बात सुनकर भाभी रोने लगी मैंने उसी वक्त भाभी की मां को फोन किया और सारी बात बता दी वह भी बहुत शर्मिंदा हुई और उन्होंने माफी मांगी फिर भाभी ने अपने भाई से तलाक ले लिया कुछ महीनों बाद मेरी पूनम से शादी हो गई और हम बहुत खुश हैं मैं उम्र में थोड़ा छोटा था लेकिन मैंने उसे वह सुख दिए जो मेरा भाई और उसका एक्स बीएफ नहीं दे सके भाभी मुझसे इतनी खुश हो गई और हम रोज रात को खूबसूरत नजारे देखने जाते थे आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताना धन्यवाद