Mastram Hindi Story Pdf : मैं छोटी उम्र में ही बहुत जवान और खूबसूरत दिखती थी मेरी उम्र सिर्फ 14 साल थी लेकिन मेरा जिस्म भरा हुआ था और मैं 20 साल की लड़की लगती थी मैं सब बहनों से छोटी थी लेकिन अपनी जिस्म की वजह से मैं उनसे बड़ी और खूबसूरत लगती थी इतनी छोटी उम्र में मैं 40 नंबर पहनती थी मैं जब भी बाहर जाती तो हर कोई मेरी तरफ देखता मैं जिस गाड़ी में स्कूल जाती वह ड्राइवर भी मेरे ऊपर नजरें जमाए रखता
स्कूल में टीचर मेरे सर पर जानबूझ कर आकर खड़ा हो जाता था मुझे यह सब कुछ बहुत अजीब लगता था एक दिन मैं बाजार कपड़े खरीदने गई तो मैं एक बहुत बड़ी शॉप पर दाखिल हुई मुझे एक जोड़ा पसंद आ गया मैंने दुकानदार से कहा कि मैं यह पहनकर चेक करना चाहती हूं दुकानदार मेरी तरफ देखकर फौरन मान गया कहने लगा मैं भी आपसे यही कहने लगा था कि आप यह पहनकर चेक कर ले मेरे घर वाले बाहर बेंच पर बैठे हुए थे मैं चेंजिंग रूम में कपड़े पहनने लगी
दुकानदार मेरे पास आ गया और मेरे मुंह पर हाथ रख लिया कहने लगा आवाज मत निकालना मैं तुम्हें यह सूट फ्री में दूंगा बस तुम्हें पाच मिनट अपने दोनों मेरे मुंह में मेरा नाम सिमरण है मेरी उम्र तकरीबन 14 साल थी मैं अभी-अभी नई नई जवान हो रही थी और जवानी की दहलीज में कदम रख रही थी लेकिन मेरा जिस्म दूसरी लड़कियों की तरह नहीं था तो मेरे जिस्म का नाजुक हिस्सा 14 साल की उम्र में भी बहुत ज्यादा बड़ा और हसीन था
मेरे घर घर वाले हर वक्त मुझे डांटते रहते थे मेरी मां और बहन मेरे पीछे ही पड़ी रहती थी और मुझे बहुत ज्यादा बातें सुनाया करती थी छोटी सी उम्र में ही मेरे सर पर इतना बड़ा दुपट्टा ओढ़ दिया गया था मैं अभी सही तरह से दुपट्टा भी संभाल नहीं सकती थी जब मेरा दुपट्टा गिर जाता तो मेरी मां मुझे बातें सुनाती और कभी-कभार एक हाथ लगा भी देती कि तुम्हें जरा भी अखल नहीं है तुमसे दुपट्टा भी नहीं संभाला जाता दुपट्टा ठीक से लिया करो बेशर्म कली की लेकिन उनकी बातें मेरे समझ में नहीं आती थी
उनकी बातें मेरे सर से ऊपर गुजर जाती थी मुझे समझ नहीं आता था कि वह बार-बार मुझे दुपट्टा लेने के लिए क्यों कहती रहती है लेकिन मुझे बहुत तकलीफ होती थी जब वह मुझे सारा दिन लान तान करती रहती थी और अक्सर मुझे मारती भी थी और मुझे इस बात की हैरानगोइथॉन्ग [संगीत] ने के बावजूद भी सबसे खूबसूरत और बड़ी दिखाई देती थी जैसी जैसी मेरी उम्र बढ़ती जा रही थी मेरा कद काट और जिस्म भी बढ़ता जा रहा था
अपने जिस्म में इतनी सारी तब्दीलियां देखकर मुझे कुछ अजीब फील होता था मेरी दूसरी बहनें दुबली पतली थी मैं जिस स्कूल में पढ़ती थी वहां पर मेरी सहेलियां भी मेरी जैसी नहीं थी वह भी बिल्कुल नॉर्मल लड़कियों की तरह होती थी मेरी उम्र की लड़कियां भी बिल्कुल ऐसी नहीं थी मेरी मां को हर वक्त मेरी फिक्र लगी रहती थी मेरी हम उम्र लड़कियां स्कूल में दुपट्टा लेकर नहीं आती थी लेकिन मेरी मां मुझे सख्ती से दुपट्टा लेकर जाने देती थी
मैं मां से बहुत बार कहती कि मां मुझसे दुपट्टा ओढ़ा नहीं जाता और मेरी सहेलियों भी बिना तो दुपट्टे के ही स्कूल आती है मुझे दुपट्टे की वजह से बहुत गर्मी लगती है लेकिन मेरी मां चिल्लाकर बोली गर्मी गई भाड़ में तुम यह चादर जरूर लोगी ऐसा ना हो तुम्हारी वजह से हमें कोई परेशानी झेल ना पड़े मेरी मां मुझे हर वक्त डांट र मेरी बाकी बहनों से तो वह प्यार से बात करती लेकिन मुझ पर हर वक्त चिल्लाती रहती फिर हमारी स्कूल से छुट्टियां हो गई
क्योंकि ईद करीब थी आज चांद रात थी हमारे सारे घर वाले बाजार जाने का प्रोग्राम बना रहे थे मैंने अपने मां-बाप से कहा कि मैं भी आपके साथ बाजार चलूंगी तो उन्होंने फौरन कह दिया कि तुम बिल्कुल नहीं जाओगी तुम्हें घर पर ही रहना होगा चांद रात को बाजार में बहुत रश होता है और बहुत सारे बुरे बुरे लड़के फिरते रहते हैं तो मैंने मां से कहा मेरा उन लड़कों से क्या लेना देना मैं उनके लिए थोड़ी जा रही हूं मैं तो बाजार आपके साथ घूमने के लिए जा रही जाहिर है ईद है मुझे अपने लिए कुछ चीज भी लेनी है
अभी मैं अपने मां से यह बात कर रही थी कि मेरी बहन झट से बोली हूं कि अगर हम तुम्हें अपने साथ बाजार ले गए तो बाजार के सारे बुरे लड़की तेरे पीछे पड़ जाएंगे और सबकी नजर तुझ पर ही होगी जब सारे लोग तेरी तरफ देख रहे होंगे तो हमें भी शर्मे जिी उठानी पड़ेगी इसलिए तुम घर में ही बैठी रहो तुम्हें जिस भी चीज की जरूरत है तुम हमें बता दो
हम तुम्हें वह बाजार से ला देंगे मुझे चीजों की जरूरत नहीं थी मुझे बाजार घूमने का शौक था मैं घर से बाहर निकालकर थोड़ा एंजॉय करना चाहती थी लेकिन मेरी बहने और मां ने मुझे बाजार जाने से इंकार कर दिया मैं रोती हुई अपने कमरे में चली गई मुझे उनकी बात सुनकर बहुत दुख हुआ कि आखिर इन सब में मेरा क्या कसूर है मैं आईने के सामने खड़ी रोने लगी मैं अपने आप को गौर से देखने लगी मेरा इसमें कोई कसूर नहीं था कि मेरे घर वाले मेरे साथ इस तरह का बर्ताव कर रहे थे
मुझे तो खुदा ने ही ऐसा बनाया था इंसान के हाथ में थोड़ी होता है कि किसी का जिस्म दुबला पतला होता है किसी का कद छोटा होता है तो किसी का बड़ा मेरे फ्रंट का साइज बड़ा था तो इसमें मेरा क्या कसूर था मेरी मां तो मुझे ढंग से कुछ खाने पीने भी नहीं देती थी मुझे खट्टी चीज खाने का बहुत शौक था लेकिन मां मुझे खाने नहीं देती थी मुझे अचार और इमली खाने का बहुत शौक था लेकिन घर वाले यह सारी चीज मुझसे छुपाकर रखते थे कि पहले ही तूने खा खाकर अपना जिस्म बहुत बड़ा कर लिया है
अगर तू यह चीज और ज्यादा खाएगी तो बहुत बड़ी भैंस बन जाएगी यह सुनकर मुझे बहुत दुख होता था एक दिन मेरी खाला की बेटी घर आई हुई थी उसने मुझसे एक अजीब तरह की बात कह दी वह मुझसे कहने लगी कि जिस तरह का तुम्हारा जिस्म हो रहा है ना तुमसे कोई लड़का शादी नहीं करेगा उसकी बात सुनकर मुझे बहुत गुस्सा आया मैं फौरन गुस्से से खड़ी हुई और उसकी आंखों में आंखें डालकर देखने लगी लेकिन इतने में मेरा दुपट्टा गिर गया
हम लोग एक कजन की शादी में आए हुए थे वहां पर मौजूद सब लोग देखकर मुझे हैरान हो गए लोगों ने मेरी मां से अजीब तरह के सवाल करना शुरू कर दिया हमारे रिश्तेदार कहने लगे आप लोग ज्यादा आते जाते भी नहीं है और अपनी इस बेटी को तो कहीं पर भी नहीं ले जाते कहीं आपने इसकी शादी तो नहीं कर दी और आप ने किसी को बताया भी नहीं और फिर यह तलाक लेकर वापस आ गई है मेरी मां उनसे कहने लगी कि आप किस तरह की बातें कर रही हैं
मेरी बेटी तो अभी कुंवारी है उसकी तो अभी शादी की उम्र भी नहीं हुई मुझे यह सारी बातें सुनकर बहुत ज्यादा दुख हुआ उस दिन के बाद से मम्मी ने भी मुझे किसी की शादी पर ले जाना बंद कर दिया हालांकि यही तो वह उम्र थी जब इंसान शादियों पर जाकर एंजॉय करता है अच्छे-अच्छे कपड़े पहनता है और खूब खाना खाता है लेकिन मेरी मां ने तो मेरा कहीं भी आना जाना बंद कर दिया जैसे-जैसे मैं बड़ी होती जा रही थी मेरे लिए और ज्यादा मुसीबतें बढ़ने लगी
मुझे कपड़े भी बहुत जल्दी तंग हो जाते थे इसलिए नए कपड़े लेने पड़ते थे जिस पर मां मुझे डांट थी कि तेरा बाप कोई बहुत बड़ा रईस नहीं है जो तुझे हर चार महीने बाद नया जोड़ा लेकर दे मैं इस तरह की सारी बातें सुन सुनकर तंग आ चुकी थी मेरी एक क्लासमेट थी वह मेरी बहुत अच्छी दोस्त थी उसका भाई दुबई रहता था एक दिन मैंने उससे से बात की उसने मुझसे कहा कि एक दवा होती है जिससे यह मसला हल हो सकता है
अगर तू वह मेडिसिन खा ले तो तू भी बाकी लड़कियों की तरह नॉर्मल हो जाएगी लोगों की बातें सुन सुनकर मेरे दिमाग में एक बात बैठ चुकी थी कि मैं नॉर्मल नहीं हूं मैंने उसे कहा कि प्लीज मेरी मदद करो प्लीज मुझे वह मेडिसिन ला दो मैं तुम्हें जितने पैसे कहोगी ला दूंगी यह कहकर मैं पुर सुकून हो गई दो-तीन बाद एक दिन मां मेरे पास आई और कहने लगी तुम्हारे लिए एक रिश्ता आया है मुझसे कहने लगे कि तुम तैयार रहना मैं हैरान हो गई
हालांकि मुझसे बड़ी अभी बहने थी अभी उनकी शादी नहीं हुई थी और मैं सबसे छोटी थी तो मुझे क्यों सबसे पहले ब्याह रहे थे मैं उनके लिए एक तरह का बोझ थी जल्द से जल्द वह मुझसे जान छुड़वाना चाहते थे मां की बात सुनकर मैं बिल्कुल खामोश हो गई मैं मां से झगड़ा नहीं करना चाहती थी क्योंकि वह मेरी मां थी लेकिन उन्हें शायद इस बात का एहसास नहीं था कि मैं भी उनकी बेटी हूं और वह भी सबसे छोटी छोरी बेटियां तो बहुत लाडली होती हैं
लेकिन मेरे लिए ऐसा कुछ नहीं था सबसे ज्यादा बातें में ही सुन रही थी अपने वजूद की वजह से पता नहीं मुझे क्या-क्या सहाना पड़ रहा था इसलिए घर वाले मेरे जिस्म की वजह से ही मेरी शादी सबसे पहले करना चाहते थे शाम को मैंने काला जोड़ा पहन लिया मेरी मां मेरे कमरे में आई और मुझे देखा मैंने कहा मां मैं कैसी लग रही हूं यकीनन में बहुत खूबसूरत लग रही थी क्योंकि काला रंग मुझ पर बहुत जजता था मेरी मां ने मेरी बात का जवाब देने की बजाय मुझसे एक सवाल पूछ लिया
तुमने इस सूट के साथ यह दुपट्टा क्यों लिया है मैंने कहा इसके साथ यही दुपट्टा है मैंने कहा यह बहुत छोटा है मां ने दूसरी बहन को आवाज दी कि दूसरा दुपट्टा लेकर आओ वह इस सूट के साथ चल जाएगा मेरी बहन दूसरा दुपट्टा लेकर आई तो वह बहुत बड़ा था मैंने मां से कहा कि मां यह बहुत बड़ा दुपट्टा है मां कहने लगी कि बड़ा है तो क्या हुआ तेरा जिस्म छोटा है क्या जितना बड़ा तेरा जिस्म है वह इतने बड़े दुपट्टे में ही छुपे उन्होंने मुझे इस तरह लपेटा कि मेरा चेहरा ही बस नजर आ रहा था
10 मिनट बाद मुझे चाय लेकर बाहर जाना था लड़के वाले आ चुके थे वह लोग मां से बातें कर रहे थे इतने में मेरी बहन मेरे पास आई और कहने लगी कि यह लोग तो जॉइन फैमिली वाले हैं इनका घर तो मर्दों से भरा हुआ है तेरा वहां पर क्या बनेगा तुझे तो अपने आप को छुपा कर रखना पड़ेगा मेरी बहन मेरा मजाक उड़ा रही थी और जिस तरह से वह मुझ पर हंस रही थी उसकी हंसी मेरे दिमाग को अजियत दे रही थी मुझसे यह सब कुछ बर्दाश्त नहीं हो रहा था
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10 मिनट के बाद में चाय लेकर बाहर गई तो उन्होंने मुझसे जिस अंदाज से देखा था उनके रद्द अमल बहुत अजीब था लेकिन जैसे ही मैं सोफे पर बैठी तो मेरा दुपट्टा कुछ सरक सा गया क्योंकि मुझसे इतना बड़ा दुपट्टा संभाल नहीं जाता था दुपट्टा गिरने की वजह से उनकी नजर मेरे जिस्मों पर पड़ गई तो उनकी एक औरत मां से कहने लगी बहन क्या आपकी बेटी की शादी पहले भी हो चुकी है तो मेरी मां ने कहा कि नहीं इसकी शादी कहां से हुई है यह तो सबसे छोटी है
असल में बड़ी वाली पढ़ाई में बहुत लायक है तो हम चाहते हैं कि वह पढ़ाई करती रहे और कुछ बन जाए उसके बाद उसकी शादी करवा देंगे लेकिन वह कहने लगे कि यह तो हमें शादीशुदा लग रही है यह तो दो-तीन बच्चों की मां लग रही है गैर शादीशुदा लड़की तो बहुत पतली होती है लेकिन आपकी बेटी का जिस्म जिस तरह का जिस्म नजर आ रहा है ऐसे लग रहा है कि जैसे यह दो-तीन बच्चों की मां है और इस वक्त भी हाला लग रही है
मेरी मां ने कहा कि ऐसी नहीं कोई बात नहीं है हम आपको कसम देने के लिए तैयार हैं अब इससे से ज्यादा और क्या हो सकता था उन्होंने कहा कि नहीं हमें तो मामला ही कुछ और लग रहा है हमारा इकलौता बेटा है हमारा बेटा बहुत लाडला है आजकल तो लोग ठीक-ठाक लड़कियों की ही मुंह भर भर के बातें करते हैं अगर हम आपकी बेटी को ब्याह कर ले गए तो सारी जिंदगी लोगों के ताने सुनने पड़ेंगे हम आपसे माफी चाहते हैं मुझे उनके इंकार सुनकर बहुत दुख हुआ
हमारे मोहल्ले में अक्सर लोग अगर लड़की को ना पसंद करते तो वह मुंह पर कुछ नहीं कहते बल्कि इतना कह देते हैं कि वह फोन पर बता देंगे लेकिन उन्होंने तो मुझे मुंह पर ही इंकार कर दिया था वह लोग तो चले गए लेकिन मां ने मेरी पिटाई करना शुरू कर दी तेरे इतने सारे रिश्ते रिजेक्ट हुए हैं लेकिन इस दफा जो मुझे बातें सुनने को मिली है मैं जिंदगी भर नहीं भूलूंगी मैं एक अच्छी औरत हूं सारी जिंदगी में इज्जत से गुजारी है
लेकिन सिर्फ तेरी वजह से मुझे ऐसी-ऐसी बातें सुनने को मिल रही हैं मैंने ऐसी बातें कभी नहीं सुनी थी मुझे मां की बातों पर बहुत दुख हुआ मैंने दो दिन तक खाना नहीं खाया लेकिन किसी ने मुझसे यह तक नहीं पूछा फिर आखिर मेरी दोस्त मुझसे मिलने आई उसने चोरीचोरी मुझे वह मेडिसिन पकड़ा दी उसने कहा कि तुम्हारी मेडिसिन आ गई है मैंने कहा कि मुझे अब इसकी जरूरत नहीं है वह लोग मुझे ना पसंद कर गए हैं उन्होंने शादी से इंकार कर दिया है
जिस पर मेरी दोस्त कहने लगी अरे पागल वह आखिरी लोग थोड़ी है क्या दुनिया में लड़के खत्म हो गए हैं तुम्हारे लिए और भी रिश्ते आ जाएंगे तुम यह गोलियां खाकर स्मार्ट हो जाओ इसके बाद मेरी दोस्त चली गई मैंने जज्बात में आकर वह गोलियां खा ली मैंने कुछ दिन से खाना भी नहीं खाया था जब मैं बाहर निकली तो मेरी तबीयत खराब हो गई और मैं बेहोश हो गई खैर मेरी तबीयत खराब होने के बाद मेरे घर वालों को कुछ मुझ पर रहम आया
मैंने सोचा कि मेरे घर वाले मुझे मेरे कमरे में लेकर आए हैं शायद उन्हें मुझ पर रहम आ गया होगा लेकिन जैसे ही मेरी मां कमरे में दाखिल हुई उन्होंने मेरे मुंह पर थप्पड़ मारा मुझे उनसे इस रवैया की अपेक्षा नहीं थी मेरे अवसान खत्म हो गए फिर वह मुझसे कहने लगी बेशर्म लड़की तुझे शर्म नहीं आई तू किस तरह की मेडिसिन मंगवा रही है यह किस तरह की मेडिसिन है जो तू खा रही रही है और इसी तेरा यह हाल हुआ है
इसका मतलब तेरे इरादे कुछ और है तू जानबूझकर अपना आप सबको दिखा रही है तो सबको बताना चाहती है कि तू बहुत मोटी ताजी है तेरा जिस्मानी हुस्न बहुत बड़ा है तुझे शर्म नहीं आती ऐसा करते हुए मुझे तुझसे ऐसी उम्मीद नहीं थी मुझे अपनी मां से इस तरह की उम्मीद नहीं थी कुछ भी हो जाता मगर उनको यह सब नहीं करना चाहिए था अब तो मैं अपनी मां की तरफ देख भी नहीं रही थी बस रोए जा रही थी मां ने वह गो बाथरूम में फेंक दी और पानी बहा दिया
मैं रोए जा रही थी लेकिन मेरी मां ने मुझे देखा तक नहीं इस बात को कहीं दिन गुजर गए सब घर वाले मुंह से नाराज थे कोई मुझे खाना भी नहीं पूछता था मुझसे बात भी नहीं करता था ऐसा लगता था कि मैं मेंटली मरीज बन जाऊंगी और पागल हो जाऊंगी फिर मेरे लिए एक रिश्ता आया लड़की की मां देखने आई लेकिन लड़की की मां अकेली मुझे देखने आई थी लेकिन उसकी आंखें कमजोर थी मैं चुपचाप उनके सामने बैठी रही और मैंने अपने आप को चादर में छुपाए रखा
उनके जाने के बाद मेरी बहनें मेरा और ज्यादा मजाक बनाने लगी कि अगर मेरी सांस की आंखें कमजोर ना होती तो वह भी तुझे ना करके जाती उसे क्या पता तेरा जिस्म कैसा है कैसा नहीं मैंने उनकी किसी भी बात का जवाब नहीं दिया मैंने अपने लिए लड़ना छोड़ दिया था क्योंकि मुझे पता था कि शादी के बाद मुझे और भी बुरे हालात का सामना करना पड़ सकता था ना जाने मेरा पति मेरे साथ क्याक करेगा मैंने सब कुछ सुनने की आदत बना ली थी
जब मेरी शादी की तैयारी चल रही थी तो मेरी सांस ने मेरे लिए बहुत सारे कपड़े बनाकर भेजे मेरी सास मुझसे बहुत प्यार से बातें करती थी मेरी सास ने बताया कि एक दफा कपड़े पहन करर देख लो मेरी बहन के मुंह से निकल गया कि अभी तो शायद पूरे आ भी जाएंगे लेकिन बाद में हो सकता है कि तंग हो जाए मेरी सास ने कहा कि तुम ऐसी बातें क्यों कर रही हो तुम्हें दुल्हन के साथ ऐसा म मजक नहीं करना चाहिए तुम्हें उसका दिल नहीं दुखाना चाहिए
मेरी सांस मेरी बहन को डांट रही थी मुझे अपनी सांस की बातें सुनकर बहुत खुशी हुई चलो कोई तो मेरे हक में बोला मेरी बहन का ऐसा चेहरा हो गया था जैसे मेरी सास ने उसकी बहुत बेइज्जती कर दी हो मुझे पहली बार ऐसा लगा था कि कोई तो है जो मेरा साथ दे रहा है लेकिन मेरी सांस की नजर कमजोर थी अगर वह मुझे देख लेती तो शायद वह मेरा साथ ना देती मैंने अपने पति की तस्वीर देखी हुई थी वह दिखने में स्मार्ट लगते थे
मेरी सांस ने मुझे बताया कि उनका एक ही बेटा है वह बहुत जज्बाती और गुस्से वाला है इसलिए मुझे ऐसी लड़की चाहिए जो सब्र कर सके आज मेरी शादी की रात थी मेरा पति आने वाला था मुझे मालूम था कि मेरा पति मुझे देखकर बहुत बुरा भला कहेगा मुझे उसकी बातें सुननी पड़ेगी सारी जिंदगी यह सब कुछ बर्दाश्त करना पड़ेगा मेरे पति ने कमरे में कदम रखा उसने अपनी शेरवानी उतार करर एक टेबल पर रख दी इस वक्त वह सलवार कमीज में था
मेरे पति ने मेरा घूंघट हटाया और मेरी तारीफ करने लगा कहने लगा कि तुम बहुत खूबसूरत हो मुझे [संगीत] [संगीत] हैरानगोइथॉन्ग फोन पर किसी से बात कर रहे थे शायद उन्हें कोई मुबारकबाद दे रहा था मेरे पति उसको जवाब दे रहे थे कि खुदा ने मुझ पर बहुत कर्म किया है मुझे एक बहुत अच्छी साथी मिला है मैं उससे बहुत खुश हूं मुझे लगता है कि मेरी जिंदगी अब बहुत अच्छी गुजरेगी मुझे हमेशा से ऐसी बीवी का साथ चाहिए था
जो इतनी खूबसूरत हो और इतनी समझदार भी पति की बातें सुनकर मैं हैरान रह गई कि क्या मैं वाकई उन्हें इतनी पसंद आई हूं और वह ऐसी बीवी चाहते थे शादी के कुछ दिन बाद हमारे घर वालों ने हमारे लिए डिनर रखा मैं अपने पति के साथ तैयार होकर अपने घर पहुंचे तो मेरी मां ने मुझे फौरन देखकर कहा तुमने यह कैसे कपड़े क्यों पहन रखे हैं मैंने अपनी मां से कहा कि आपको यह सब कहने की अब जरूरत नहीं है
मैंने बहुत अच्छे कपड़े पहने हुए हैं और मेरे पति को यह पसंद है मेरी मां मेरी तरफ हैरानगोइथॉन्ग [संगीत] मेरे पति ने मेरी मां की तरफ देखा तो कहा क्या बात है आंटी कोई परेशानी है उन्होंने कहा नहीं बेटा हम खाना खाने बैठे तो मेरी दूसरे बहने भी मौजूद थी मेरी पति ने उनके सामने मेरी तारीफ की उसने कहा कि जब से यह मेरी जिंदगी में आई है मेरी जिंदगी मुकम्मल हो गई है मैं बहुत खुश हूं मेरी बीवी मेरा बहुत ख्याल रखती है
हम दोनों ने एक ही प्लेट में खाना खाया फिर वह मुझे बाहर घूमने ले गए उने मुझे कोई बड़ी चादर ओढ़ने का भी नहीं कहा उनके पास एक बड़ी कार थी उन्होंने कहा कि गाड़ी में ही तो बैठना है मेरे पति मेरे साथ बहुत अच्छी तरह से पेश आ रहे थे बार-बार मुस्कुराकर मेरी तरफ देख रहे थे वह हर थोड़ी देर बाद मेरे कान में सरगोशी करते और हम दोनों हंसते थे मां और मेरी बहन हम दोनों को अजीब तरह से देख रही थी
वह हैरान हो रही थी कि इसके पति ने तो इसे हाथ का छाला बनाकर रखा हुआ है और यह शादी के शुरू में ही नहीं हुआ आज हमारी शादी को सात साल हो गए हैं मेरे तीन बच्चे हैं और आज भी मेरे पति का रवैया मेरे साथ वैसा ही है हम लोग बहुत खुश हैं जो अच्छे लोग होते हैं उनको किसी बात से फर्क नहीं पड़ता मेरे मां और बहनों ने मेरे दिल पर बहुत जख्म लगाए पर मेरे पति ने वह सारे जख्म भर दिए मैं शादी से पहले बहुत दुख झेले थे
लेकिन मेरे पति ने उन दुखों को सुखों में बदल दिया और यह सब कुछ सिर्फ मेरी सांस की वजह से मुमकिन हुआ है जिन्होंने मेरे पति की इतनी अच्छी तरबियत की है मेरे दो बेटे और एक बेटी हैं मेरे दो बेटे और मैं अपने बेटों की भी ऐसी तबीयत करूंगी जो प्यार मुझे मेरी मां से नहीं मिला वह प्यार मैं अपनी बेटी को दूंगी और जो परवरिश मेरी सास ने मेरे पति की की है वह मैं अपने बेटों की करूंगी
तो दोस्तों यह थी आज की कहानी इस कहानी के बारे में आपकी क्या राय थी यह कमेंट बॉक्स में जरूर बताइए
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