पति की गैर मौजूदगी में मिला नया साथी | Love Story | Mastram Famous Story | Hindi Story Pdf

Mastram Famous Story : मेरे पति घर पर नहीं थे और उनके मित्र की शादी थी इसलिए मुझे अकेले ही उस शादी में जाना पड़ा वहां मेरे पति के कुछ दोस्त मिले जो रात में मेरे घर आए नमस्ते दोस्तों मेरा नाम राधा है मेरी शादी हो चुकी है और मेरे पति एक व्यवसाई हैं वह अक्सर अपने व्यापार के काम से बाहर आते जाते रहते हैं एक बार उन्हें दो दिनों के लिए बाहर जाना पड़ा और उसी समय हम हमारे पास एक शादी का निमंत्रण आया था

हमें शादी में जाना था लेकिन मेरे पति ने कहा कि उन्हें बाहर जाना जरूरी है और वह शादी में शामिल नहीं हो पाएंगे उन्होंने मुझे कहा कि मैं ही शादी में चली जाऊं वह सुबह ही निकल गए थे और मुझे शाम को अकेले ही शादी में जाना पड़ा मैं शाम को 8 बजे तैयार होकर शादी में पहुंची उस रात मैंने नीली साड़ी और काले रंग का ब्लाउज पहना था जिस मेरी कमर कुछ ज्यादा ही दिख रही थी ब्लाउज बैकलेस था और आगे से डीप कट था मैं एक कोने में खड़ी थी

फिर भी आते-जाते लोग मुझे घूर रहे थे लेकिन मुझे उन लोगों पर गुस्सा नहीं आया बल्कि उनका मुझे इस तरह देखना अच्छा लग रहा था और सच कहूं तो मैं इतनी सजधज कर इसी वजह से आई थी ताकि लोग मेरी सुंदरता को देख सके शादी में मुझे कोई परिचित महिला नहीं दिख रही थी इसलिए मैं मैं एक कोने में अकेली खड़ी थी काफी देर तक अकेले खड़े रहने के कारण मैं उने लगी थी मेरा यहां मन नहीं लग रहा था लेकिन चूंकि यह मेरे पति के मित्र की शादी थी

मैं इसे छोड़ नहीं सकती थी तभी अचानक मेरे पति के एक दोस्त समीर ने मुझे अकेले खड़े देखा और मेरे पास आ गए उन्होंने कहा अवनी क्या आपके साथ विनीत नहीं आए मैंने जवाब दिया कि उन्हें काम के सिलसिले में बाहर जाना पड़ा और शादी में जाना जरूरी था उन्होंने मुझे अकेले भेज दिया समीर ने कहा कोई बात नहीं अवनी मैं हूं ना आपके साथ चलिए हम कहीं बैठकर बातें करते हैं मैं और समीर शादी के हॉल से बाहर निकलकर गार्डन में जाकर बैठ गए

वहां काफी शांति थी बस हल्की-फुल्की बातों की आवाजें सुनाई दे रही थी समीर ने मेरी ओर देखा और मुस्कुराते हुए कहा अवनी आप बहुत खूबसूरत लग रही हैं आज आज का दिन तो आपके लिए खास होना चाहिए है ना मैंने थोड़ा हिचकते हुए कहा धन्यवाद समीर पर सच कहूं तो मुझे यहां आकर उतना अच्छा महसूस नहीं हो रहा था अकेले आना कुछ अजीब सा लग रहा था समीर ने गंभीरता से मेरी ओर देखा अकेलेपन का एहसास कभी-कभी अजीब होता है

लेकिन कुछ अच्छे दोस्त उसे दूर कर सकते हैं मैं चाहता हूं कि आप आज की रात को एंजॉय करें अगर आपको किसी चीज की जरूरत हो तो मैं यही हूं मैंने हल्की मुस्कान के साथ सिर हिलाया और फिर हम कुछ और बातें करने लगे समीर मुझसे मेरे काम शौक और जीवन के बारे में पूछने लगे बातें करते करते समय कैसे बीत गया पता ही नहीं चला थोड़ी देर बाद समीर ने मुझे डांस फ्लोर पर चलने का सुझाव दिया मैंने पहले तो सोचा कि शायद ठीक नहीं होगा

लेकिन फिर सोचा कि अगर डांस करने से मेरा मूड बेहतर हो सकता है तो क्यों ना कोशिश की जाए हम दोनों डांस फ्लोर पर गए जहां लोग पहले से ही नाच रहे थे जैसे ही मैंने डांस करना शुरू किया मुझे थोड़ा आत्मविश्वास महसूस हुआ समीर बहुत अच्छे डांसर थे और उन्होंने मेरी मदद की ताकि मैं भी आराम से नाच सकूं लोग हमें देख रहे थे

लेकिन इस बार मुझे फर्क नहीं पड़ा मैं अपनी मर्जी से एंजॉय कर रही थी डांस के बाद हम फिर से गार्डन में जाकर बैठ गए समीर ने एक गिलास पानी मुझे दिया और कहा आपका डांस बहुत अच्छा था अवनी आपको अक्सर इस तरह एंजॉय करना चाहिए मैंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया शुक्रिया समीर शायद आप सही कह रहे हैं आज मुझे खुद के बारे में थोड़ा और अच्छा महसूस हो रहा है समीर ने गहरी सांस लेते हुए कहा कभी-कभी हमें अपनी जिंदगी में कुछ पलों का आनंद लेना चाहिए

बिना किसी चिंता के आज की रात आपके लिए वही पल है धीरे-धीरे शादी की रस्में खत्म हो रही थी और मेहमान भी जाने लगे थे समीर ने मुझसे पूछा आपको घर छोड़ दूं अवनी मैंने पहले तो मना करना चाहा लेकिन फिर सोचा कि अकेले जाने से अच्छा है कि समीर के साथ जाऊ मैंने हां कह दिया हम दोनों कार में बैठकर घर की ओर चल पड़े रास्ते में हम दोनों चुप थे लेकिन वह चुप्पी भी सुकून भरी थी

जब हम मेरे घर पहुंचे तो समीर ने मुझे अलविदा कहते हुए कहा अगर आपको कभी किसी से बात करनी हो तो मुझे कॉल कर सकती हैं मैंने हंसते हुए कहा धन्यवाद समीर आज की रात वास्तव में खास थी और इसका बड़ा श्रेय आपको जाता है समीर ने विदा ली और मैं अपने घर के अंदर चली गई आज की रात ने मुझे कुछ खास महसूस कराया था एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास के साथ रात के सन्नाटे में जब मैं घर के अंदर आई तो एक गहरी सांस ली

कुछ देर के लिए मैं हॉल में खड़ी रही अपने मन में बवंडर की तरह घूम रहे विचारों को शांत करने की कोशिश करती रही आज की रात में मुझे पहले से अलग महसूस कराया था एक अजीब सा सुकून और आत्मविश्वास मैं धीरे-धीरे अपने बेडरूम की ओर बढ़ी और वहां जाकर साड़ी और ब्लाउज उतार करर कुछ हल्के कपड़े पहन लिए बेड पर लेटते ही मेरी आंखों के सामने आज का पूरा दिन घूम गया समीर का मेरे साथ होना

उनकी बातें और डांस फ्लोर पर वो कुछ पल जहां मैंने खुद को खुलकर जीते हुए महसूस किया था ऐसा लगा जैसे आज की रात ने मुझे एक नया नजरिया दिया था खुद को देखने का और जिंदगी के छोटे-छोटे पलों का आनंद लेने का मुझे याद आया कि समीर ने कहा था कि अगर मुझे कभी किसी से बात करनी हो तो मैं उन्हें कॉल कर सकती हूं मन में एक हल्की मुस्कान आई लेकिन साथ ही एक सवाल भी क्या यह सही था मैं सोचने लगी कि शायद यह सब बस एक पल की बात थी

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जिंदगी में अक्सर कुछ लोग आते हैं जो हमारी यात्रा में एक छोटी सी किरण की तरह होते हैं और फिर आगे बढ़ जाते हैं अचानक फोन की घंटी बजी मैंने फोन उठाकर देखा विनीत का कॉल था मेरे पति का मैं तुरंत फोन उठाया और हल्की आवाज में कहा हेलो विनीत की आवा थकी हुई लग रही थी अवनीत तुम कैसी हो शादी में सब ठीक रहा मैंने सामान्य होते हुए कहा हां सब ठीक रहा बस तुम याद आ रहे थे विनीत ने हल्के से हंसते हुए कहा जल्दी आ जाऊंगा

बस दो दिन और तुम अपना ख्याल रखना मैंने फोन रख दिया और बिस्तर पर फिर से लेट गई मन में थोड़ा हल्का पन महसूस हुआ शायद जो कुछ भी हुआ था वह खास था लेकिन असलियत यही थी कि मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा मेरे पति और मेरा रिश्ता था अगले कुछ दिन सामान्य तरीके से बीतने लगे विनीत लौट आए और हम अपने रोजमर्रा के कामों में व्यस्त हो गए पर उस रात की यादें और समीर से हुई बातें अक्सर मेरे मन में घूम जाती थी मैंने कभी उसे कॉल नहीं किया

लेकिन उसका साथ और बातें एक सीख बनकर मेरे अंदर रह गई खुद को समय देना और जीवन के छोटे पलों का आनंद लेना धीरे-धीरे वह शादी और समीर मेरी जिंदगी की एक खास याद बनकर रह गए जो शायद कभी धुंधली हो जाए लेकिन उस रात की अनुभूति हमेशा मेरे साथ रहेगी समय बीतता गया और जीवन अपनी सामान्य रफ्तार से चलने लगा मेरे और विनीत के बीच सब ठीक था लेकिन अंदर ही अंदर मुझे उस रात की यादें अक्सर कचोट रहती थी

समीर से हुई मुलाकात उनकी बातें और डांस फ्लोर पर बिताए गए वो कुछ पल सब कुछ किसी अधूरी कहानी की तरह मेरे मन में बसा हुआ था कभी-कभी मैं सोचती क्या मैं वास्तव में उस रात खुद को खो चुकी थी या शायद पहली बार खुद को सही मायनों में पाया था एक दिन अचानक फोन पर एक संदेश आया यह समीर का था बहुत दिनों बाद संदेश में लिखा था कैसी हो अवनी तुम्हारी याद आ रही थी अगर कभी मिलना हो तो मुझे बताना

मैंने कुछ देर के लिए फोन को हाथ में थामे रखा मेरे मन में एक संघर्ष शुरू हो गया क्या मुझे जवाब देना चाहिए या फिर इसे वही छोड़ देना चाहिए जैसा कि मैंने पहले तय किया था लेकिन फिर भी मैं खुद को रोक नहीं पाई मैंने धीरे से जवाब दिया मैं ठीक हूं समीर कैसे हो तुम कुछ ही मिनटों में समीर का जवाब आया अच्छा हूं क्या तुमसे मिल सकता हूं कुछ बातें करनी थी यह सवाल मेरे दिल की धड़कने बढ़ाने लगा मैं उलझन में थी क्या यह सही होगा या यह केवल एक जाल हो सकता है

जिसमें मैं और उलझ जाऊं फिर भी मेरे मन के एक कोने से आवाज आई की कुछ बातें अधूरी रह जाती हैं और शायद इस मुलाकात से उन सवालों का जवाब मिल सकता है जो मुझे भीतर से परेशान कर रहे थे मैंने आखिरकार तय कर लिया और जवाब दिया ठीक है हम मिल सकते हैं समीर ने एक कैफे का नाम भेजा और अग दिन शाम को मिलने का समय तय किया उस पूरी रात में सोचती रही क्या मैं सही कर रही हूं क्या यह मुलाकात मेरे जीवन के लिए सही होगी

लेकिन कहीं ना कहीं मेरे अंदर एक उत्सुकता भी थी समीर से फिर से मिलने की अगले दिन शाम को मैं कैफे पहुंची समीर पहले से ही वहां मौजूद था मुझे देखकर उसने हल्की मुस्कान दी तुम बहुत अच्छी लग रही हो उसने कहा जैसे हमारी पिछली मुलाकात वहीं से शुरू हो रही हो मैंने बैठते हुए कहा शुक्रिया तुम कैसे हो समीर ने गंभीर होते हुए कहा ठीक हूं लेकिन तुमसे मिलने की बहुत इच्छा थी उस रात के बाद से मैं तुम्हारे बारे में बहुत सोचता रहा हूं तुम्हारे साथ बिताया

वह समय मेरे लिए खास था मैंने कुछ पल के लिए उसकी आंखों में देखा और फिर कहा समीर वह रात मेरे लिए भी खास थी लेकिन हमें यह समझना होगा कि हमारी जिंदगी अलग है मेरा परिवार है मेरा रिश्ता है मैं नहीं चाहती कि किसी की जिंदगी में कोई उलझन आए समीर ने ध्यान से मेरी बात सुनी और फिर धीरे से कहा मैं समझता हूं अवनी मैं भी नहीं चाहता कि तुम्हारी जिंदगी में कोई मुश्किल हो पर उस रात जो महसूस किया था वह सच्चा था

मैंने पहली बार किसी के साथ ऐसा कनेक्शन महसूस किया था मैंने गहरी सांस ली कभी-कभी कुछ चीजें सिर्फ महसूस करने के लिए होती हैं उन्हें जीने का मौका शायद नहीं मिलता हम दोनों को यह मान लेना होगा कि जो था वह एक खूबसूरत याद बनकर रहना चाहिए समीर ने थोड़ा उदास होते हुए सिर हिलाया शायद तुम सही हो लेकिन मैं हमेशा तुम्हारी इज्जत करूंगा और अगर कभी तुम्हें लगे कि किसी दोस्त की जरूरत है तो मैं यहां हूं

हम दोनों कुछ देर चुप रहे फिर हल्की-फुल्की बातें करते हुए हमने अपने अपने ने रास्ते जाने का फैसला किया कैफे से बाहर निकलते वक्त मैंने महसूस किया कि मैंने एक बड़ा निर्णय ले लिया था अतीत को वहीं छोड़ने का और आगे बढ़ने का समीर से वह मुलाकात मेरी जिंदगी की एक नई शुरुआत थी उस दिन के बाद मैंने महसूस किया कि कभी-कभी जिंदगी में अधूरे रिश्ते और अधूरी कहानियां भी खूबसूरत हो सकती हैं

अगर हम उन्हें सही तरीके से अपनाएं मैंने खुद को फिर से पाया था और इस बार पहले से भी मजबूत समीर और उस रात की यादें अब मेरे लिए एक सुकून भरी हवा की तरह थी जो मुझे कभी-कभी याद दिलाती थी कि मैं कौन हूं और मेरी जिंदगी में क्या मायने रखता है समीर से उस मुलाकात के बाद मेरे मन में अजीब सा सुकून था मैंने अपने दिल और दिमाग को साफ किया था और अब किसी उलझन का सामना नहीं कर रही थी

जीवन अपनी सामान्य गति से चलने ल विनीत के साथ मेरा रिश्ता पहले से भी मजबूत हो रहा था और मुझे ऐसा लगने लगा कि उस एक रात और समीर से मुलाकात ने मुझे खुद को बेहतर समझने में मदद की है विनीत अब पहले की तरह काम में इतना व्यस्त नहीं रहते थे उन्होंने अपनी यात्राओं को थोड़ा सीमित कर लिया था और हम दोनों ज्यादा समय साथ बिताने लगे थे एक दिन जब हम दोनों साथ में खाना खा रहे थे विनीत ने मुझसे कहा अवनी मैंने महसूस किया है कि तुम कुछ समय से अलग लग रही हो

लेकिन एक अच्छे तरीके से तुम ज्यादा खुश और आत्मविश्वास लग रही हो सब ठीक तो है ना मैंने उसकी आंखों में देखा और मुस्कुराते हुए कहा हां सब कुछ ठीक है असल में मैंने खुद को फिर से पाया है पहले मैं हमेशा दूसरों के बारे में सोचती थी लेकिन अब मैं खुद के बारे में भी सोचने लगी हूं विनीत ने मेरी बात ध्यान से सुनी और कहा यह तो बहुत अच्छी बात है मैं भी यही चाहता हूं कि तुम खुद के लिए भी समय निकालो हमें हमेशा एक दूसरे का ख्याल रखना चाहिए

लेकिन अपने आपको भूल जाना सही नहीं है उसकी बातें सुनकर मुझे संतोष हुआ यह एहसास कि वह मेरे बदलाव को समझ रहा है और उसे स्वीकार भी कर रहा है मेरे दिल को सुकून दे गया हम दोनों के बीच अब एक नया स्तर था समझदारी और सहयोग का कुछ दिनों बाद मुझे समीर का एक और संदेश आया इस बार संदेश संक्षिप्त था लेकिन साफ-साफ था अवनी तुम्हारी बातों ने मुझे भी बहुत कुछ सिखाया अब मैं आगे बढ़ चुका हूं

और कोशिश कर रहा हूं कि अपनी जिंदगी को बेहतर बनाऊं मैं तुम्हारा हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा शुभकामनाएं उस संदेश को पढ़कर मुझे खुशी हुई मुझे यह जानकर अच्छा लगा कि समीर ने भी अपने जीवन में शांति और दिशा पाई थी हमने जो भी अनुभव किया था वह अब हमारे जीवन में एक सकारात्मक अध्याय के रूप में था जो हमें आगे बढ़ने में मदद कर रहा था जैसे जैसे समय बीतता गया मैंने खुद को अधिक आत्मनिर्भर और संतुलित महसूस करना शुरू किया

विनीत के साथ मेरा रिश्ता मजबूत हो चुका था और हमने एक दूसरे के साथ अधिक गुणवत्ता वाला समय बिताना शुरू किया एक दिन विनीत ने मुझसे कहा अवनी चलो एक लंबी यात्रा पर चलते बस हम दोनों कहीं दूर जहां हम जीवन की रोजमर्रा की उलझनों से दूर होकर एक दूसरे के साथ वक्त बिता सके मैंने उसकी ओर देखा और मुस्कुराई यह बहुत अच्छा विचार है हम दोनों को इसकी जरूरत है हमने एक हफ्ते की यात्रा की योजना बनाई

जहां हमने एक दूसरे के साथ खूब बातें की हंसे और नए अनुभव साझा किए उस यात्रा ने हमारे रिश्ते को और भी गहरा बना दिया इस तरह मैंने अपने अतीत से सीखते हुए और अपने वर्तमान को संते हुए एक संतुलित और खुशहाल जीवन जीना शुरू किया समीर के साथ वह एक मुलाकात मेरी जिंदगी का एक अनमोल सबक बनकर रह गई कभी-कभी हमें कुछ चीजों को जाने देना पड़ता है ताकि हम खुद को और अपने रिश्तों को बेहतर तरीके से समझ सक जीवन में हर मुलाकात का एक मकसद होता है

और अब मुझे पता था कि मेरे लिए उस रात और समीर से मुलाकात ने मुझे खुद को फिर से खोजने में मदद की थी और यही बात मुझे आगे बढ़ने खुश रहने और अपने रिश्तों में सच्ची ईमानदारी और प्यार बनाए रखने की प्रेरणा देती रही समय बीतता गया और मेरी और विनीत की जिंदगी में स्थिरता और खुशहाली बढ़ने लगी हमने अपनी यात्रा से लौटने के बाद अपने रिश्ते को और भी गहरा महसूस किया हम दोनों ने ना केवल अपने रिश्ते को बेहतर समझा

बल्कि एक दूसरे के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और भी मजबूत हो गई विनीत के काम के कारण जो दूरियां कभी-कभी हमारे बीच आ जाती थी अब कम होने लगी थी उसने अपने काम और परिवार के बीच संतुलन बनाना शुरू कर दिया था हर सप्ताहांत हम कहीं ना कहीं घूमने जाते थे और यह समय सिर्फ हमारे लिए होता था हम ना केवल अपने भविष्य की योजनाओं पर बात करते थे बल्कि उन छोटी-छोटी चीजों पर भी ध्यान देते थे जो हमें खुशी देती थी

एक दिन विनीत ने मुझसे पूछा अवनीत तुमने कभी बच्चों के बारे में सोचा है मुझे लगता है हम अब इस बारे में सोच सकते हैं यह सवाल सुनकर मैं एक पल के लिए चुप हो गई यह एक बड़ा फैसला था और मेरे मन में अभी तक उस पर स्पष्टता नहीं थी लेकिन फिर मैंने महसूस किया कि पिछले कुछ समय में हमने जो समझदारी और संतुलन हासिल किया है वह हमें इस नए कदम के लिए तैयार कर सकता है मैंने मुस्कुराते हुए कहा हां विनीत मुझे लगता है

अब सही समय आ गया है उसके चेहरे पर खुशी की चमक देखकर मुझे भी अंदर से सुकून महसूस हुआ हमने धीरे-धीरे अपनी जिंदगी के अगले अध्याय की योजना बनानी शुरू कर दी समय के साथ मैं गर्भवती हो गई और यह समय मेरे और विनीत के लिए बिल्कुल नई भावनाओं और चुनौतियों से भरा था हर दिन हमारे लिए एक नई शुरुआत जैसा था विनीत मेरे साथ हर पल खड़ा था मेरे स्वास्थ्य और खुशियों का ध्यान रखते हुए हम दोनों ने अपने रिश्ते को और भी गहरा होते देखा

इस समय के दौरान हमारे बीच की समझ और प्यार ने हमें एक नया आयाम दिया जैसे-जैसे समय बीतता गया मैंने अपने अंदर एक नई जिंदगी को महसूस किया और इसके साथ ही मैं खुद को भी और अधिक संतुलित खुशहाल और आत्मविश्वास महसूस करने लगी यह सफर मेरे लिए ना के शारीरिक था बल्कि मानसिक और भावनात्मक भी इस दौरान मैंने महसूस किया कि एक महिला के रूप में मैंने बहुत कुछ सीखा है

खुद को समझने का अपने रिश्ते को संवारने का और जिंदगी की छोटी-छोटी खुशियों को जीने का कुछ महीनों बाद हमारे घर में एक प्यारी सी बेटी का जन्म हुआ उस पल ने हमारी दुनिया को बदल दिया हम दोनों अपनी बेटी के साथ हर पल को संजो रहे थे उसकी छोटी-छोटी हरकतें और मां मासू मुस्कान ने हमारे जीवन में एक नई रोशनी भर दी थी विनीत ने अपनी बाहों में बेटी को उठाते हुए कहा अवनी यह हमारा सबसे बड़ा उपहार है अब हमारी जिंदगी पूरी हो गई है

उसकी बात सुनकर मेरी आंखों में आंसू आ गए खुशी के आंसू मैंने महसूस किया कि जीवन ने मुझे हर वह चीज दी है जिसकी मुझे जरूरत थी एक सच्चा रिश्ता एक प्यारा परिवार और वह आत्मविश्वास जो मुझे हमेशा आगे बढ़ने में मदद करता है समीर से हुई व मुलाकात वो बीती रातें अब सिर्फ एक स्मृति बनकर रह गई थी वो स्मृतियां जिन्होंने मुझे खुद को पहचानने का मौका दिया लेकिन अब मेरी जिंदगी में एक नई शुरुआत हो चुकी थी

अब मेरे सामने एक नया सफर था एक मां के रूप में और एक पत्नी के रूप में अब जब मैं अपनी बेटी को गोद में लिए देखती हूं तो मुझे एहसास होता है कि जिंदगी में हर अनुभव का एक मकसद होता है कभी-कभी वह हमें खुद को खोजने में मदद करता है तो कभी हमें आगे बढ़ने की राह दिखाता है और मैंने हर उस अनुभव से कुछ सीखा जिसने मुझे आज यहां तक पहुंचाया मैं अब पहले से ज्यादा मजबूत खुशहाल और संतुलित महसूस करती हूं और यह यात्रा खुद को समझने की रिश्तों को संवारने की और नई शुरुआत की मेरी जिंदगी का सबसे सुंदर अध्याय बन चुकी थी

 

Parivarik Hindi Story

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