घुमाने के बहाने देवर ने मुझे वो सब किया। Manohar Kahaniyan | Best Hindi Story | Pdfsewa

Manohar Kahaniyan : जब मेरे पति विदेश में थे तब मेरा देवर घर आया था मेरी सांस थोड़ी देर पहले ननद के घर गई थी इसलिए मैं और मेरा देवर दोनों घर में अकेले थे अचानक उसने मुझे कैंपिंग पर ले जाने का प्लान बना लिया और मुझे लेकर चला गया रात को देवर मेरे टेंट में आया रात को जब उसने मुझे छोटे कपड़ों में देखा तो वह अपना होश खो बैठा उसने कहा भाभी जी भाई ने तुम्हें कभी टेंट में नहीं लाया होगा

लेकिन आज मैं तुम्हें एक नया अनुभव देता हूं यह कहकर देवर जी ने मुझे पूरी रात टेंट में वह 25 साल के थे और पिछले रविवार को घर आए थे शादी के कुछ समय बाद ही वह विदेश गए थे जब से समीर घर आए थे वह कहते जा रहे थे कि भाभी आपके लिए कुछ सरप्राइज है मैंने जब उनसे सरप्राइज के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि जब आऊंगा तब बताऊंगा मैंने यह सब मस्ती समझकर नजरअंदाज किया

दूसरे दिन जब सांस ने ननद के घर जाने की तैयारी की तो उन्होंने कहा कि वह समीर को भी साथ भेजे मुझे कोई समस्या नहीं थी लेकिन मेरे पति को वह नहीं पसंद था सांस और ननद ने एक योजना बनाई थी कि पहले छ महीने वे यहां रहेंगी और अगले छ महीने अपनी बेटी के पास जब सांस जा रही थी तो उन्होंने मुझसे कहा कि मैं भी अपनी मां के पास जाने का सोचूं तब मैं सांस को रिक्शा में बैठा रही थी और समीर को यह संकेत मिला कि उसे जल्दी निकलना है

मैंने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन वह अपनी बैकपैक कर रहा था मैंने उससे कहा समीर क्या तुम्हें सांस पर गुस्सा आया है लेकिन तुम्हें उनकी बातें दिल पर नहीं लेनी चाहिए अब वह गांव जा रही हैं अगले छ महीने वह नहीं आएंगी तुम यहां रह सकते हो यह घर तुम्हारा है कहकर मैंने उसे समझाने की कोशिश की समीर ने तब मेरा हाथ अपने चेहरे पर रखा और कहा भाभी तुम इतनी गंभीर क्यों हो गई हो मैं कहीं नहीं जा रहा

यह सुनकर मैंने थोड़ी राहत महसूस की मुझे अपनी चाची का स्वभाव बहुत अच्छे से पता है मैं उन्हें अपने बचपन से देखता आया हूं और वह हमेशा से ऐसी ही है बिल्कुल फटाक मुझे उनका गुस्सा नहीं आता बस मैंने देखा कि क्या मैं भी उन्हें पसंद नहीं आ रहा यह सुनकर मैंने समीर का कान जोर से पकड़ लिया और कहा समीर क्या तुमने मुझे सांसू की तरह समझा है क्या तुम इतना बोर हो गए हो इस पर उसने मुझसे माफी मांगी और कहा अरे भाभी मैंने तो मजाक किया था

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उसकी माफी सुनकर मैंने उसका कान छोड़ दिया मगर जब मैंने देखा तो उसने अचानक पीछे से अपने हाथ में एक छोटी पिचकारी ले रखी थी और मुझ पर पानी छिड़क दिया मैं उससे दूर भागी लेकिन वह फिर भी मेरा पीछा करने लगा हम दोनों मेरे कमरे में खेल रहे थे तभी मेरे पांवों से एक झटका लगा मैं गिर गई और समीर भी मेरे ऊपर आकर गिर गया हम दोनों तब बहुत करीब आ गए हम हमेशा मस्ती करते रहते थे लेकिन उस समय समीर का चेहरा एकदम बदल गया था

तभी बेल बजी और हम दोनों चौक गए मैंने समीर को अपने से दूर किया और कमरे से बाहर निकल गई बाहर मेरी दोस्त रूपा दिखाई दी हम दोनों काफी समय से नहीं मिली थी इसलिए उसने मुझे गले लगाया जब हम किचन में गई तब मुझे पांव में थोड़ा दर्द महसूस हुआ मैंने इसे नजरअंदाज किया और पानी लेने चली गई जब मैं पानी लेकर बाहर आई तो समीर भी मेरे पास आ गया वह एकदम गंभीर हो गया और मुझसे पूछा भाभी तुम रे पाव को क्या हुआ तुम ऐसे क्यों चल रही हो

मैंने रूपा के सामने ज्यादा नहीं कहा लेकिन समीर ने ध्यान से मेरी परवाह की उसने मुझे सोफे पर बैठने को कहा और मेरे पांव पर हाथ रखकर चेक किया उसके हाथ लगने पर मेरे बाएं पांव में दर्द होने लगा जब समीर ने चेक किया तो देखा कि मेरा पांव सुज गया था कुछ समय पहले जब मैं गिरी थी तब मेरे पांव में जोर से चोट लगी थी यह देखकर तुरंत अंदर गया और आइस बैक और गर्म पट्टी लेकर आया उसने मेरे पांव पर आइस लगाया और पट्टी बांध दी जब वह यह कर रहा था

तब मैं लगातार उसकी आंखों में देख रही थी अचानक रूपा ने मेरे सामने आवाज लगाई अरे सुनीता तुम मेरी तरफ देख रही हो या इस हैंडसम लड़के की तरफ रूपा को मैंने पूरी तरह से भुला दिया था मैंने जल्दी से उसकी और समीर की छान पहचान की कोशिश की समीर पहले कभी हमारे घर नहीं आया था इसलिए रूपा ने उसे कभी नहीं देखा था मेरे पांव में दर्द हो रहा था इसलिए मुझे उठना मुश्किल हो रहा था रूपा कई दिन बाद आई थी और मैं उसे केवल पानी देकर घर नहीं जाने दे सकती थी

मेरे उठने के प्रयास को देखकर समीर ने कहा भाभी तुम्हें कोई हलचल करने की जरूरत नहीं है है मैं कॉफी बनाकर लाता हूं समीर ने तीन कप कॉफी बनाकर लाए कॉफी पीने के बाद रूपा जल्दी से अपने घर जाने के लिए तैयार नहीं हुई वह बार-बार विषय बदलकर समीर के साथ गपशप करती रही आखिरकार मुझे ड्रामा करना पड़ा मैंने समीर को बोला देवर जी मेरे पांव में बहुत दर्द हो रहा है मुझे हॉस्पिटल ले चलो यह सुनकर रूपा वहां से अपने घर जाने के लिए निकली

जाते-जाते समीर ने कहा भाभी तुम तो एक नंबर ड्रामा क्वीन हो तुमने अपनी चिपकू दोस्त के साथ ऐसा ड्रामा कर दिया अब मेरा पाव सच में दुख रहा था मुझे अपने कमरे तक चलना बहुत मुश्किल हो रहा था इसलिए समीर ने मेरी मदद की और मुझे मेरे कमरे तक उठाकर ले गया शाम के समय मैंने घर में खाना नहीं बनाया था तो मैंने बाहर से खाने का सामान मंगवाया था रात का खाना खाने के बाद समीर ने रसोई की बर्तन भी साफ कर दिए जब वह किचन में था

तब मैं अपने कमरे में एकांत में थी मैंने अपने पति को फोन करने की कोशिश की क्योंकि पिछले कुछ दिनों से हमारी बात नहीं नहीं हुई थी वह काफी बिजी थे और उन्हें पता नहीं था मैंने उन्हें फोन लगाने की कोशिश की लेकिन जब तक मैंने फोन रखा मेरी फोन की रिंग बजने लगी यह सासू मां का फोन था फोन उठाते ही उनका पहला सवाल था समीर क्या उसके घर गया समीर तो मेरे सामने ही बैठा हुआ था मैंने सासू मां से झूठ बोला कि समीर अपने घर चला गया है या शायद अपने किसी दोस्त के घर गया है

और मैंने अच्छा सुझाव दिया कि वह उसके दोस्त के पास हो सकता है सासू मां ने समीर के घर फोन करने के लिए कहा होगा इसलिए मैंने उन्हें झूठ बोला कि वह अपने दोस्त के पास गया है सासू मां थोड़ी कंजूस थी और उन्होंने फोन खुद से नहीं लगाया था लेकिन अब उन्होंने ननद के फोन से मुझे कॉल किया था मुझे पता था कि वह समीर के घर फोन नहीं करेंगी इसलिए मैंने झूठ बोला समीर ने कहा भाभी तुम मेरी कितनी फिक्र करती हो चाची मुझे कहते हैं कि मैं यहां क्यों रहूं

लेकिन तुमने मेरे लिए जो प्यार दिखाया है वह मेरी किस्मत है फिर उसने मुझे एक सरप्राइज दिया और कहा भाभी दो दिन बाद हम दोनों कैंपिंग के लिए जा रहे हैं यह सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई क्योंकि मैंने पहले कभी कैंपिंग का अनुभव नहीं लिया था मैंने सोशल मीडिया पर कुछ रील देखी थी लेकिन खुद जाना शानदार होगा मैं बहुत उत्साहित होकर उठने लगी लेकिन तभी मेरे पांव में फिर से तेज दर्द हुआ और मुझे फिर से बैठना पड़ा मैंने र से कहा शायद मैं तुम्हारे साथ कैंपिंग पर नहीं जा पाऊंगी

मेरे पांव में बहुत दर्द है और अगर मैं तुम्हा तुम्हारे साथ गई तो शायद तुम्हारी ट्रिप खराब हो जाएगी समीर ने कहा अरे भाभी तुम्हें किसी दर्द की चिंता करने की जरूरत नहीं है मैं हूं ना और वह अपने कमरे में गया वह एक तेल लेकर आया और कहां इस तेल से मालिश कर इससे तुम्हारा दर्द कम हो जाएगा उसने मेरे पांव की पट्टी हटाई और उस तेल से मेरी मालिश करने लगा मालिश करते हुए वह बोला मैंने पहले कैंपिंग पर जाने का प्लान बनाया था मुझे लगा था कि भैया घर पर होगा और हम तीनों जा पाएंगे

लेकिन अब जो भी हो मैं तैयार था उसकी मालिश ने मुझे आराम दिया और मुझे नींद आ गई दो दिन तक समीर ने मेरी अच्छी देखभाल की दिन में दो बार मेरी मालिश की दूसरे दिन के शाम तक मुझे अपने पाव में काफी सुधार महसूस हुआ तय समय पर हम दोनों कैंपिंग के लिए निकल पड़े मैं बहुत उत साहित थी लेकिन समीर के चेहरे पर मुझे कोई अलग सा उत्साह नजर आ रहा था मुझे नहीं पता था कि कैंपिंग के दौरान वह क्या करने वाला था

लेकिन उसकी अजीब सी हरकतें अब मुझे आभास करवा रही थी हम कैंपिंग साइट पर पहुंच गए समीर ने जो होटल बुक किया था वहां पहुंचकर मैंने अपनी टेंट में फ्रेश होने का सोचा टेंट के अंदर तो ऐसा लग रहा था जैसे मैं किसी फाइव स्टार होटल में हूं समीर ने बेहतरीन आयोजन किया जब मैं फ्रेश होकर टेंट से बाहर आई तो उसने मुझे देखकर कहा क्या भाभी तुम ऐसा क्या पहने हुए आई हो कैंपिंग के लिए तो ऐसे कपड़े नहीं पहनते फिर वह टेंट के अंदर गया और मुझे एक ड्रेस लाकर दी

वह ड्रेस थोड़ी छोटी थी मैंने कहा समीर मुझे यह पहनने में थोड़ी तकलीफ होगी उसने मेरी बात को नजरअंदाज करते हुए कहा देखो भाभी यहां जितनी लड़कियां हैं सबने ऐसे छोटे कपड़े पहने हुए हैं तुम्हें कोई शर्म नहीं होनी चाहिए जल्दी से तैयार हो जाओ सच में वहां दूसरी लड़कियों के कपड़े बहुत छोटे थे और मैंने अपने कपड़े कुछ अलग रखकर उन्हें पहनने का मन बनाया जब मैंने वह छोटे कपड़े पहने तो यकीनन मुझे बहुत अच्छा लग रहा था समीर मुझे देखकर बस वहां खड़ा रहा

उसके बाद हम कैंपिंग के लिए निकले और कई फोटो खींचे समीर ने मेरे साथ बेहतरीन फोटो खींचे मैं उस समय मस्ती के मूड में थी इसलिए मैंने उसे कुछ नहीं कहा लेकिन चलते-चलते मेरे पांव में फिर से दर्द होने लगा फिर भी आज का दिन बहुत ही शानदार रहा रात को जब हम अपने टेंट में लौटे समीर मेरे लिए कुछ नए कपड़े लेकर आया था वह सारे छोटे कपड़े थे मैंने फिर से कहा समीर मैंने पहले ही छोटे कपड़े पहने हैं

अब और नहीं उसने तब कहा क्यों तुम तो हमेशा अपने घर में वही फुल कपड़े पहनती हो जरा खुलकर जीने की सोचो आज का दिन तुम हारा है जो तुम चाहोगी वह कर सकती हो कल से सब कुछ वैसा ही होगा वास्तव में मेरे पति ने भी कभी मुझे इतनी आजादी नहीं दी थी समीर ने मुझे जिंदगी को खुलकर जीने की सोच सिखाई मैंने उसे दिए हुए छोटे नाइट सूट को लिया वहां और भी लड़कियां थी जो छोटे कपड़े पहने हुए थी मेरे गोरे रंग पर सब कपड़े अच्छे लग रहे थे और मुझे शर्म महसूस नहीं हो रही थी

रात को होटल में हमने साथ में खाना खाया खाने के बाद हम बाहर के गार्डन में चले गए हल्की गुलाबी ठंड थी और वहां प्रेम भरे गाने बज रहे थे मुझे अपने पति की बहुत याद आ रही थी मन में राजेश का ख्याल आते ही समीर ने मेरा हाथ पकड़कर मुझे डांस करने के लिए कहा जैसे ही वह मेरे करीब आया मुझे अपनी पिछली सारी दुनिया भुला सी गई समीर के साथ मुझे प्रेम का एहसास हो रहा था तभी ऐसी में थोड़ी गड़बड़ हो गई और उसमें से पानी लीक होने लगा

पानी मेरे बिस्तर पर गिरने लगा मैंने रिसेप्शन पर बात की लेकिन उन्होंने कहा कि अब कोई टेंट खाली नहीं है है मुझे रात को अच्छी नींद चाहिए थी नहीं तो मेरा अगला दिन खराब हो जाएगा इस स्थिति में मैंने समीर को बताया कि मैं उसके साथ अपना टन शेयर करने के लिए तैयार ू मेरे टेंट का बेड बड़ा था जिसमें दो लोग आराम से सो सकते थे समीर ने अपना सामान मेरे टेंट में रखा यहां भी छोटी ड्रेस पहनकर मैं उसके सामने खड़ी थी

लेकिन उसके साथ रहते हुए मुझे कोई डर महसूस नहीं हो रहा था हालांकि मेरे पांव में दर्द हो रहा था लेकिन उस समय मुझे उसकी संगत बहुत सुकून दे रही थी मैं अपने पैर को पकड़े हुए बैठी थी और तभी समीर ने ध्यान दिया कि मुझे दर्द हो रहा है उसने अपने पास के तेल से मेरे पैरों की मालिश करना शुरू कर दिया मैं बिस्तर पर लेटी थी और उसके हाथ मेरे खुलते पैरों पर घूमते हुए महसूस हो रहे थे मुझे अचानक नींद आने लगी

शायद उस तेल की खुशबू और थकान की वजह से दूसरे दिन सुबह जब मैं जागी तो मैंने खुद को उसकी बांहों में पाया उसके साथ होने पर मुझे थोड़ा शर्मिंदगी महसूस हुई मैंने गलती से से उसे राजेश समझ लिया और यह सोचने लगी कि मैंने रात को कुछ गलत किया है या नहीं फिर मैंने ध्यान दिया कि समीर का चेहरा मेरे सामने था और मुझे उसकी उपस्थिति का एहसास हुआ समीर भी जाग गया था और मैंने उसे अपने टेंट में जाने के लिए कहा क्योंकि ऐसी खराब था और बाथरूम की भी समस्या थी

उसने अपनी बातें वहां खत म करने की कोशिश की लेकिन मैं उस जगह पर और रुकना नहीं चाहती थी आज की रात फिर से उससे टेंट शेयर नहीं कर सकती थी जो हुआ वह काफी था जैसे ही हम घर वापस जाने लगे अचानक समीर ने गाड़ी रुकवा दी मैं देखती हूं कि एक बड़ी इमारत सामने थी समीर मुझे उसके अंदर ले गया और हम एक कमरे में गए वहां जो मैंने देखा वह चौकाने वाला था मेरा पति राजेश वहां था राजेश तो कुछ महीनों से विदेश में था

यह तो मुझे पता था लेकिन अचानक वह यहां कैसे आया और यहां अकेला क्यों था इस सबका जवाब मुझे अब मिलेगा मैंने राजेश से कहा यह सब क्या हो रहा है तुमने अपनी पत्नी को अपने भाई के पास क्यों छोड़ा मुझे याद है रात को 12:00 बजे समीर के फोन पर जो मैसेज आया था क्या तुम सुनीता को पसंद करते हो वह मैंने पढ़ लिया था राजेश मुझसे कहने लगा सुनीता मैं चाहता हूं कि तुम्हारा जीवन बर्बाद ना हो इसलिए मैंने यह सब किया मैं तुम्हें खुश नहीं रख सकता

तुम एक सुंदर और कमाने वाले लड़के की हकदार हो और तुम्हें यह सब पता है राजेश ने कहा मैं विदेश में किसी आईटी कंपनी में नहीं बल्कि ट्रक चलाने का काम करता हूं वहां ट्रक ड्राइवर भी अच्छी कमाई करते हैं पैसे भेजता था लेकिन अब मैं बिल्कुल खराब हो चुका हूं मेरी सुंदरता चली गई है और मैं नहीं चाहता कि तुम मेरे साथ रहो लोगों की बातें सुननी पड़ेगी तुम बहुत सुंदर हो और मैं ऐसा नहीं हूं तुम्हारे यह बुरा है समीर तुमसे मिलता है

वह हैंडसम और कमाने वाला है और बहुत जल्दी वह बाहर जाएगा मैं तुम्हारे साथ नहीं जा सकता लेकिन समीर तुम्हें साथ ले जाएगा उसके पास अच्छी नौकरी का प्रस्ताव है राजेश की बात सुनते ही मेरी आंखों में आंसू आने लगे मैं उसे गले लगाकर बोली गलती मेरी है मैंने हमेशा पैसों को प्राथमिकता दी मैंने अपने पिता से भी यही कहा कि मुझे हैंडसम और पैसे वाला लड़का चाहिए लेकिन अब मैंने समझा है कि केवल पैसे होना ही काफी नहीं है पिछले कुछ दिनों में जब भी समीर मेरे रे आसपास था

मैंने खुशियों का अनुभव किया अब मेरी सोच बदल चुकी थी और मैं चाहती थी कि मैं उस खुशी को अपने जीवन में बढ़ा सकूं तब मुझे वह दिन याद आया जब तुम शादी के कुछ दिनों बाद कमाई के लिए विदेश चले गए थे मैंने तुम्हें कभी रोका नहीं मैं तुम्हारे साथ रहना चाहती थी लेकिन तुमने जिस लड़की से शादी की थी वह सिर्फ तुम्हारे पैसे से प्यार करती थी लेकिन अब जो तुम्हारे सामने है वह यह है कि उसे पैसे की नहीं बल्कि सच्चे प्रेम की जरूरत है

राजेश तुम यह मत समझो कि तुम्हारा चेहरा खराब होने से मैं तुमसे दूर हो जाऊंगी मेरा प्रेम केवल तुमसे है पिछले कुछ दिनों में मैंने समीर के साथ वक्त बताया है और हमारी दोस्ती हो गई है लेकिन वह प्यार नहीं है है मेरा प्यार सिर्फ तुम हो और हमेशा तुम ही रहोगे हम दोनों मिलकर पैसों की कमाई कर सकते हैं लेकिन हमारे यह क्षण हम बाद में वापस नहीं ला सकते तुम्हारे प्रेम ने मुझे सच्चे प्रेम का एहसास कराया है

मैं सिर्फ तुम्हारी हूं और तुम सिर्फ मेरे हो एक पथ नी का कर्तव्य नहीं है है कि वह बस नए सुखों के लिए हो बल्कि नए दुखों में भी साथ निभाना है राजेश तुम्हारा चेहरा जो भी हो गया है तुम्हें खुद को कमतर नहीं समझना चाहिए तुम्हारे प्रेम ने मेरा अहंकार तोड़ दिया है समीर और राजेश दोनों ने मुझे अलग-अलग तरीके से सलाह दी है इसलिए समीर ने तुम्हारे बार में सुना और वह मुझसे प्रेम का नाटक कर रहा था लेकिन आज मैंने समझा कि प्रेम कभी चेहरे से नहीं बल्कि मन से होता है

एक अच्छा दिल और समझदारी वाली इंसान कभी धोखा नहीं देती हम सभी जीवन में पैसे कमाते रहेंगे लेकिन पैसे के पीछे भागने से कभी-कभी उस खास इंसान से दूर होना ठीक नहीं है है उस उम्र में जब हमें एक दूसरे के साथ बताना चाहिए वह समय प्यारी यादों को बनाने में व्यतीत करना चाहिए इसलिए पकी कमाई करने के साथ-साथ अपने लोगों का प्यार और साथ भी होना चाहिए प्यार के पीछे भागने से आप अपने जीवन के सुनहरे पल ना खोए

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